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एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग क्या है एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स कैसे करें

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग क्या है एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स कैसे करें

भारत एक बहुत बड़ा कृषि प्रधान देश हैं. हमारे देश की 70% से भी ज्यादा आबादी किसी न किसी तरीके से खेती के साथ जुड़ी हुई हैं. पहले के समय में खेती करना गरीब व अनपढ़ लोगों का काम समझा जाता था लेकिन आजकल के आधुनिक समय में बहुत सारे लोग ऐसे हैं.

जो भी बड़ी-बड़ी डिग्रियां लेकर खेती के साथ जुड़े हुए हैं. क्योंकि हमारे देश में पिछले कुछ समय से खेती के ऊपर कई अलग-अलग प्रकार के शोध हुए हैं. और बहुत सारी अलग-अलग डिग्रियां भी बनाई गई हैं. इसीलिए हमारे देश में अब पिछले कुछ समय से एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के ऊपर भी बहुत ज्यादा जोर दिया गया हैं.

जिसमें हर साल बहुत सारे छात्र दाखिला लेते हैं. और अपनी एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग की पढ़ाई को पूरा करते हैं. तो आज किस ब्लॉक में हम आपको एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं.

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग

एक समय ऐसा था जब भारत में खेती करना बहुत कठिन होता था क्योंकि उस समय में हमारे देश में खेती करने के इतने आधुनिक संसाधन नहीं थे जिसकी वजह से खेती करना और उस की पैदावार को बढ़ाना बहुत मुश्किल था लेकिन पिछले दो से तीन दशकों में हमारे देश में खेती के ऊपर बहुत ज्यादा जोर दिया गया हैं.

जिसकी वजह से पिछले कुछ सालों में भारत कृषि के क्षेत्र में बढ़ चढ़कर नए-नए मुकाम हासिल कर रहा हैं. और हर साल पैदावार को बढ़ाया जा रहा हैं. क्योंकि हमारे देश में अब कृषि के मामले में बहुत सारे आधुनिक उपकरणों व मशीनों का इस्तेमाल होने लगा हैं. जिनके कारण खेती करना भी आसान हुआ हैं.

खेती की पैदावार को भी बढ़ाने में मदद मिली हैं. और हर साल नए नए उपकरणों व मशीनों के ऊपर जोर दिया जा रहा हैं. यह सब काम एक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के द्वारा ही किया जाता है.

एग्रीकल्चर इंजीनियर का मुख्य काम नई नई आधुनिक तकनीक से लैस कृषि मशीनों व उपकरणों को बनाना, उनके डिजाइन को तैयार करना, उनसे काम लेने के बारे में सिखाना, उनकी क्षमता को समझना और उनके सिस्टम को तैयार करना होता हैं. यह सब काम एक एग्रीकल्चर इंजीनियर ही करता हैं.

एग्रीकल्चर इंजीनियर ऐसे उपकरण तैयार करवाता हैं. जो कि खेती करने में सहायक होते हैं. और उनसे किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती इसीलिए आपने देखा होगा कि हमारे देश में अब बहुत सारी ऐसी मशीनें आ चुकी हैं.

जो कि पहले अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा जैसे देशों में होती थी जिसके कारण अब हमारे देश के किसान हर साल पैदावार को बढ़ाने में नए नए रिकॉर्ड बना रहे हैं. और हमारे देश में अब गेहूं गना सरसों जैसी फसलें बहुत ज्यादा मात्रा में उगाई जाती है.

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कैसे करें

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आने वाली वह डिग्री हैं. जिसमें छात्रों को खेती में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों व मशीनों आदि के बारे में पढ़ाया वह समझाया जाता हैं. इस इंजीनियरिंग डिग्री में छात्र नई नई मशीनों की खोज करना, मशीनों के डिजाइन को बनाना, मशीनों को सुरक्षा देना, उनसे काम लेने

और उनकी क्षमता आदि को समझने का प्रयास करते हैं. ताकि डिग्री लेने के बाद वे किसी अच्छी कंपनी के साथ जुड़कर नई नई मशीनों को बना सके और नई-नई मशीनों व उपकरणों की खोज कर सकें ताकि किसानों को खेती करने में आसानी हो और उनको इस्तेमाल करने में भी परेशानी न आए.

योग्यता

यदि आप इंजीनियर यदि आप एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग करना चाहते हैं. तो इसकी शुरुआत आपको 12वीं क्लास से ही करनी पड़ती हैं. क्योंकि इस इंजीनियरिंग क्षेत्र में जाने के लिए आपको 12वीं क्लास में विज्ञान विषय के साथ कम से कम 60% अंक लेने होते हैं. उसके बाद में आपको आगे चलकर इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश मिलता हैं.

