कलपक्कम के ‘फास्ट ब्रीडर टेस्ट रिएक्टर’ में कौन-सा शीतलक के रूप में प्रयोग में लाया जाता है ?ब्रीडर रिएक्टर क्या है फास्ट ब्रीडर रिएक्टर इन हिंदी फास्ट ब्रीडर रिएक्टर इन इंडिया कलपक्कम परमाणु ऊर्जा संयंत्र प्रोटोटाइप फास्ट ब्रीडर रिएक्टर कलपक्कम परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थित है भारत में पहले परमाणु रिएक्टर की स्थापना कहां हुई थी
कलपक्कम के ‘फास्ट ब्रीडर टेस्ट रिएक्टर’ में भारी जल शीतलक के रूप में प्रयोग में लाया जाता है. देश में पहला परमाणु बिजलीघर तारापुर (महाराष्ट्र) में स्थापित किया गया था जिसमें 160-160 मेगावाट के दो बायलिंग वाटर रिएक्टर थे। इसमें 1969 में व्यावसायिक उत्पादन आरम्भ कर दिया गया था और अभी भी कार्यशील है। इनकी स्थापना अमेरिका की जनरल इलेक्ट्रिक कम्पनी के सहयोग से की गई थी। फिर कनाडा के सहयोग से दाबित भारी पानी किस्म के 100-200 मेगावाट क्षमता वाले दो रिएक्टरों की स्थापना रावतभाटा (राजस्थान) में की गई जिन्होंने क्रमशः 1972 एवं 1980 में विद्युत उत्पादन करना आरम्भ कर दिया। आगे चलकर स्वदेशी प्रौद्योगिकी से निर्मित दो दाबित भारी पानी रिएक्टर (आरम्भिक क्षमता 170-170 मेगावाट लक्ष्य 220-22 मेगावाट) कलपक्कम (तमिलनाडु) क्रमशः 1984 एवं 1986 में क्रांतिक हुए। उक्त डिजाइन पर नरोरा (उ. प्र.) में दाबित भारी पानी के दो रिएक्टर की स्थापना हुई थी।