दिवाली क्यों मनाया जाता है दिवाली को कैसे मनाना चाहिए
हमारे देश में हर साल बहुत सारे त्योहारों व खुशी के अवसरों को मनाया जाता है क्योंकि भारत की संस्कृति बहुत ही प्राचीन है और भारत में प्राचीन समय से इन सभी त्योहारों व खुशी के अवसरों को मनाया जा रहा है लेकिन आजकल के बदलते समय में हमारे त्योहारों व खुशी के अवसरों को मनाने का तरीका बदल गया है और हम सभी चीजों को एडवांस तरीके से मनाते हैं एक समय ऐसा था जब सभी लोग घर में ही मिलकर अपने त्योहारों व खुशी के अवसरों को मनाते थे.
घर में ही आपस में मिलजुल कर इन सभी त्योहारों का आनंद लेते थे लेकिन आजकल के समय में सभी लोग किसी भी त्योहार को मनाने के लिए बहुत ज्यादा पैसा खर्च करते हैं उनको अलग अलग तरीके से मनाने की कोशिश करते हैं आपको पता होगा कि हमारे देश में हर साल दिवाली, होली, रक्षाबंधन जैसे कई बड़े-बड़े पर्व मनाए जाते हैं जिनको लेकर कई दिन पहले ही तैयारियां शुरू हो जाती है.
इन सभी त्योहारों में खुशी व अवसरों को सभी लोग बहुत ही जोश और हर्ष उल्लास के साथ मनाते हैं लेकिन इन सभी त्योहारों को मनाते समय कई बार हम ऐसी गलतियां कर देते हैं जो कि हमारे जीवन में बुरा प्रभाव डालती है या हमारी गलतियां किसी दूसरे के लिए हानिकारक साबित हो जाती है तो इसी तरह से दिवाली के त्योहार के समय भी हम कई ऐसी गलतियां करते हैं जो कि शायद हमें नहीं करनी चाहिए.
इन गलतियों को करने से बचना चाहिए ताकि इनसे हमें भी कोई दिक्कत न हो और हमारे आसपास के लोगों को भी इनसे कोई परेशानी ना हो तो इस ब्लॉग में हम आपको दिवाली को ही अच्छे तरीके से मनाने के बारे में बताने वाले हैं इस ब्लॉग में हम आपको दिवाली को मनाते समय कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए,
किन-किन चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं करना चाहिए और दिवाली के समय हमें किन किन चीजों से बचना चाहिए इन सभी के बारे में बताने वाले हैं
दीपावली
दिवाली हमारे देश का एक सबसे बड़ा और प्रमुख त्योहार है क्योंकि दिवाली को हम बहुत ही प्राचीन समय से मनाते आ रहे हैं आप सभी जानते होंगे कि दिवाली भगवान श्रीराम की याद में मनाई जाती है क्योंकि प्राचीन समय में एक दशरथ नाम के राजा हुआ करते थे जो कि अयोध्या नगरी में राज करते थे उनके घर प्रभु श्री राम नाम के 1 पुत्र होते हैं जो कि धरती पर बढ़ रहे पाप को नष्ट करने के लिए मानव अवतार लेते हैं.
जब प्रभु श्री राम वनवास काटने जाते हैं तब माता सीता को दुष्ट रावण उठाकर ले जाता है श्री राम अपनी लंका और अपने भाई लक्ष्मण के साथ माता सीता को छुड़वाने के लिए जाते हैं लेकिन रावण इतना शक्तिशाली खतरनाक था कि उसे जीत पाना बहुत मुश्किल था इसलिए भगवान श्री राम के साथ हनुमान जी भी जाते हैं और फिर भगवान श्री राम रावण के साथ युद्ध करते हैं. रावण की नाभि में तीर मार कर उसकी मृत्यु करते हैं .
माता सीता को उसके चंगुल से छुड़ा लेते हैं और जब भगवान श्री राम माता सीता को रावण के चंगुल से छुड़ाकर लाते हैं और 14 साल के वनवास के बाद घर लौटते हैं तब सभी अयोध्यावासी खुशी से झूमने लगते हैं और भगवान श्री राम के आगमन पर सभी लोग अपने घरों में घी के दिए जलाते हैं और इसीलिए हर साल दिवाली के पर्व को मनाया जाता है और दिवाली के पर्व के मौके पर सभी लोग के दिए जलाते हैं.
जब भगवान श्री राम वनवास काटकर घर आते हैं वह दिन कार्तिक मास की अमावस्या का दिन होता है इसीलिए दिवाली के पर्व को हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है दिवाली का त्योहार दशहरे से 20 दिन बाद आता है इस त्यौहार को आलोक का त्यौहार या बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार भी माना जाता है
दिवाली को कैसे मनाना चाहिए
दिवाली का त्यौहार एक खुशी का त्यौहार है इसलिए इस त्यौहार को पूरे भारत में बहुत ही जोर और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है और इस त्यौहार के आने से कई दिन पहले ही इस त्यौहार के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी जाती है लेकिन आजकल के बदलते समय के कारण इस त्यौहार को मॉडल तरीके से मनाया जाने लगा है.