यदि आप साइंस और गणित जैसे विषयों में ज्यादा रुचि रखते हैं. तो आपको एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में इस चीज का काफी फायदा मिलता हैं. एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग डिप्लोमा 4 वर्ष का ग्रैजुएट कोर्स होता हैं. इसके बाद में आप पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स भी कर सकते हैं. जो कि 2 साल का कोर्स होता हैं.

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स करने के बाद आप कई अलग-अलग फील्ड में जा सकते हैं. लेकिन इस इंजीनियरिंग कोर्स में आपको कड़ी मेहनत करनी होती हैं. जिसके लिए आपको कई अलग अलग विषयों में पढ़ना भी पड़ता हैं.

यदि आप किसी भी इंजीनियरिंग कोर्स को करना चाहते हैं. तो उससे पहले आपको 12वीं क्लास के बाद उस कॉलेज का एंट्रेंस एग्जाम देना होता हैं. जिसके आधार पर आपको कॉलेज में दाखिला मिलता है.

जरूरी चीजें

जब भी आप इंजीनियरिंग मैं किसी भी कोर्स को करते हैं. तो इसके लिए आपको कड़ी मेहनत तो करनी पड़ती ही हैं. इसके साथ ही आप में कुछ ऐसी स्केल्स होना बहुत जरूरी हैं. जो कि आपको इंजीनियर बनाने में काफी मदद करती हैं. इसी तरह से एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स करने के लिए भी आपको कुछ जरूरी चीजें चाहिए होती हैं. जैसे

    • आपका दिमाग क्रिएटिव होना चाहिए
    • आपको समय का सही उपयोग करना आना चाहिए
    • आपको टीमवर्क भी करना आना चाहिए
    • आपको नई नई चीजों में दिलचस्पी दिखानी होगी
    • आपको नई नई चीजों को सीखने और उनको समझने का प्रयास करना आना चाहिए
    • आपको साइंस इंग्लिश और गणित जैसे विषयों में काफी मेहनत करनी होगी
    • आपको किसी भी प्रकार के हादसे वह घटना का सामना करना आना चाहिए
    • आपको कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान होना चाहिए
  • आपको खेती से जुड़ी हुई चीजों के बारे में जानने की इच्छा होनी चाहिए

यह सभी चीजें आपको एक अच्छा इंजीनियर बनाने में मदद करती है

जॉब

इंजीनियरिंग का क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र हैं. जिसमें किसी भी प्रकार की डिग्री को प्राप्त करने के बाद में आपको जॉब के लिए इधर उधर घूमने की जरूरत नहीं पड़ती इसीलिए हमारे देश का हर दूसरा छात्र किसी न किसी क्षेत्र में इंजीनियर बनना चाहता हैं. यदि आप एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग का कोर्स कर लेते हैं.

तो उसके बाद में आपको नौकरी करने के कई ऐसे मौके मिलते हैं. जहां पर आप अलग-अलग कंपनियों के साथ जोड़कर नौकरी कर सकते हैं. या आप किसी भारत सरकार द्वारा चलाए जाने वाले मिशन का हिस्सा बन सकते हैं. या आप अलग-अलग अनुसंधान के साथ भी जुड़ सकते हैं.

जहां पर आपको काफी अच्छे पद पर जॉब मिल जाती हैं. और यदि आप एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के बाद आगे पढ़ना चाहते हैं. तो आप पोस्ट ग्रेजुएट भी कर सकते हैं. इसके अलावा भी आपको बहुत सारे ऐसे और अनुसंधान मिल जाएंगे जहां पर आप आसानी से जॉब प्राप्त कर सकते हैं. जैसे

  • सॉइल साइंटिस्ट
  • इरीगेशन इंजीनियर
  • इंटरनेशनल डेवलपमेंट स्पेशलिस्ट
  • एग्रीकल्चर इंजीनियर
  • डिज़ाइन इंजीनियर
  • बायो रिसोर्स इंजीनियर
  • रिसर्चर
  • प्रोफेसर/लेक्चरर
  • फूड इंजीनियर
  • एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग कंसलटेंट
  • एनवायरमेंटल इंजीनियर
  • वॉटर रिसोर्सेज इंजीनियर

इसके अलावा भी हमारे देश में ऐसी बहुत सारी और कंपनियां हैं. जो कि आपको अलग-अलग फील्ड में जॉब दे सकती है.

हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताई गई एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हैं. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.

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