मासिक धर्म में रुकावट आना इसके कारण, लक्षण, बचाव व उपचार
मासिक धर्म से जुड़ी हुई बहुत सारी समस्याएं होती जब भी किसी महिला को मासिक धर्म से जुड़ी हुई कोई समस्या उत्पन्न होती है तब महिला को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि मासिक धर्म एक सामान्य प्रोसेस है जिसका समय पर होना बहुत जरूरी होता है
लेकिन कई महिलाओं में किसी परेशानी के चलते मासिक धर्म में रुक जाता है जिससे महिलाओं को बहुत परेशानियां होती है तो आज के इस ब्लॉग में हम इसी समस्या के उत्पन्न होने के कारण लक्षण बचाव व उपचार आदि के बारे में बात करने वाले हैं
मासिक धर्म में रुकाव
Menstrual interruption in Hindi – महिलाओं में मासिक धर्म होना एक सामान्य प्रक्रिया है जो कि 10 से 15 वर्ष की आयु की लड़कियों में शुरू होता है और फिर यह नियमित रूप से लगातार चलता रहता है और यह लड़की के यौवन की शुरुआत का एक संदेश होता है जब महिलाओं में मासिक धर्म शुरू होता है
तब उनके गर्भाशय से रक्त योनि के मार्ग से बाहर निकलता है लेकिन कई बार युवा लड़कियां या महिलाओं में मासिक धर्म का चक्कर रुक जाता है जिससे महिलाओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है वैसे तो किसी महिला या लड़की का मासिक धर्म रुकना उसके गर्भवती होने का संकेत देता है
क्योंकि जब भी कोई महिला या लड़की गर्भवती होती है तब उसके मासिक धर्म रुक जाते हैं लेकिन अगर महिला गर्भवती नहीं है और फिर भी उसके मासिक धर्म रुक जाते हैं तब यह उसके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है
सामान्य महिलाओं में मासिक धर्म 21 से 29 दिन के बीच दोबारा शुरू हो जाता है और कुछ महिलाओं में यह अवधि 35 दिन तक भी बढ़ जाती है इस स्थिति का घटना या बढ़ना आम बात होती है
मासिक धर्म में रुकावट के कारण
Reasons for menstrual interruption in Hindi – अगर किसी महिला के मासिक धर्म का चक्कर रुक जाता है तब उसके पीछे बहुत सारे कारणों का हाथ हो सकता है जैसे हार्मोनल में बदलाव होना, महिला में मोटापा आना, महिला का वजन अचानक से बढ़ना, महिला के दैनिक कार्यों में बदलाव आना,
महिला का खानपान में बदलाव होना, महिला का आवश्यकता से अधिक कठोर कार्य करना, व्यायाम करना या वजन आदि उठाना, महिला का शारीरिक रूप से कमजोर होना, महिला की कम उम्र में मासिक धर्म शुरू होना, महिला का लंबे समय तक दवाइयों व औषधियों आदि का सेवन करना,
महिला का शराब तंबाकू बीड़ी सिगरेट आदि का सेवन करना, महिला का गर्भपात होना, महिला का संभोग के दौरान नशीली दवाइयों का इस्तेमाल करना, महिला का असुरक्षित संभोग करना, महिला का मानसिक रूप से तनावग्रस्त रहना इस समस्या का सबसे बड़ा कारण होता है
क्योंकि आजकल 90% महिलाएं शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर होती हैं और वे अपने दिमाग पर सबसे ज्यादा दबाव डालती है जिससे उनमें यह परेशानी उत्पन्न होती है इसके अलावा भी इस समस्या के पीछे और कई कारण हो सकते हैं
मासिक धर्म रोकने के लक्षण
Symptoms of stopping menstruation in Hindi – जब किसी महिला के मासिक धर्म में रुकावट आती है तब महिला में बहुत सारे लक्षण भी दिखाई देते हैं जैसे महिला का शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर होना,
महिला को आलस, थकान ,घबराहट, बेचैनी महसूस होना, महिला को बार बार उल्टी आना, महिला को चक्कर आना, महिला को बेहोशी होना, महिला का शारीरिक व मानसिक सभाव बदल जाना, महिला की आदतों में बदलाव आना,
