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इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग क्या है इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर कैसे बने

इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग क्या है इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर कैसे बने

इस आधुनिक समय में हमारे खाने पीने रहने सहने, खेलने कूदने और मनोरंजन करने के ढंग में तो बदलाव आया ही है इसके साथ ही हमारे पढ़ाई करने की भी तरीके में बहुत सारा बदलाव आया है पहले के समय में हमें किसी भी फील्ड में जाना बहुत आसान होता था क्योंकि हमारे सामने कुछ सीमित ही जॉब के विकल्प होते थे.

लेकिन आज के समय में कई ऐसे एडवांस कोर्स आ चुके हैं जहां से आप उन डिग्रियों को प्राप्त करके अपने भविष्य को काफी ऊंचाई तक ले जा सकते हैं क्योंकि आजकल की बहुत सारी जॉब अपॉर्चुनिटी को अलग-अलग कोर्सेज में बदलकर उनके स्पेशलाइजेशन कोर्स बना दिए गए हैं.

यदि आप किसी भी फील्ड में जाना चाहते हैं तो आप उसका स्पेशलाइजेशन कोर्स कर सकते हैं ताकि आप किसी एक फील्ड में स्पेशल बन सके तो इस ब्लॉग में भी हम आपको ऐसे ही एक इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में बताने वाले हैं.

इस ब्लॉग में हम आपको इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर कोर्स के बारे में बताएंगे इंस्ट्रूमेंटेशन इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर क्या होता है इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर कैसे बनते हैं और उसके लिए क्या-क्या करना पड़ता है.

इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर क्या होता है

What is instrumentation engineering – इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स स्पेशलाइजेशन कोर्स है जिसके अंतर्गत छात्रों को डिजाइन, प्रवाह, तापमान ,पीएच, बल ,गति, दबाव आदि के बारे में सिखाया जाता है इन सभी चीजों को कैसे नियंत्रण किया जाता है कैसे इनको ठीक किया जाता है कैसे इन चीजों से काम लिया जाता है.

उन सभी को सुचारू रूप से चलाने के लिए इनके ऊपर नियंत्रण करना बहुत जरूरी है और इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग में आपको इन सभी चीजों के बारे में सिखाया जाता है इसके अलावा इस कोर्स में आपको रिकॉर्ड ट्रांसमीटर डिस्पले कंट्रोल सिस्टम सेंसर आदि को नियंत्रण करने के बारे में भी सिखाया जाता है.

इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग एक बहुत ही कठिन कोर्स माना जाता है क्योंकि इसमें आपको कठिन पढ़ाई के साथ-साथ अलग-अलग छोटी से बड़ी चीजों के बारे में सीखना पड़ता है. इसीलिए इस कोर्स को करना कठिन होता है.

लेकिन यदि आप इस कोर्स की डिग्री प्राप्त कर लेते हैं और आप एक अच्छे इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग बन जाते हैं तो उसके बाद में आपको काफी अच्छी सैलरी मिलती है और आप काफी अच्छे पद पर काम भी कर सकते हैं.

इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कैसे करें

how to become an instrumentation engineer – यदि आप इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अलग-अलग प्रकार के इंस्ट्रुमेंट में दिलचस्पी रखते हैं तो आप इसी फील्ड में जाकर एक अच्छे इंजीनियर भी बन सकते हैं. क्योंकि जो लोग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अलग-अलग प्रकार की इंस्ट्रूमेंट में दिलचस्पी रखते हैं वह लोग आगे जाकर इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स करते हैं.

यदि आप इस फील्ड में जाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 12वीं क्लास से ही शुरुआत करनी पड़ती है क्योंकि 12वीं क्लास में आपको साइंस विषय के साथ कम से कम 60% अंक प्राप्त करने होते हैं उसके बाद में आपको जिस भी कॉलेज में इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स करना है उस का एंट्रेंस एग्जाम देना होता है.

