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इंजीनियर दिवस कब कैसे और क्यों मनाया जाता है

इंजीनियर दिवस कब कैसे और क्यों मनाया जाता है

किसी भी देश को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए उस देश में सबसे ज्यादा हॉस्पिटल रोड स्कूल कॉलेज व दूसरी बड़ी इमारतों का निर्माण होना बहुत जरूरी है और अगर किसी देश में यह सभी चीजें तेजी से बन रही है तो वह देश विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है और इन सभी चीजों को बनाने के लिए इंजीनियर का बहुत बड़ा योगदान होता है यानी साधारण भाषा में कहा जाए तो किसी की विकासशील देश में बढ़िया और अच्छे इंजीनियर का होना बहुत जरूरी है क्योंकि जिस देश में बढ़िया और अच्छे इंजीनियर होंगी वह देश अपने लोगों की जरूरत मंद चीजें जैसी सड़क हॉस्पिटल स्कूल कॉलेज आदि का तेजी से निर्माण कर पाएगा.

जिनके कारण देश की गति देश के विकास की गति तेजी से बढ़ती है तो इंजीनियर महत्वपूर्ण योगदान को देखते हुए बहुत सारे देश हर साल इंजीनियर दिवस मनाते हैं उन देशों में भारत भी शामिल है क्योंकि भारत भी एक विकासशील देश है और भारत की प्रगति में इंजीनियर का बहुत बड़ा योगदान है तो इस ब्लॉग में हम आपको इंजीनियर दिवस मनाने के बारे में बताने वाले हैं इस ब्लॉग में अब आपको इंजीनियर दिवस कब कैसे और क्यों मनाया जाता है इसके बारे में विस्तार से बताएंगे.

इंजीनियर दिवस

इंजीनियर दिवस भी दुनिया में बनाए जाने वाले दूसरे दिवस दिन की तरह ही एक दिवस की तरह ही एक दिन होता है इंजीनियर दिवस दुनिया भर के 10 से ज्यादा देशों में मनाया मनाया जाता है जिसमें भारत भी शामिल है और इंजीनियर दिवस सभी देश अलग-अलग रूप से बनाते हैं और इंजीनियर दिवस के मौके पर सभी देश अपने देश के इंजीनियरों के महत्व को याद करते हैं क्योंकि दुनिया भर में जितनी भी बड़ी-बड़ी इमारतें पुल आदि बने हैं वे सभी इंजीनियर की बदौलत ही बने हैं इंजीनियर की बजाए इतनी बड़ी-बड़ी इमारतों की कल्पना करना भी नामुमकिन है.

अगर किसी देश में अच्छे इंजीनियर नहीं है तो वह देश दूसरे देशों के मुकाबले में कम तरक्की करता है और अगर किसी देश के पास एडवांस टेक्निक के इंजीनियर्स है तो वह देश अपने देश में बड़ी-बड़ी इमारतें स्कूल पुल सड़कें व दूसरी चीजों का निर्माण कर सकता है क्योंकि इंजीनियर को सभी चीजों के बारे में बारीकी से पता होता है और किसी भी इमारत की नींव रखने से पहले इंजीनियर उस जगह, उस मटेरियल, उस इमारत के नक्शे, उस इमारत के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त करते हैं और फिर सभी चीजों को ध्यान में रखकर किसी इमारत की नींव रखी जाती है उदाहरण के लिए आप बुर्ज खलीफा को देख सकते हैं जो कि दुनिया की सबसे बड़ी इमारत है.

इंजीनियर के बिना इस इमारत की कल्पना करना नामुमकिन है और इसी तरह से भारत में भी बहुत बड़े-बड़े इंजीनियर हुए हैं जिन्होंने भारत के विकास में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है और इन इंजीनियर के योगदान को बार सरकार भी महत्व देती है इसीलिए भारत सरकार हर साल इंजीनियर दिवस मनाती है और भारत में इंजीनियर दिवस दूसरे देशों के मुकाबले में ज्यादा अच्छे से मनाया जाता है क्योंकि भारत में भी इंजीनियर दिवस का एक बहुत पुराना इतिहास रहा है.

