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बच्चे का बिस्तर में पेशाब करना इस से कैसे छुटकारा पाएं

बच्चे का बिस्तर में पेशाब करना इस से कैसे छुटकारा पाएं

जब हमारे बच्चे एक से 10 वर्ष की आयु के होते हैं तब उनमें बहुत सारी बीमारियां आती है लेकिन कई बार ऐसे रोग उत्पन्न होते हैं जिनको हम बच्चे की आदत समझ लेते हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता और ऐसा ही एक रोग है.

जिसका नाम अनियंत्रित मूत्र निकलना होता है यह समस्या एक बहुत बड़ी समस्या है इससे हमारे बच्चे का मूत्र नियंत्रण में नहीं रहता तो इस ब्लॉग में हम इसी समस्या के बारे में विस्तार से बात करेंगे इस ब्लॉग में हम बताएंगे कि अपने बच्चे के अनियंत्रित मूत्र को कैसे नियंत्रित कर सकते हैं और इसके कारण लक्षण व उपचार आदि

बिस्तर में पेशाब करना

Peeing the bed in Hindi – कई बार आपने देखा होगा कि कुछ बच्चे हर रोज अपने बिस्तर में ही पेशाब कर देते हैं और हम इस समस्या को उसकी आदत समझ लेते हैं लेकिन यह समस्या उसकी आदत नहीं बल्कि यह एक रोग होता है जिस पर उसका नियंत्रण नहीं होता और रात में सोते समय उसका पेशाब अपने आप निकल जाता है.

यह रोग 3 वर्ष की आयु के ऊपर के बच्चों में उत्पन्न होता है लड़कियों के मुकाबले में लड़कों में ज्यादा देखा जाता है जब कोई बच्चा बिस्तर में पेशाब कर देता है तब बिस्तर गिला होने के बाद ही उसको यह पता लगता है कि उसका पेशाब निकल गया है.

वैसे तो यह रोग बढ़ती आयु के साथ अपने आप समाप्त हो जाता है लेकिन कई बार यह रोग अधिक उत्तेजना के चलते बड़ी आयु के लोगों में भी उत्पन्न होता है हमारे देश में इस रोग को कई अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है जैसे अनैच्छिक मूत्र त्याग, असंयत मूत्रता, अनैच्छिक मूत्र निकल जाना, बिस्तर में पेशाव करना, निद्रा में मूत्र त्याग आदि

कारण

अगर इस रोग के कारणों के बारे में बात की जाए तो इस समस्या के पीछे बहुत सारे कारणों का हाथ हो सकता है जैसे बच्चे की लिंग की त्वचा का कठोर होना, बच्चे की मूत्र नली में इन्फेक्शन व संक्रमण होना, बच्चे की मूत्राशय में इन्फेक्शन में संक्रमण होना, बच्चे की मूत्र नली में पक्षाघात होना, बच्चे की मूत्र नली में रुकावट आना,

बच्चे के मूत्राशय का विकास न होना, बच्चे की मूत्राशय तंत्रिकाओं की गति सामान्य न होना, बच्चे में असमान बच्चे में असंतुलन हार्मोन उत्पन्न होना,,बच्चे का ज्यादा गहरी नींद में सोना बच्चे का तनाव ग्रस्त रहना, बच्चे में डर चिंता व क्रोध की भावना उत्पन्न होना बच्चे का मधुमेह रोग से ग्रस्त होना आदि इस समस्या के मुख्य कारण होते हैं

लक्षण

वैसे तो इस समस्या का सबसे बड़ा और मुख्य लक्षण बच्चे का हर रोज रात में बिस्तर पर पेशाब करना ही होता है जिसके ऊपर बच्चे का नियंत्रण नहीं होता और उसको इसके बारे में पता नहीं चलता जब बच्चा हर रोज ऐसा करने लगता है तब उसमें कई और भी लक्षण दिखाई देते हैं जैसे बच्चे का पेशाब करते समय तनाव में रहना, बच्चे का पेशाब बूंद बूंद बनकर निकलना,

