डिजास्टर मैनेजमेंट क्या होता हैं. डिजास्टर मैनेजर कैसे बने
हमारी धरती पर समय-समय पर अनेक प्राकृतिक एवं माननीय आपदाएं आती रहती हैं. जिसमें हर साल लाखों इंसान, जानवर, जीव जन्तु अपनी जान गवा देते हैं. और इसी का सबसे बड़ा उदाहरण अब हाल ही में कुछ दिनों पहले हुई तुर्की और सीरिया की भूकंप आपदा हैं.
इस आपदा में हजारों लोगों की तो जान गई हैं. इसके साथ ही बहुत सारे लोग बेघर भी हो गए हैं. और ऊपर से खराब मौसम और सर्दी की वजह से भी अनेक लोगों में नई-नई बीमारियां उत्पन्न हो गई हैं.
इन सभी लोगों की मदद करने के लिए सभी देश एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं. जिनमें सबसे ज्यादा आपदा प्रबंध के लोगों का योगदान हैं. आपदा प्रबंधन के लोग किसी भी आपदा में शिकार हुए लोगों की मदद करने का काम कर देते हैं.
इसी वजह से हर साल आपदा प्रबंधन फिल्ड नई नई संस्थाएं आ रही हैं. जिनके लिए अच्छे आपदा प्रबंधन लोगों की आवश्यकता पड़ती हैं. लेकिन इस क्षेत्र में जाने के लिए पहले आपको आपदा प्रबंधन कोर्स करना पड़ता हैं.
उसके बाद ही आप इस फील्ड में एक अच्छे डिजास्टर मैनेजर बनते हैं. तो आज इस ब्लॉग में हम आपको डिजास्टर मैनेजर क्या होता हैं. डिजास्टर मैनेजर कैसे बनते हैं. और डिजास्टर मैनेजर का क्या काम होता हैं. इसके बारे में बताने वाले हैं.
डिजास्टर मैनेजर क्या होता है
इस पूरे ब्रह्मांड के अलग-अलग ग्रहों पर समय समय पर घटनाएं होती रहती हैं. और इसी तरह से धरती के ऊपर भी हर साल अनेक घटनाएं होती हैं. जिनमें से कुछ मानवीय घटनाएं होती हैं. तो कुछ प्राकृतिक घटनाएं होती हैं. लेकिन दूसरे ग्रहों पर जीवन संभव नहीं हैं.
इसलिए हमें उन घटनाओं से इतना ज्यादा फर्क नहीं पड़ता लेकिन जब भी धरती पर कोई आपदा आती हैं. तो इसका असर सीधा हमारे जीवन पर पड़ता हैं. धरती के ऊपर हर साल बाढ़ भूकंप जैसी खतरनाक घटनाएं होती हैं.
जिनसे बहुत सारे जीव जंतु जानवरों पक्षियों इंसानों की जान चली जाती हैं. और बहुत सारे इंसान जीव जंतु जानवर बेघर हो जाते हैं. इन सभी की मदद करने का काम डिजास्टर मैनेजर करते हैं.
डिजास्टर मैनेजर किसी भी आपदा में प्रभावित हुए इंसानों जीव-जंतुओं और जानवरों की मदद करते हैं. ताकि उनके जीवन को फिर से पटरी पर लाया जा सके यानी साधारण भाषा में कहा जाए तो आपदा प्रबंध के लोग किसी भी आपदा का शिकार हुए जीव जंतु इंसानों आदि के लिए हर वह उचित सहायता करते हैं.
जो कि उनके जीवन को फिर से जीने में मदद करते हैं. जिनके लिए उनको कई अलग-अलग चीजों का सहारा भी लेना पड़ता हैं. क्योंकि बहुत सारी आपदाओं में लोगों की जान कम जाती हैं. लेकिन उनसे प्रभावित बहुत सारे लोग हो जाते हैं.
जिनको अपने जीवन में आगे कई अलग-अलग परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं. और आपदा प्रबंधन के लोग उनकी परेशानियों का हल निकालने और उनको अच्छा जीवन देने की कोशिश करते हैं.
जो देश समुंद्र में हैं. या समुद्री सीमा के आसपास हैं. उन देशों में अक्सर आप ताकि ज्यादा घटनाएं देखी जाती हैं. इसीलिए उन देशों में आपदा प्रबंधन का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है.
डिजास्टर मैनेजर कैसे बने
यदि आप डिजास्टर मैनेजमेंट में करियर बनाना चाहते हैं. तो इसकी शुरुआत आपको 12वीं क्लास से करनी पड़ती हैं. 12वीं क्लास में आपको कम से कम 50% अंक प्राप्त करने होते हैं. उसके बाद में आपको डिजास्टर मैनेजमेंट में बैचलर की डिग्री प्राप्त करनी होती हैं.
