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न्यूक्लियर इंजीनियरिंग क्या होती है what is nuclear engineering

न्यूक्लियर इंजीनियरिंग क्या होती है what is nuclear engineering

अगर दुनिया के सबसे शक्तिशाली चीज के बारे में बात की जाए तो आज के समय में न्यू किलियर ही एक ऐसी चीज है. जो कि काफी खतरनाक है. और यह बहुत ज्यादा पावरफुल होती है. इस आधुनिक समय में न्यू किलियर का बहुत सारी अलग-अलग जहां पर इस्तेमाल किया जा रहा है.

लेकिन न्यू किलियर चीजों को बनाने के लिए काफी सावधानी बरती जाती है. और इसके लिए खास इंजीनियर होते है. तो इस ब्लॉग में हम न्यूक्लियर से संबंधित ही बातें करने वाले है.

इस ब्लॉग में हम आपको न्यूक्लियर इंजीनियर बनने के बारे में पूरी जानकारी देंगे न्यूक्लियर इंजीनियर क्या होता है. न्यूक्लियर इंजीनियर कैसे बने सकते है. और न्यूक्लियर इंजीनियर बनने के लिए किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है.

न्यूक्लियर इंजीनियर

what is nuclear engineering – जब भी किसी दो देशों के बीच में लड़ाई होती है. तो सबसे पहले न्यूक्लियर बम का ही जिकर होता है. क्योंकि न्यूक्लियर बम्ब इतने पावरफुल होते है. जिसके जरिए कुछ ही समय में किसी भी देश को नष्ट किया जा सकता है. और इस शक्तिशाली बम का कुछ नमूना आज से लगभग 80 साल पहले जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में देखा गया था.

तब से दुनिया ने न्यूक्लियर की शक्ति को समझा है. और आज के आधुनिक समय में न्यूक्लियर प्रोग्राम इतना आगे जा चुका है. कि न्यूक्लियर पावर प्लांट लगाए गए है. जिसमें अलग-अलग चीजों के लिए न्यूक्लियर का इस्तेमाल किया जा रहा है.

न्यूक्लियर चीजें मुख्य रूप से जहाजों पनडुब्बियों दवाओं उपकरणों मशीनों जहाजों विस्फोटक और बिजली प्लांट आदि में इस्तेमाल होते हैं.लेकिन यह सभी चीजें इंजीनियरों द्वारा ही तैयार की जाती है. न्यूक्लियर इंजीनियरिंग एक बहुत बड़ा प्रोग्राम है. जिसके अंतर्गत आपको अलग-अलग चीजों के बारे में पढ़ाया जाता है.

न्यूक्लियर इंजीनियरिंग करना इतना आसान नहीं होता बल्कि इसके लिए आपको कई अलग अलग विषयों के बारे में पढ़ना होता है. और बहुत सारी अलग-अलग चीजों की रिसर्च भी करनी होती है. जिस तरह से साइंस के अलग-अलग भाग होते है. इन भागों में सब एटॉमिक साइंस भी शामिल है.

जिसमें न्यूक्लियर के बारे में विस्तार से पढ़ाया जाता है. जिनमें न्यूक्लियर चीज़ो को बनाने से लेकर उसके इस्तेमाल करने और उससे कंट्रोल करने आदि की पढ़ाई होती है. यह सब जानकारी आपको न्यूक्लियर इंजीनियरिंग में ही मिलती है.

न्यूक्लियर इंजीनियरिंग कोर्स कैसे करें

यदि आप न्यूक्लियस चीजों में दिलचस्पी रखते है. तो आपको न्यूक्लियर इंजीनियरिंग कोर्स करना चाहिए यदि आप इस कोड को करना चाहते है. तो इसकी शुरुआत आपको 12वीं क्लास से करनी पड़ती है. जिसमें आपको साइंस विषय के साथ 12वीं क्लास में कम से कम 60% अंक प्राप्त करने होते है.

उसके बाद में आपको न्यूक्लियर इंजीनियरिंग कोर्स करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम भी पास करना होता है. क्योंकि जिस भी कॉलेज में आप दाखिला लेते है. उसमें आपको पहले एंट्रेंस एग्जाम दे देना पड़ता है. और अगर आप उस एग्जाम को पास कर लेते है. तो उसके बाद में ही आपको एडमिशन मिलता है.

उसके बाद में आप BSc in Nuclear and Risk Engineering, Specialty Nuclear Reactors and Materials, BSc in Nuclear Engineering आदि कोर्स कर सकते है. इन सभी कोर्स को करने के बाद आप इनके अंदर मास्टर की डिग्री भी प्राप्त कर सकते हैं.