बार-बार पेशाब आना, महिला को पेट में ऐठन महसूस होना, महिला का पेट फूलना, महिला के पेट में दर्द होना, महिला के कमर व पीठ में दर्द होना, महिला का शरीर अकड़ना, महिला के बाल जड़ना, महिला की आंखों में कमजोरी आना, चेहरे पर अधिक बाल आना, मुहासे निकलना, महिला के सतन से पानी आना आदि इस समस्या के मुख्य लक्षण होते हैं
क्या करें
- महिला को मासिक धर्म से जुड़ी हुई कोई भी समस्या हो तब तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए
- महिला को हमेशा हल्के व सुपाच्य भोजन का सेवन करना चाहिए
- महिला को हमेशा खुश मिजाज वह हंसते हुए रहना चाहिए
- महिला को हमेशा सुबह जल्दी उठकर हल्के-फुल्के व्यायाम करने चाहिए
- महिलाओं को खाना खाने के तुरंत बाद सोना नहीं चाहिए
- महिला को हमेशा सुरक्षित संभोग करना चाहिए
- महिला को अपने काम खुद करना चाहिए अपने शरीर में आलस उत्पन्न नहीं होने देना चाहिए
- महिला को समय-समय पर अपने खून की जांच करवाते रहना चाहिए
- महिला को कच्ची सब्जियां फल वह साबुत अनाज का सेवन करना चाहिए
- महिला को दूध लस्सी दही व मक्खन आदि का सेवन करना चाहिए
क्या न करें
- महिला को कठोर कार्य नहीं करने चाहिए और अपने सिर पर वजन नहीं उठाना चाहिए
- महिला को संभोग में लिप्त नहीं रहना चाहिए और गंदी फिल्में नहीं देखनी चाहिए
- महिला को तले भुने हुए भोजन से परहेज करना चाहिए
- महिला को ज्यादा मिठाइयां व चीनी से बने पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए
- महिला को शराब बीड़ी सिगरेट तंबाकू आदि का सेवन नहीं करना चाहिए
- महिला को कठोर महिला को कठोर व्यायाम व प्राणायाम आदि नहीं करनी चाहिए
- महिला को इस समस्या के बारे में छुपाना नहीं चाहिए
- महिला को अपने आप पर विश्वास रखना चाहिए और चिंता गुस्सा वह मानसिक तनाव नहीं रखनी चाहिए
- महिला को आहार विहार से बचना चाहिए
- महिला को ज्यादा लोगों के साथ संभोग नहीं करना चाहिए
- गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन नहीं करना चाहिए
- अगर किसी महिला का गर्भपात हो जाता है तब उसे डॉक्टर से अच्छी तरह से जांच करवानी चाहिए
उपचार
अगर किसी महिला के मासिक धर्म में रुकावट आती है तब इससे होने वाले दर्द से बचने के लिए महिला को दर्द निवारक दवाइयों का सेवन करना चाहिए और फिर तुरंत डॉक्टर के पास जाकर अपने अपनी समस्या के बारे में खुलकर बताना चाहिए डॉक्टर आपके खून के सैंपल क्या टेस्ट करवाते हैं और उस टेस्ट के जरिए
आपके थायराइड हार्मोन प्रोलैक्टिन हार्मोन और लुटेनाइजिंग हार्मोन के लेवल को देखा जाता है और फिर उसके आधार पर डॉक्टर आपके उपचार को शुरू करते हैं इसके अलावा आपको अल्ट्रासाउंड M.R.I व सीटी स्कैन जैसे स्कैन भी करवाने पढ़ सकते हैं
जिनमें आपके परिजनों प्रक्रिया और मस्तिष्क में स्थित पिट्यूटरी ग्रंथि की जांच की जाती है और फिर उसी आधार पर आपको उपचार दिया जाता है
लेकिन फिर भी अगर किसी महिला की मासिक धर्म में रुकावट आ जाती है तब उसको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए और अपनी जांच करवानी चाहिए क्योंकि यह एक बहुत बड़ी और खतरनाक समस्या है इससे आपके शरीर में और कई परेशानियां खड़ी हो सकती है इस समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए
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