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टीनिया रोग क्या है इसके कारण, लक्षण, बचाव व उपचार

टीनिया रोग क्या है इसके कारण, लक्षण, बचाव व उपचार

जिससे हमारे शरीर के अंदर बीमारियां उत्पन्न होती है उसी तरह से हमारे शरीर के बाहर भी बीमारियां उत्पन्न होती है और ज्यादातर बीमारियों हमारी त्वचा के ऊपर होती है जैसे अलर्जी, इंफेक्शन या संक्रमण आदि लेकिन ज्यादातर लोगों को संक्रमण की वजह से ही त्वचा की बीमारियां उत्पन्न होती है.

तो आज के इस ब्लॉग में हम ऐसी ही एक संक्रामक बीमारी के बारे में बात करने वाले हैं इस ब्लॉक में हम टीनिया बीमारी के बारे में बात करेंगे इस ब्लॉग में हम टीनिया के उत्पन्न होने के कारण लक्षण बचाव व इसके उपचार आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे.

टीनिया रोग क्या है

What is tinea disease यह एक ऐसी खतरनाक संक्रामक बीमारी है जिससे रोगी की त्वचा के ऊपर लाल या गुलाबी रंग के गोल चकत्ते बनने लगते हैं जिस तरह से दाद के उत्पन्न होने पर बनते हैं लेकिन यह दाद से बिल्कुल अलग होते हैं यह चकत्ते ज्यादातर गर्दन, कंधे दाढ़ी की जगह पर या नीचे की जांघों और गुप्तांगों के पास उत्पन्न होते हैं

वैसे तो इन चकतो के ऊपर दर्द व ज्यादा खाज खुजली उत्पन्न नहीं होती लेकिन जब किसी की त्वचा के ऊपर यह उत्पन्न होते हैं तब ये चकत्ते उनकी सुंदरता को प्रभावित करते हैं और कई बार यह चकते रोगी के पूरे शरीर के ऊपर फैलने लगते हैं जिससे रोगी का पूरा शरीर खराब हो जाता है

इसलिए इस समस्या के शुरुआती समय में ही इस को नियंत्रण में करना बहुत जरूरी है इसके लिए आपको किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाना चाहिए और उससे इलाज करवाना चाहिए

टीनिया रोग के कारण

Causes of tinea disease in Hindi – अगर इस समय अगर इस बीमारी के कारणों के बारे में बात की जाए तो इस बीमारी के उत्पन्न होने के पीछे बहुत सारे कारणों का हाथ हो सकता है जैसे गीले कपड़े पहनना, गंदे कपड़े पहनना, गंदे पानी से स्नान करना, गंदे तोलिए या गंदे बिस्तर आदि का इस्तेमाल करना, लगातार स्नान करते रहना,

किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना, रोगी के शरीर में मोटापा आना, रोगी के शरीर का भार बढ़ जाना, रोगी के शरीर मैं पहले से ही किसी संक्रामक रोग का होना, रोगी का ज्यादा एलोपैथिक दवाइयों का इस्तेमाल करना,ज्यादा पानी वाले क्षेत्र में रहना, बारिश में आसपास गंदे पानी का जमाव होना,

संक्रमित जानवरों के आस पास जाना, किसी संक्रमित व्यक्ति के चकत्तों को छूना, किसी संक्रमित व्यक्ति के द्वारा इस्तेमाल किए गए तोलिए बिस्तर आदि का इस्तेमाल करना या ज्यादा नमी वाले क्षेत्र में रहना इस समस्या के मुख्य कारण होते हैं इसके अलावा इसके और बहुत सारे कारण हो सकते हैं

टीनिया रोग के लक्षण

Symptoms of tinea disease in Hindi – अगर इस समस्या के लक्षणों के बारे में बात की जाए तो इस समस्या के उत्पन्न होने पर रोगी में कई लक्षण दिखाई देते हैं जैसे रोगी की त्वचा के ऊपर किसी सीमित जगह पर खाज खुजली व हल्की जलन होना, रोगी की ग्रॉइन में रेस होना, रोगी की जांघों और बर्ड्स के ऊपर रेस होना,

