सेल्स एवं मार्केटिंग मैनेजर क्या हैं. सेल्स व मार्केटिंग कोर्स कैसे करें
अगर कोई कंपनी मार्केट में अपनी बिजनेस प्लान के साथ उतरती हैं. तो वह कंपनी जल्द ही कामयाब हो जाती हैं. लेकिन एक कंपनी को चलाने के लिए अलग-अलग डिपार्टमेंट और अलग-अलग कर्मचारियों की आवश्यकता होती हैं. इसी तरह से किसी भी कंपनी के सेल्स विभाग हैं.
व मार्केटिंग आदि को बढ़ाने के लिए सेल्स मैनेजर की जरूरत होती हैं. जो कि किसी भी कंपनी का एक अहम हिस्सा होती हैं. अगर किसी कंपनी का सेल्स मैनेजर अच्छा हैं. और वह अपनी कंपनी को सही तरीके से चला सकता हैं. तो वह कुछ ही दिनों में अपनी कंपनी के शेयर में काफी वृद्धि कर सकता हैं.
तो अब ऐसे में आपके मन में यह सवाल जरूर आता हैं. कि सेल्स मैनेजर कैसे बनते हैं. सेल्स मैनेजर बनने के लिए कौन सा कोर्स करना होता हैं. और उसके लिए कितनी पढ़ाई करनी पड़ती हैं. तो इस ब्लॉग में हम आपको सेल्स मैनेजर से संबंधित पूरी जानकारी देने वाले हैं.
सेल्स मैनेजर
दुनिया में जितनी भी छोटी बड़ी कंपनियां हैं. इन सभी के अंदर सेल्स मैनेजर होते हैं. जो कि अपनी कंपनी के प्रोडक्ट की मार्केटिंग करना और उसकी सेल आदि को बढ़ाने का काम करते हैं. लेकिन सेल्स मैनेजर का काम सिर्फ यही नहीं होता हैं. बल्कि इसके अलावा और बहुत सारे काम होते हैं.
जो कि उसको ही संभालने पढ़ते हैं. जैसे सेल्स मैनेजर का काम अपनी सेल को मेंटेन करना, अपनी सेल के डाटा को एनालाइज करना, मार्केटिंग टीम बनाना, मार्केटिंग टीम को ट्रेनिंग देना, अपने प्रोडक्ट के डाटा को कलेक्ट करना, सेल्स प्लेन बनाना आदि यह सभी काम सेल्स मैनेजर के ही होते हैं.
इन सभी की मदद से ही सेल्स मैनेजर अपने प्रोडक्ट की मांग की बढ़ोतरी या कमी को समझ पाता हैं. और फिर उसी के हिसाब से सेल्स मैनेजर अपनी सेल्स टीम के साथ मिलकर किसी क्षेत्र में अपनी सेल को बढ़ाने का काम करता हैं.
आसान भाषा में कहा जाए तो सेल्स मैनेजर किसी भी कंपनी के प्रोडक्ट की मार्केटिंग को लीड करता हैसेल्स मैनेजर तीन प्रकार के होते हैं.
एडमिनिस्ट्रेटिव सेल्स मैनेजर, ऑपरेशन सेल्स मैनेजर, एडमिनिस्ट्रेटिव-कम-ऑपरेशन सेल्स मैनेजर आदि यह सभी सेल्स मैनेजर अलग-अलग होते हैं. और इन सभी का अलग-अलग काम होता है.
सेल्स मैनेजर कोर्स कैसे करें
यदि आप सेल्स मार्केटिंग में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं. तो इसकी शुरुआत आपको 12वीं क्लास से ही करनी पड़ती हैं. 12वीं क्लास में आपको अच्छे नंबरों से पास करनी होती हैं. या आप ग्रेजुएशन के बाद भी सेल्स व मार्केटिंग में अपना कैरियर बना सकते हैं. और यदि आप किसी भी विषय में ग्रेजुएट कर लेते हैं.
तो आप अपने सेल्स व मार्केटिंग के करियर को अच्छा आसान हो जाता हैं. लेकिन इस कोर्स को करने से पहले आपके अंदर खुद पर विश्वास और भरोसा होना बहुत जरूरी हैं. आज के समय में सेल्स मार्केटिंग से जुड़े हुए ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन के स्तर पर बहुत सारे कोर्स हैं.
लेकिन इन कोर्स के लिए आपको ज्यादा ई-कॉमर्स और मैथ की पढ़ाई करनी पड़ती हैं. क्योंकि इन कोर्स को करने के लिए आपको सबसे पहले कॉलेज या यूनिवर्सिटी में दाखिला लेना होता हैं. जहां पर आपको प्रवेश परीक्षा भी देनी पड़ती है.
यदि आप इस प्रवेश परीक्षा को पास कर लेते हैं. तो आप आसानी से किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में दाखिला ले सकते हैं. ग्रेजुएशन स्तर पर सेल्स एंड मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग और मार्केटिंग जैसे कोर्स उपलब्ध हैं. जबकि पोस्टग्रेजुएट के ऊपर मार्केटिंग का कोर्स कर सकते हैं.