इस एंट्रेंस एग्जाम में कई अलग-अलग प्रकार की एग्जाम शामिल होते हैं यदि आप इस एग्जाम को पास कर लेते हैं तो आपको इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स में दाखिला मिल जाता है और यदि आपने 12वीं क्लास में मेरिट प्राप्त की है तो उसके आधार पर भी आपको कॉलेज में दाखिला मिल सकता है.

इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स के साथ ही कई ऐसे और कोर्स भी जुड़े हुए हैं. जो कि आप इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग के बाद कर सकते हैं जैसे बैचलर आफ इंजीनियरिंग इन इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक,इंजीनियरिंग, बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग आदि.

जरूरी स्किल

यदि आप इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स करना चाहते हैं और इस फील्ड में एक अच्छे इंजीनियर बनना चाहते हैं तो ऐसा नहीं है कि आपने सिर्फ डिग्री प्राप्त की और आप एक सफल इंजीनियर बन गई क्योंकि इस फील्ड में आपके पास कई ऐसी जरूरी स्किल भी होनी चाहिए जो कि आपको इस फील्ड में सफल बना सके जैसे]

  • आपको टीम वर्क करना आना चाहिए
  • आपको किसी भी दुर्घटना का सामना करना आना चाहिए
  • आपको अलग-अलग परिस्थितियों से बाहर निकलना आना चाहिए
  • आपको नई नई चीजों की खोज और रिसर्च करने में भी दिलचस्पी होनी चाहिए
  • आपके पास क्रिएटिव दिमाग होना बहुत जरूरी है
  • आपको अलग-अलग प्रकार के इंस्ट्रूमेंट को समझने की क्षमता होनी चाहिए
  • आपके अंदर सहनशीलता और धैर्य होना बहुत जरूरी है
  • आपका रहन सहन वह बात करने का तरीका अच्छा होना चाहिए
  • आपको अपनी फील्ड की चीजों के बारे में अच्छे से जानकारी होनी चाहिए
  • आपको अपने काम के प्रति लगाव होना चाहिए
  • आपको अलग-अलग परिस्थितियों में खुद को डालना आना चाहिए

इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग के कार्य

यदि आप इस फील्ड में एक अच्छे इंजीनियर बन जाते हैं तो उसके बाद में आपको अलग-अलग कंपनियों व विभागों के साथ जुड़कर अलग-अलग फील्ड में कार्य करने होते हैं इस फील्ड में आपको नए-नए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का डिजाइन तैयार करना उनको कंट्रोल करना उनके अंदर इंप्रूवमेंट करना नए-नए सेंसर को बनाना सभी को सुचारु रुप से चलाना अलग-अलग डिवाइस को ठीक करना आदि का काम होता है यह सभी आपको अलग-अलग कंपनियों में अलग-अलग कार्य करना होता है

जॉब

यदि आप इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स की डिग्री प्राप्त कर लेते हैं तो उसके बाद में आपको कुछ समय का अभ्यास भी करना होता है जिसके लिए आपको अलग-अलग कंपनियों के साथ भी जुड़ना पड़ सकता है.

एक्सपीरियंस लेने के बाद में आप किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस कंपनी जा किसी दूसरी कंपनी के साथ जुड़ सकते हैं जहां पर आपको अलग-अलग पदों पर नियुक्त किया जाता है.

इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग करने के बाद में आप इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर ,ऑटोमेशन इंजीनियर, ड्राफ्ट्समैन, कंट्रोल इंजीनियर ,इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, टेक्निकल सपोर्ट इंजीनियर, सीनियर डिजाइन इंजीनियर, प्रोफेसर, लेक्चरर, इलेक्ट्रॉनिक एंड कंट्रोल इंजीनियर, प्रपोजल इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर जैसे पदों पर जॉब कर सकते हैं.

जहां पर आपको डेवलपमेंट डिजाइन इंफेक्शन मेंटेनेंस आदि का काम करना होता है यदि आप इस फील्ड में चले जाते हैं तो आपको हर महीने ₹100000 तक की सैलरी मिल सकती है बाकी है आपके एक्सपीरियंस के ऊपर भी निर्भर करता है.

हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताई गई इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.

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