बच्चे का पेशाब करने के बाद अपने आप पेशाब निकलना बच्चे का मूत्र मटमैला व गुलाबी निकलना, बच्चे का ज्यादा उत्तेजक रहना, बच्चे का तनाव ग्रस्त रहना व बार-बार लड़ाई झगड़ा करना, बच्चे में मारपीट व किसी बात का डर रहना,

बच्चे को बार बार प्यास लगना बच्चे का उल्टा सोना बच्चे का अपने छोटे भाई बहन से लड़ाई करना बच्चे का समय से पहले सो जाना आदि समस्या के कुछ सामान्य लक्षण होते हैं

बचाव

अगर आपका बच्चा हर रोज रात में पेशाब कर देता है तब आप उसकी इस समस्या से छुटकारा भी पा सकते हैं इसके लिए आपको कुछ ऐसी बातों का ध्यान रखना होगा जिससे उसको इस समस्या से बचाया जा सके जैसे

  • बच्चे को रात के समय ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन नहीं करने देना चाहिए
  • बच्चे को सोते समय पेशाब करवाना चाहिए बच्चे को रात में उठाकर पेशाब करवा देना चाहिए
  • बच्चे को मारपीट व डर के माहौल में नहीं रखना चाहिए और बच्चे के तनाव को कम करना चाहिए
  • बच्चे को टाइम से पहले नहीं सोने देना चाहिए
  • बच्चे को उल्टा नहीं सोने देना चाहिए
  • अगर आपके बच्चे का पेशाब बूंद बूंद बन कर निकल रहा है या पेशाब मटमैला या गुलाबी आता है तब आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए
  • आपको अपने बच्चे के मूत्राशय व मूत्र नलिका के इंफेक्शन व संक्रमण की जांच करवानी चाहिए
  • अपने बच्चे को कैफीन युक्त पेय पदार्थ और खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करने देना चाहिए क्योंकि यह आपके बच्चे के मूत्राशय को उत्तेजित करता है
  • आपको दिन में अपने बच्चे को हर डेढ़ से 2 घंटे के बीच में बार बार पेशाब करवाना चाहिए
  • आपको अपने बच्चे को ज्यादा मिठाई कुरकुरी चिप्स आदि का सेवन नहीं करने देना चाहिए
  • आपको अपने बच्चे को कोल्ड ड्रिंक सोडा व जूस आदि ज्यादा नहीं पिलाना चाहिए

उपचार

अगर आपके बच्चे के अगर आपके बच्चे को यह समस्या लंबे समय तक रह जाती है तब इससे आपके बच्चे को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है इसलिए आपको अपने बच्चे को डॉक्टर के पास लेकर जाना चाहिए और इस समस्या को डॉक्टर के सामने खुलकर रखना चाहिए

डॉक्टर आपके बच्चे की इस समस्या को दवाइयों के साथ ठीक कर सकते हैं आपको अपने बच्चे के गुर्दे मूत्राशय आदि के टेस्ट करवाने चाहिए जिससे आपके बच्चे की मूत्राशय या गुर्दे से संबंधित जो भी समस्या होगी वह सामने आ जाएगी कई बार यह समस्या बच्चे को मधुमेह रोग होने पर भी होने लगती है इसके अलावा बच्चे के मूत्राशय में इंफेक्शन और संक्रमण के कारण भी है

लेकिन आप अपने बच्चे की कुछ जीवनशैली और उसकी आदतों में बदलाव करके भी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं और इसके लिए आपको किसी दवाई या टेस्ट आदि की भी जरूरत नहीं होगी आपको अपने बच्चे को ऊपर बताई गई सभी बातों का पालन करवाना चाहिए

लेकिन मैं आपको सबसे पहले डॉक्टर के पास जाने की सलाह जरूर दूंगा क्योंकि यह समस्या आपके बच्चे में किसी दूसरे रोग के कारण भी उत्पन्न हो सकती है इसके लिए आपको सबसे पहले अपने बच्चे के टेस्ट आदि करवाना बहुत जरूरी है और इस समस्या को हल्के में बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए

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