इसके अलावा पीजी डिप्लोमा इन मार्केटिंग एंड सेल से जुड़े हुए भी कई कोर्स हैं. जो कि आप किसी भी सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों से कर सकते हैंलेकिन किसी भी इस सेल्स मार्केटिंग कोर्स को करना इतना आसान नहीं होता हैं.
बल्कि इसके लिए आपके अंदर कई अलग-अलग स्किल होनी भी चाहिए और आपको दिन रात मेहनत करनी पड़ती हैं. और इस कोर्स में आपको कई अलग अलग विषयों के बारे में भी पढ़ाया जाता है.
स्किल
किसी भी फील्ड में जाने से पहले आपका उस फील्ड के अंदर इंटरेस्ट और उस फील्ड से जुड़ी हुई स्किल होना बहुत जरूरी होता हैं. इसी तरह से यदि आप सेल्स मैनेजर बनना चाहते हैं. तो इसके लिए भी आपके अंदर कुछ जरूरी स्किल व हुनर होना बहुत जरूरी हैं. जो कि आपको इस फील्ड में कैरियर बनाने में काफी मदद करता हैं. जैसे
- आपके अंदर सहनशक्ति होना बहुत जरूरी है
- आपको टीमवर्क करना आना चाहिए
- आपको टीम हैंडल करने की क्षमता होनी चाहिए
- आपके अंदर अलग-अलग चीजों के उपाय निकालने की स्किल होनी चाहिए
- आपको अपने आप पर भरोसा होना चाहिए
- आपको अलग-अलग डाटा एनालाइज करना आना चाहिए
- आपको ग्राहक को कन्वेंस करना आना चाहिए
- आपको अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी कम्युनिकेशन बनानी आनी चाहिए
- आपको कंप्यूटर व इंग्लिश का अच्छा ज्ञान होना चाहिए
- आपको अपने समय को सही चीजों में उपयोग करना आना चाहिए
- आपको किसी भी नुकसान को सहन करने की क्षमता होनी चाहिए
सेल्स मैनेजर के कार्य
वैसे तो हमने आपको ऊपर सेल्स मैनेजर के लगभग सभी कार्यों के बारे में बता दिया हैं. लेकिन फिर भी कुछ ऐसे कार्य होते हैं. जो कि एक सेल्स मैनेजर को करने होते हैं. जैसे
- सेल्स मैनेजर को अपने प्रोडक्ट से संबंधित अलग-अलग प्रकार की रणनीतियां बनानी होती है
- सेल्स मैनेजर को अपनी कंपनी के प्रोडक्ट को मार्केट में तेजी से लोकप्रिय करने के लिए अलग-अलग प्रकार के एडवर्टाइजमेंट वह दूसरे कई कार्य करने होते हैं
- सेल्स मैनेजर को मार्केट में अपने प्रोडक्ट की डिमांड को बढ़ाना होता है
- सेल्स मैनेजर को अपनी टीम को सही दिशा निर्देश देने होते हैं
- सेल्स मैनेजर को अपने प्रोडक्ट से संबंधित ग्राहकों को सही से जानकारी देनी होती हैं. ताकि ग्राहक आपके प्रोडक्ट के ऊपर भरोसा कर सके
- आपको अपने प्रोडक्ट से संबंधित सभी क्षेत्रों का डाटा कलेक्ट करके उनका एनालाइज करना होता है
- इसके अलावा भी मार्केट मैनेजर को और कई अलग-अलग काम करने होते हैं
- आपको अपनी कंपनी के सभी प्रोडक्ट का डाटा कलेक्ट भी करना होता हैं. और फिर उसी डाटा के हिसाब से आपको यह पता लगाना होता हैं. कि मार्केट में आप किस प्रोडक्ट को लेकर ज्यादा लोकप्रिय हैं. और किस प्रोडक्ट को लेकर आप काम कर सकते हैं
नौकरी
यदि आप सेल्स मैनेजर कोर्स कर लेते हैं. तो आप किसी भी कंपनी में जॉब कर सकते हैं. जहां पर आपको अच्छी सैलरी के साथ अनुभव भी मिल जाता हैं. फिर उसी अनुभव के हिसाब से आपकी सैलरी बढ़ती रहती हैं. यदि आप इस कोर्स को करने के बाद जॉब करना चाहते हैं. तो आप किसी भी टेलीकॉम,फाइनेंस,मोबाइल या वहिक्ल कंपनी आदि में आसानी से जॉब कर सकते हैं.
इसके अलावा भी आपके सामने कई ऐसे और ऑप्शन हैं. जहां पर आप को आसानी से ही जॉब मिल जाती हैं. क्योंकि इन सभी कंपनियों को एक अच्छे सेल्स मैनेजर की जरूरत होती हैं.
जोकि कंपनी के शेयर को बढ़ा सके और मार्केट में कंपनी के प्रोडक्ट की लोकप्रियता को बढ़ा सकें यदि आप में सेल्स मैनेजर के साथ साथ जरूरी स्किल व अनुभव हैं. तो आप को किसी भी कंपनी में हर महीने आसानी से एक से ₹1 लाख तक मिल सकते हैं.
हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताई गई सेल्स मैनेजर के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हैं. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.