छाल (कॉर्क) किस प्रकार सुरक्षा ऊतक के रूप में कार्य करता है ?
छाल (कॉर्क) पौधों के भीतर की कोशिकाओं की रक्षा करता है। इसका सुरक्षा ऊतक के रूप में कार्य रोधन तथा घातरोधत का है। जब वृक्ष की आयु बढ़ती है तो उस पर विभाज्योतक की पट्टी आ जाती है। बाहरी सतह की कोशिकाएं इससे अलग हो जाती हैं तथा पौधों पर बहुपरतों वाली मोटी कार्क का निर्माण करती है। यह मृत कोशिकाओं की होती है और बिना अंतः कोशिकीय स्थानों के होती है। इस पर सुबरिन नामक रसायन होता है जो हवा और पानी को प्रवेश नहीं करने देता।