प्राचीन समय में इस त्यौहार को घर में दिए जलाकर मनाया जाता था लेकिन आजकल के आधुनिक समय में इस त्यौहार के मौके पर दिए बहुत ही कम लोग जलाते हैं और दीयों की तरह जगह पर है एलईडी लाइट, लड़ी जैसी चीजें लगाने लगे हैं जिससे दीए बनाने वालों का काम छिन चुका है
दिवाली के मौके पर क्या करें
1.पहले हमें दिवाली को इको फ्रेंडली तरिके से मनाने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि इको फ्रेंडली दिवाली वह दिवाली होती है जिसमें किसी भी तरह की गलत वह हानिकारक चीजों का उपयोग नहीं होता और यह दिवाली सिंपल दिवाली होती है अगर आप इको फ्रेंडली दिवाली के बारे में नहीं जानते तो आप हमारी वेबसाइट पर इको फ्रेंडली दिवाली के ब्लॉक को भी देख सकते है
2.दिवाली के मौके पर हमें ज्यादा से ज्यादा दियों का ही इस्तेमाल करना चाहिए जिससे हमारा खर्चा भी कम होता है और दीए बनाने वालों के घर भी अच्छे तरीके से दिवाली मन पाती है क्योंकि तेजी से बदलते समय के कारण बहुत सारे लोग ऐसे हैं जिनका कारोबार बंद हो चुका है और इन्हीं में से दीए बनाने वाले लोग भी आते हैं क्योंकि आजकल लोग दीयों की जगह पर लाइट का इस्तेमाल करते हैं
3.हमें बाहर से बनी हुई मिठाइयों का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि दिवाली के मौके पर मार्केट में मिठाइयों व दूध आदि की मांग बहुत ज्यादा बढ़ जाती है जिसके कारण कुछ लोग मिलावटी मिठाइयां बेचते हैं और यह मिठाइयां हमारे लिए खतरनाक होती है और इसके साथ ही इनके लिए हमें बहुत ज्यादा पैसा भी खर्च करना पड़ता है इसलिए दिवाली के मौके पर जितना हो सके हमें घर की बनी हुई चीजों का ही इस्तेमाल करना चाहिए
4.दिवाली के मौके पर हमें पटाखों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इनके कारण हमारे आसपास में गंदगी फैलती है और पटाखों के कारण हमारा वातावरण भी दूषित होता है आपने देखा होगा कि दिल्ली जैसे महानगरों के आसपास दिवाली वाले दिन बहुत ज्यादा दुआ इकट्ठा हो जाता है जिससे उन लोगों को सांस लेने में भी परेशानी आती है और इसके साथ ही दिवाली के पटाखे ध्वनि प्रदूषण को भी बढ़ावा देते हैं
5.दिवाली के मौके पर हमें ज्यादा से ज्यादा दान करना चाहिए क्योंकि हमारे देश में बहुत सारे लोग ऐसे हैं जिनको एक वक्त की रोटी तक नहीं मिल पाती इसलिए अगर आप दिवाली जैसे त्योहार के मौके पर कुछ चीजें दान करते हैं तो यह उन गरीब लोगों के लिए बहुत बड़ी मदद होगी इसके अलावा आप कपड़े जूते चप्पल वह दूसरी चीजें भी डाल कर सकते हैं
6.दिवाली के मौके पर आपको केमिकल से बनी हुई चीजों को इस्तेमाल करने से बचना चाहिए क्योंकि यह सभी चीजें आपके लिए तो हानिकारक हो ही सकती है इसके साथ ही यह हमारे वातावरण के लिए भी हानिकारक होती है और यह हमारे वातावरण को दूषित करती है
7.दिवाली के मौके पर हमें ज्यादा खतरनाक और बड़ी पटाखों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इनके कारण हमारे वातावरण में ऊपर तक धुंआ फैल जाता है और हमारा पूरा वातावरण कई दिनों तक दूषित रहता है और इसके साथ ही इन बड़े पटाखों से हमें और हमारे बच्चों को चोट लगने का डर रहता है
8.दिवाली के मौके पर सभी लोग जोरों शोरों से शॉपिंग करते हैं और दिवाली वाले दिन सभी मार्केट से लाई गई चीजों का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इनके कारण हमारे आसपास गंदगी फैल जाती है क्योंकि हम मार्केट से बहुत सारे ऐसे थैले पटाखे कूड़े करकट की दूसरी चीजें लेकर आते हैं जो कि हमारे आसपास बिखर जाती है इसलिए हमें दिवाली के मौके पर कम से कम गंदगी फैलाने की कोशिश करनी चाहिए
9.आपने देखा होगा कि बहुत सारे लोग दिवाली के मौके पर रंगोलियां बनाते हैं लेकिन रंगोली लेकिन जिन रंगों से हम रंगोली बनाते हैं वह केमिकल युक्त रंग होते हैं जिन से हमारे शरीर पर रिएक्शन हो सकता है वह इन केमिकल युक्त रंगों के कारण हमारे आसपास की चीजों को भी नुकसान पहुंचता है इसलिए हमें रंगोली की जगह पर फूलों का इस्तेमाल करना चाहिए
हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताई गई दिवाली को अच्छी तरीके से मनाने की यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है और आप ऐसी ही और जानकारी आप आना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.