यदि आप इस फील्ड में पीजी डिप्लोमा या मास्टर की डिग्री हासिल करना चाहते हैं. तो इसके लिए आपको ग्रेजुएशन करना होता हैं. जिसके बाद आप इस फील्ड में एक स्पेसलिस्ट आपदा प्रबंधन के तौर पर कार्य कर सकते हैं.
इस फील्ड में आपको MSc in Disaster Mitigation, MSc Geo-Hazards, Earthquake Engineering, फायर इंजीनियरिंग और सेफ्टी में डिग्री/ डिप्लोमा कोर्स जैसे कोर्स करने होते हैं. और इसी फील्ड में आप पीएचडी भी कर सकते हैं.
लेकिन इस कोर्स को करना इतना आसान नहीं होता इस कोर्स को करने के लिए आपको कड़ी मेहनत और प्रैक्टिस करनी पड़ती हैं. क्योंकि इस फील्ड में आपको किसी भी आपदा से निपटने के लिए सभी जरूरी चीजों का अभ्यास व अध्ययन करवाया जाता हैं.
जो कि आपदा के समय लोगों की जान बचाना,, उनको सुरक्षित जगहों पर ले जाना, उनको अलग-अलग मेडिकल सुविधाएं देना, उनको खाने पीने की चीजें मुहैया करवाना इसके अलावा भी दूसरी कई और चीजों के बारे में पढ़ाया जाता है.
स्किल
किसी भी फील्ड में जाने के लिए आपको उस फील्ड की डिग्री की जरूरत ही नहीं पड़ती बल्कि उस फील्ड से संबंधित जरूरी स्किल की भी आवश्यकता पड़ती हैं. जो कि उस फील्ड में आपको अच्छा कैरियर बनाने में मदद करती हैं. और आपको अलग-अलग जगहों पर काम करते समय यही स्कील मदद करती है
- आपके अंदर धैर्य व सहनशीलता का होना बहुत जरूरी है
- आपको आपदा से निपटने के लिए हर जरूरी चीज का इस्तेमाल करना आना चाहिए
- आपको आपदा प्रबंधक सिस्टम की अच्छी जानकारी होनी चाहिए
- आपको लोगों की सेवा और मदद करने का जज्बा होना चाहिए
- आपको किसी भी दुर्घटना का सामना करना आना चाहिए
- आपको अलग-अलग परेशानियों का सॉल्यूशन निकालना आना चाहिए
- आपको खतरनाक जगहों पर जाने से घबराना नहीं होना नहीं चाहिए
- आपको अलग-अलग लोगों से कम्युनिकेशन बनाना आना चाहिए
- आपके अंदर कन्वेंशनल स्किल का भी होना जरूरी है
- आपके अंदर समय रहते निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए
- आपको अलग-अलग आपदाओं से निपटने के लिए रणनीति बनानी आनी चाहिए
- आपका कठोर दिल का होना जरूरी है
जॉब
अगर आप इस फील्ड में सभी जरूरी कोर्स कर लेते हैं. और आपके अंदर ऊपर बताई गई जरूरी स्केल हैं. तो आप को इस फील्ड में जॉब के लिए कहीं पर जाने की जरूरत नहीं होती बल्कि हमारे देश में बहुत सारी ऐसी संस्थाएं हैं.
जो कि अलग-अलग आपदाओं से निपटने के लिए काम करती हैं. आपको उन सभी संस्थाओं में आसानी से जॉब मिल जाती हैं. इसके अलावा हमारे देश में सरकारी फील्ड भी हैं.
जिनमें आपको आसानी से सरकारी जॉब मिल जाती हैं. इस फील्ड में आप डाटाबेस एनालिस्ट, डिजास्टर मैनेजमेंट ऑफीसर, ऑपरेशन एनालिस्ट, सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन, सिक्योरिटी मैनेजर, लेक्चरर आदि जैसे जॉब के विकल्प मिल जाते हैं.
सैलरी
डिजास्टर मैनेजमेंट जितना खतरनाक फील्ड हैं. उसी के हिसाब से इस फील्ड में आप को सैलरी भी काफी अच्छी मिलती हैं. एक साधारण डिजास्टर मैनेजमेंट के कर्मचारी को लगभग 40 से ₹50 हज़ार सैलरी मिल जाती हैं. इसके अलावा अगर आप किसी संस्था के साथ जुड़े हुए हैं.
तो उसमें भी आपको अच्छा सैलरी पैकेज मिलता हैं. और सरकार के द्वारा भी हर साल अलग-अलग आपदाओं में सफल ऑपरेशन करने वाले डिजास्टर मैनेजर को अवार्ड दिए जाते हैं. और बहुत सारे इनाम भी दिए जाते हैं. यानी इस फील्ड में आप को सैलरी पैकेज काफी अच्छा मिलता है.