रोगी की त्वचा के ऊपर पहले हल्के गुलाबी धब्बे पड़ना, समय के साथ साथ धब्बों का रंग गहरा लाल होना, रोगी की जांघों व गुप्तांगों के ऊपर खुजली आना, चकत्ते छोटे हुए बाद में धीरे-धीरे बड़े होना आदि इस समस्या के मुख्य लक्षण होते हैं

इसके अलावा इस समस्या के इतने ज्यादा लक्षण दिखाई नहीं देते क्योंकि इसका सिर्फ एक ही मुख्य लक्षण होता है जिससे रोगी की त्वचा के ऊपर लाल रंग के चकत्ते दिखाई देने लगते हैं

टीनिया रोग से बचाव

Prevention of tinea disease in Hindi – अगर आप इस बीमारी से बचना चाहते हैं तब इसके लिए आपको कुछ ऐसी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है जो कि आप को इस समस्या से बचा सकती है या इस समस्या को आगे बढ़ने से रोक सकती है जैसे

  • आपको हमेशा साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहिए
  • आपको कभी भी गीले कपड़े नहीं पहने चाहिए
  • आपको हर रोज स्नान करना चाहिए
  • आपको ज्यादा अलग-अलग प्रकार के शैंपू व साबुन आदि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
  • आपको हमेशा साफ पानी से ही स्नान करना चाहिए
  • आपको कभी भी नहर जोहड़ तालाब आदि में ज्यादा देर तक स्नान नहीं करना चाहिए
  • आपको बारिश के मौसम में अपने घर के आसपास बारिश का पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए
  • आपको किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना चाहिए
  • आपको किसी व्यक्ति के चकतों को छूना नहीं चाहिए
  • आपको किसी संक्रमित व्यक्ति के द्वारा इस्तेमाल किए गए तो लिए कपड़े या बिस्तर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
  • आपको इस समस्या के उत्पन्न होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए
  • आपको ज्यादा मिर्च मसालेदार और उत्तेजक पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए
  • आपको ज्यादा कुरकुरे चिप्स फास्ट फूड आदि का सेवन नहीं करना चाहिए आपको अपने चकतों को नाखून से खूरचना नहीं चाहिए
  • आपको ज्यादा शराब बीड़ी सिगरेट आदि का सेवन नहीं करना चाहिए
  • आपको गंदे कपड़े गंदे बिस्तर आदि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
  • आपको गर्मी के मौसम में ऊनी कपड़े का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए

टीनिया रोग का  उपचार

Treatment of tinea disease  in Hindi -अगर आपको यह समस्या हो जाती है तब आपको इसके उपचार के लिए तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए इसके लिए डॉक्टर आपकी त्वचा के ऊपर बने हुए चकतों की जांच करते हैं और फिर आपको उससे छुटकारा पाने के लिए एंटी फंगल क्रीम, लोशन और शैंपू आदि का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है

जिससे आपको आसानी से इस समस्या से छुटकारा मिल जाता है इसके अलावा अगर आपको यह समस्या फिर से होती है तब आपको किसी अच्छे डॉक्टर से मिलने की जरूरत होती है क्योंकि कई बार यह समस्या रोगियों में बार-बार उत्पन्न होने लगती है इसके अलावा डॉक्टर आपको अलग-अलग प्रकार की टेबलेट कैप्सूल और इंजेक्शन आदि भी देते हैं

जिससे आपकी इस समस्या को आगे बढ़ने से रोका जाता है अगर आप किसी अच्छे डॉक्टर से मिलते हैं और डॉक्टर आपको सही तरीके से ट्रीटमेंट देते हैं तब आपकी इस समस्या को लगभग 3 से 5 हफ्ते के बीच में ही नियंत्रण में किया जा सकता है

लेकिन फिर भी अगर आपको यह समस्या बार-बार होने लगती है तब आपको किसी अच्छे त्वचा के डॉक्टर से मिलना चाहिए और अपनी त्वचा की अच्छे से जांच करवाने चाहिए क्योंकि अगर आप इस समस्या को हल्के में ले लेते हैं या किसी अच्छे डॉक्टर से नहीं मिलते तब यह समस्या आपको बार-बार होने लगती है और कई बार यह समस्या आपके पूरे शरीर पर फैल सकती है

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