इंजीनियर दिवस कब मनाया जाता है

दुनिया भर के अलग-अलग देश अलग-अलग तरीकों से इंजीनियर दिवस को मनाते हैं इसी तरह से भारत में भी इंजीनियर दिवस को अलग तरीके से मनाया जाता है क्योंकि भारत में इंजीनियर दिवस मनाने के पीछे एक बहुत बड़े इंजीनियर की वजह है भारत में इंजीनियर दिवस भारत के सबसे बड़े इंजीनियर मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया के जन्म दिवस के ऊपर मनाया जाता है मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया एक बहुत ही महान और आदर्शवादी इंजीनियर थे वे बड़े इंजीनियर के साथ ही नेक इंसान भी थे वह कभी भी किसी इंसान को ठेस नहीं पहुंचाते थे और सदैव दूसरों का भला करते थे और वे अपने जीवन में कभी भी मांस मिट्टी धूम्रपान और नशे आदि के पास तक नहीं गए क्योंकि वह एक बहुत ही महान आयुर्वेदिक चिकित्सक के बेटे थे उनकी माता एक धार्मिक महिला थी इसलिए वे मांस मिट्टी धूम्रपान और नशे के पास नहीं जाते थेमोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया ने अपनी शुरुआती शिक्षा प्राइमरी स्कूल में ही की थी उसके बाद बेंगलुरु चले गए जहां से उन्होंने आगे की पढ़ाई जारी रखी है.

दुनिया भर के सभी देशों में इंजीनियर अलग अलग तरीके अलग-अलग तारीखों से यह तारीख को मनाया जाता है इसी तरह से भारत में इंजीनियर दिवस 15 सितंबर को मनाया जाता है क्योंकि 15 सितंबर 1860 भारत के जाने-माने आदर्शवादी इंजीनियर मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी का जन्म हुआ था और उनके जन्मदिवस को ही इंजीनियर दिवस के रूप में मनाया जाता है इस दिन बहुत जगह पर अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है कई बार उनके जन्मदिवस के मौके पर उनके नाम से कई नहर सड़क चौक आदि का नाम भी का निर्माण भी किया जाता है मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया भारत के एक जाने-माने इंजीनियर थे.

उनके काम की विदेशों में भी सराहना की जाती है और उन्होंने भारत के जल स्रोतों से जुड़ी हुई चीजों के ऊपर बहुत ज्यादा जोर दिया उन्होंने भारत में नहर नदी नाले नाली और अन्य सिंचाई के साधनों का बहुत तेजी से निर्माण किया जिससे भारत के किस क्षेत्र को बढ़ाने में मदद मिली और इसी कारण भारत तेजी से एक कृषि प्रधान देश भी बना क्योंकि भारत में पहले कुछ ऐसी जगह थी जहां पर पानी पहुंचाना नामुमकिन था लेकिन मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया के नेतृत्व में कई बड़ी-बड़ी नेहर,नालो और बांधों का निर्माण करके बिना पानी वाले स्थान पर पानी पहुंचाया गया और उस जमीन को कृषि योग्य बनाया गया और मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया के महान योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने उन को भारत रत्न पुरस्कार से भी पुरस्कृत किया.

मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया

मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी ने भारत में अपने इंजीनियरिंग से भारत के विकास में योगदान दिया इसके साथ ही वे शिक्षा के ऊपर भी बहुत ज्यादा जोर देते थे क्योंकि वह एक बहुत ही आदर्शवादी आयुर्वेदिक चिकित्सक के बेटे थे इसी कारण से वे एक इतने बड़े महान इंजीनियर भी बने मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी चाहते थे कि भारत का एक एक बच्चा शिक्षा ग्रहण करें क्योंकि उनका मानना था कि जिसके पास शिक्षा नहीं है वही लोग गरीबी और भूखमरी का शिकार होते हैं और अगर कोई इंसान शिक्षा प्राप्त कर लेता है तब वह इस प्रकार की स्थिति का सामना नहीं करेगा इसलिए वे चाहते थे कि सभी लोग अच्छे से पढ़ाई करें और पढ़ लिख कर एक अच्छे इंसान बन सके.

मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी ने अपने इंजीनियरिंग काल में कई बड़ी-बड़ी नेहरु बांध व फैक्ट्रियों का निर्माण किया जिनमें कृष्णराज सागर बांध और भद्रावती आयरन एंड स्टील वर्क जैसी मशहूर चीजें शामिल है उनके काम करने का तरीका बहुत ही सरल और सहज होता था.

लक्ष्य

अगर भारत में इंजीनियर दिवस बनाने के लक्ष्य के बारे में बात की जाए तो भारत सरकार इंजीनियर दिवस इसलिए मनाती है ताकि भारत में ज्यादा से ज्यादा इंजीनियर बन सके क्योंकि भारत एक विकासशील देश है और भारत में बढ़िया और अच्छी क्वालिटी के इंजीनियर होना बहुत जरूरी है क्योंकि भारत में हर दिन नई नई इमारतों पुल बांध सड़क नहर आदि के निर्माण के लिए परियोजनाओं की घोषणा होती है इनके लिए बढ़िया और एडवांस टेक्निक के इंजीनियर का होना बहुत जरूरी है हालांकि भारत बहुत सारे देशों से आईटीआई व इंजीनियरिंग के क्षेत्र में बहुत ज्यादा आगे है और भारत में बहुत सारी आईटी एवं इंजीनियरी संस्थाएं हैं जो कि अपने स्टूडेंट्स को बहुत ही बढ़िया तरीके की फैसिलिटी प्रोवाइड कराती है.

इसी कारण पिछले कुछ दशकों में भारत में भी छात्र आईटीआई व इंजीनियरिंग की तरफ ज्यादा अग्रसर हो रहे हैं और इसका असर भारत के विकास में भी देखने को मिल रहा है क्योंकि भारत में पिछले लगभग दो से तीन दशकों में बहुत सारी परियोजनाओं को सफल बनाया है जिनसे भारत में विकास की गति विकास की गति को रफ्तार मिली है और अगर ऐसे ही भारत में हर साल इंजीनियरिंग एवं आईटी संस्थाओं का निर्माण होता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब भारत एक विकसित देश कहलाएगा.

फायदा

जब किसी देश में ज्यादा से ज्यादा स्कूल कॉलेज अस्पताल आदि का निर्माण होता है तब इस बात को समझा जाता है कि वह देश विकास की रफ्तार पकड़ चुका है और इसी वजह से उस देश में इतनी बड़ी बड़ी चीजों का तेजी से निर्माण हो रहा है इसी तरह से भारत में इंजीनियरिंग एवं आईटी क्षेत्र में बहुत सारी संस्थाओं का निर्माण हो रहा है और इसी के चलते भारत में हर साल लाखों बच्चे आईटीआई इंजीनियरिंग क्षेत्र में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और अगर भारत में जल्दी-जल्दी ऐसे ही आईटीआई इंजीनियरिंग संस्थाओं का निर्माण होता है रहा तब भारत में बढ़िया और अच्छी क्वालिटी के इंजीनियर बनेंगे इसमें कोई शक नहीं है इसी की वजह से भारत में भी आने वाले कुछ सालों में कई बड़ी-बड़ी इमारतों पुल बांध नहर में दूसरी चीजों का निर्माण होगा.

तो हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताई गई आपको इंजीनियर दिवस की यह जानकारी पसंद आई होगी तो ऐसी ही और जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.

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