जिसमें आपको कई अलग-अलग चीजों के बारे में बारीकी से पढ़ाया जाता है. और आपको अलग-अलग न्यूक्लियर चीजों को कंट्रोल करने और इस्तेमाल आदि करने के बारे में जानकारी दी जाती है. न्यूक्लियर इंजीनियरिंग में आपको कई अलग अलग विषयों के बारे में पढ़ना होता है.

जिसमें क्वांटम मैकेनिक्स,न्यूक्लियर रिएक्टर्स,न्यूक्लियर पॉवर प्लांट,न्यूक्लियर वॉर वेपन,न्यूक्लियर फ्यूज़न,मेडिकल एप्लीकेशन,न्यूक्लियर सेफ्टी,रेडिएशन,थर्मोडायनामिक ट्रांसपोर्ट,न्यूक्लियर फ्यूल ,न्यूक्लियर वेस्ट,न्यूक्लियर प्रोलिफिरेशन जैसे विषय शामिल है.

इसके अलावा भी न्यूक्लियर इंजीनियरिंग के अंदर पढ़ाए जाने वाले विषयों की बहुत बड़ी लिस्ट है. इसीलिए इस कोर्स को करना बहुत कठिन होता है. और इसमें आपको काफी समय भी लग जाता है.

जरूरी स्किल

यदि आप न्यूक्लियर इंजीनियरिंग कोर्स करना चाहते है. तो इस कोर्स को करने के लिए आपको कड़ी मेहनत तो करनी पड़ती ही है. इसके साथ ही आपके अंदर कुछ ऐसी स्किल होना बहुत जरूरी है. जो कि आपको इस कोर्स में फायदा देती है

  • यदि आप इस कोर्स को करना चाहते है. तो साइंस इंग्लिश और मैथ जैसे विषयो में आप की पकड़ काफी मजबूत होनी चाहिए
  • इस कोर्स को करने के लिए आपको कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान होना बहुत जरूरी है
  • आपके अंदर न्यूक्लियर साइंस की बारीकियों को समझने की क्षमता होनी चाहिए
  • आपके अंदर अलग-अलग न्यूक्लियस उपकरण को इस्तेमाल करना उनकी टेस्टिंग करना और उनकी पहचान आदि करने की स्किल होनी चाहिए
  • आपके अंदर नए-नए आईडिया, डिजाइन तैयार करने की भी स्किल होनी चाहिए
  • आपको अलग-अलग चीजों को सॉल्व करना आना चाहिए
  • आपको अपने आप के ऊपर भरोसा होना जरूरी है. आपको टीमवर्क करना आना चाहिए आपको किसी भी हादसे और दुर्घटना का सामना करना आना चाहिए
  • आपके अंदर धैर्य अनुशासन वह सहनशक्ति होना बहुत जरूरी है
  • आपके अंदर विज्ञान और प्रौद्योगिकी की रूचि होनी चाहिए

जॉब

यदि आप न्यूक्लियर इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त कर लेते है. तो इसके आगे भी आप इसमें मास्टर की डिग्री प्राप्त कर सकते है. यदि आप जॉब करना चाहते है. तो इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद में आपके सामने जॉब के अनगिनत विकल्प खुल जाते है. जहां पर आप अच्छे पद पर जॉब कर सकते है.

न्यूक्लियर इंजीनियर मुख्य रूप से बिजली संयंत्रों में काम करना,इंजीनियरिंग फर्म,ऊर्जा विभाग,रक्षा विभाग,डिपार्टमेंट ऑफ़ न्यूक्लियर शिपबिल्डिंग ,हेल्थ एंड सेफ्टी स्पेशलिस्ट,प्रोसेस इंजीनियर ,क्वालिटी इंजीनियर ,रिएक्टर ऑपरेटर, एयरक्राफ्ट डिजाइन,मेडिकल फिजिक्स आदि विभागों के साथ भी जुड़ कर काम कर सकते है.

इसके अलावा भी और कई ऐसी जगह है. जहां पर आप काम कर सकते है. या आप किसी बड़े मिशन को सक्सेसफुल बनाने में भी भागीदार हो सकते है. और इन सभी विभागों के साथ जुड़ने पर आपको अच्छा सैलरी पैकेज भी मिल जाता है.

लेकिन आपका सैलरी पैकेज आपके पद और आपके विभाग के ऊपर ज्यादा निर्भर करता है. बहुत सारे ऐसे विभाग है. जहां पर आपको ₹100000 महीना से भी ज्यादा सैलरी मिल जाती है.

हम उम्मीद करते है. कि हमारे द्वारा बताए गई न्यूक्लियर इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते है. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.

 

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