Auditing क्या होता हैं. ऑडिटर कैसे बने
जैसे जैसे दुनिया में नई नई कंपनियां स्थापित हो रही हैं. वैसे ही नई नई कंपनियों के आने से रोजगार के भी अवसर बढ़े हैं. क्योंकि सभी कंपनियां आज के समय में प्रोफेशनल तरीके से काम करती हैं. और किसी भी कंपनी को सुचारू रूप से चलाने के लिए काफी सारे अलग-अलग लोगों की जरूरत होती हैं.
जो कि कंपनी के अलग-अलग काम संभालते हैं. जब कोई बड़ी कंपनी अलग-अलग शहरों में बिजनेस करती हैं. तब उस कंपनी के पूरे बिजनेस को संभालना थोड़ा कठिन होता हैं. इसलिए कंपनी के अंदर कुछ ऐसे लोग होते हैं. जो कि कंपनी के पूरे बायोडाटा को इकट्ठा करते हैं.
फिर उसी की अलग-अलग रिपोर्ट तैयार करके यह पता लगाते हैं. इन्हीं में से एक ऑडिटर भी होता हैं. जो किसी भी कंपनी का मुख्य इंसान होता हैं. तो आज किस ब्लॉग में हम आपको ऑडिटर क्या होता हैं. ऑडिटर कैसे बने और ऑडिटर का काम क्या-क्या होता हैं. इन सब चीजों के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से देने वाले हैं.
Auditing क्या होता है
जब भी कोई कंपनी बड़े लेवल पर काम करती हैं. तो उसके पूरे कारोबार को संभालने के लिए काफी सारे अलग-अलग फील्ड के लोगों की जरूरत पड़ती हैं. उसी में से ऑडिट और भी एक ऐसा ही फील्ड होता हैं. ऑडिटर पूरी कंपनी के बायोडाटा को इकट्ठा करके रिपोर्ट तैयार करते हैं. और उसी के हिसाब से ही कंपनी के लाभ और हानि का पता लगाते हैं.
इसके अलावा भी ऑडिटर कई और अलग-अलग रिपोर्ट तैयार करते हैं. जिससे कंपनी की पूरी आमदनी और घाटे को समझा जाता हैं. ऑडिटर अपनी कंपनी की साप्ताहिक, मासिक और वार्षिक रिपोर्ट तैयार करते हैं. जिनसे उन्हें यह पता लगाने में आसानी होती हैं. कि कंपनी किस सीजन में ज्यादा मुनाफा कमाती हैं.
किस सीजन में कंपनी को नुकसान उठाना पड़ता हैं. और फिर उस रिपोर्ट को कंपनी के पर्सनल चार्टर्ड अकाउंटेंट के द्वारा जांच की जाती हैं. और उसी के हिसाब से आयकर विभाग को कंपनी का पूरा बायोडाटा सौंपा जाता हैं. क्योंकि कंपनी को काफी सारे अलग-अलग टैक्स भी भरने होते हैं.
यह सभी टैक्स कंपनी की रिपोर्ट के आधार पर ही भरे जाते हैं. वैसे तो ऑडिट कई प्रकार के होते हैं. लेकिन मुख्य रूप से ऑडिट दो ही प्रकार के होते हैं. जिनको आंतरिक ऑडिट और बाहरी ऑडिट के नाम से जाना जाता है.
ऑडिटर कैसे बने
अगर आप ऑडिटर बनाना चाहते हैं. तो इसके लिए आपको सबसे पहले 12वीं क्लास पास करनी पड़ती हैं. जिसमें आपको कम से कम 60% अंक प्राप्त करने होते हैं. फिर उसके बाद में आपको ऑडिटर से संबंधित कई अलग-अलग कोर्स करने पड़ते हैं. जहां पर आपको ऑडिट से संबंधित काफी सारी चीजों के बारे में जानकारी दी जाती हैं.
जिसमें कंपनी का लेखा-जोखा तैयार करना और अलग-अलग रिपोर्ट आदि को तैयार करना आदि बताया जाता हैं. लेकिन ऑडिटर बनने के लिए आपको टैली सॉफ्टवेयर जैसी चीजों का कोर्स भी कोर्स करना पड़ता हैं. ऑडिटर बनने के लिए आपको डिप्लोमा अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रैजुएट कोर्स करने पड़ते हैं.
जिनमें काफी सारे अलग-अलग Accounting and Auditing, Diploma in Tax and Company Law, Diploma in Taxation, B.Com in Fundamental of Auditing, B.Com in Taxation, B.Com in Accounting and Finance, B.Com(Hons.) in Direct and Indirect Taxation, M.Com in Accounting and Auditing, M.Com in Taxation, MBA in Banking and Taxation जैसे कोर्स शामिल हैं. इन कोर्स में डिग्री प्राप्त करने के बाद में ही आपको ऑडिटर की डिग्री मिलती हैं. जिसके बाद में आपको कुछ समय का एक्सपीरियंस भी लेना पड़ता है.
ऑडिटर बनने के लिए जरूरी स्किल
अगर आप ऑडिटर बनना चाहते हैं. तो इस फील्ड में कैरियर बनाने के लिए आपके पास डिग्री होना ही काफी नहीं होता हैं. बल्कि आपको इस फील्ड में काफी सारी जरूरी स्किल की भी आवश्यकता पड़ती हैं. जो कि आपको आगे चलकर अपनी फील्ड में काम के दौरान मदद करती हैं. जैसे
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- आपके अंदर प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल का होना जरूरी हैं.
- आपके अंदर रिसर्च स्किल होनी चाहिए
- आपको मैथ और साइंस जैसे विषयों की अच्छी जानकारी होनी चाहिए
- आपको टीमवर्क करना आना चाहिए
- आपके अंदर धैर्य व सहनशीलता होना जरूरी हैं.
- आपके अंदर कुछ बेसिक स्केल का होना भी आवश्यक है
- आपके अंदर एनालिटिकल स्किल होनी चाहिए
- आपके अंदर कम्युनिकेशन स्किल का होना जरूरी है
- आपके अंदर लीडरशिप की भी क्वालिटी होनी चाहिए
- आपके अंदर कन्वेंशनल स्किल का होना जरूरी है
- आपको टेली जैसे सॉफ्टवेयर की अच्छी जानकारी होनी चाहिए
- आपको साइंस हिंदी इंग्लिश जैसे विषयों की अच्छी जानकारी होनी चाहिए
- आपको कंप्यूटर का ज्ञान होना भी जरूरी है
- आपके अंदर अलग-अलग परेशानियों का सामना करने की क्षमता होनी चाहिए
ऑडिटर के लिए जॉब के अवसर
अगर आप ऑडिटर से संबंधित डिग्री प्राप्त कर लेते हैं. और उसके बाद में आप कुछ समय का एक्सपीरियंस ले लेते हैं. तो आपको आसानी से किसी भी कंपनी में ऑडिटर के पद पर जॉब मिल सकती हैं. लेकिन किसी भी कंपनी में जॉब आपको आपके एक्सपीरियंस और काम के हिसाब से ही मिलती हैं.
क्योंकि किसी भी कंपनी में ऑडिटर को कंपनी का पर्सनल चार्टर्ड अकाउंटेंट ही नियुक्त करता हैं. ऑडिटर को चार्टर्ड अकाउंटेंट के नीचे का पूरा काम संभालना होता हैं. और फिर उसी के आधार पर रिपोर्ट आदि तैयार करनी होती हैं. जिनको बाद में कंपनी का चार्टर्ड अकाउंटेंट जांच करने के बाद में ही आयकर विभाग को सौंपता हैं.
ऑडिटर की डिग्री प्राप्त करने के बाद में आप किसी भी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, प्रोडक्ट मेकिंग कंपनी आदि में जॉब कर सकते हैं. इसके अलावा आप किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में भी जॉब कर सकते हैं.
ऑडिटर की सैलरी
जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया अगर आप ऑडिटर की डिग्री प्राप्त कर लेते हैं. और आपके पास कुछ समय का एक्सपीरियंस हैं. तो आपको इस फील्ड में शुरुआती समय में ₹25000 मासिक सैलरी आसानी से मिल जाती हैं. इसके अलावा अगर आपके पास काफी अच्छा एक्सपीरियंस हैं.
आप किसी बड़ी कंपनी में जॉब कर रहे हैं. तो आपको 40000 से ₹60000 तक मासिक सैलरी भी मिल सकती हैं. बाकी इस फील्ड में सैलरी आपके काम एक्सपीरियंस और आपकी कंपनी के ऊपर ज्यादा निर्भर करती हैं. लेकिन इस फील्ड में आपको मेहनत बहुत ज्यादा करनी पड़ती हैं. अगर आप अच्छी मेहनत करते हैं. तो आपके एक्सपीरियंस के साथ-साथ आपकी सैलरी भी लगातार बढ़ती रहती है.
हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताई गई ऑडिटर के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हैं. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें