प्लास्टिक रीसाइक्लिंग बिजनेस कैसे शुरू करें

प्लास्टिक रीसाइकलिंग व्यवसाय को कैसे शुरू करें

आजकल के आधुनिक समय में बहुत सारी ऐसी चीजें हैं जिनका रीसायकल होने लगा है यानि उन चीजों का दोबारा से इस्तेमाल किया जाने लगा है पहले कुछ ऐसी चीजें होती थी जो कि एक बार यूज करने के बाद फेंक दी जाती थी या खराब होने के बाद छोड़ दी जाती थी.

लेकिन अब तेजी से बदलते समय में कुछ ऐसी आधुनिक मशीनें व टेक्नोलॉजी आ गयी है जिनके कारण हम कुछ चीजों का रीसायकल कर सकते हैं जो कि हमारे वातावरण और हमारे लिए भी फायदेमंद होती है इसी तरह से प्लास्टिक का भी रीसायकल होने लगा है.

आप सभी को पता होगा की प्लास्टिक हमारे पर्यावरण के लिए कितना खतरनाक है और दुनिया में सबसे ज्यादा प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि प्लास्टिक तो सस्ता होता है और प्लास्टिक का इस्तेमाल करना हमारे लिए आरामदायक होता है क्योंकि प्लास्टिक हल्का भी होता है.

लेकिन प्लास्टिक का इस्तेमाल करने के बाद फेंकना हमारे पर्यावरण को बहुत हानि पहुंचाता है इसीलिए समय-समय पर दुनिया भर के अलग-अलग देशों में ऐसी योजनाएं बनाई जा रही है जिससे प्लास्टिक को दोबारा से रीसायकल किया जा सके.

प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल किया जा सके और हमारे देश में भी पॉलिथीन और प्लास्टिक जैसी चीजें बैन कर दी गई है लेकिन फिर भी जो पुराना प्लास्टिक फेंक दिया जाता है.

वह हमारे वातावरण और खुले घूम रहे पशुओं के लिए जानलेवा साबित होता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आप प्लास्टिक को रीसायकल करके काफी पैसा भी कमा सकते हैं.

यदि आप इस व्यवसाय करते हैं तो सरकार भी इसमें आपका साथ देती है तो इस ब्लॉग में हम आपको प्लास्टिक को रीसायकल करने के व्यवसाय के बारे में विस्तार से बताने वाले है.

प्लास्टिक

दुनिया भर में प्लास्टिक का इतना ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है कि अब कुछ देश प्लास्टिक के ऊपर बैन भी लगाना शुरु कर चुके है और भारत भी उन्हीं देशों है क्योंकि प्लास्टिक हमारे और हमारे पर्यावरण दोनों के लिए खतरनाक होता है.

अगर आप किसी प्लास्टिक को एक बार इस्तेमाल करके फेंक देते हैं तब प्लास्टिक हजारों सालों तक नष्ट नहीं होता है इसलिए यह हमारे आसपास के पूरे वातावरण को गंदा कर देता है.

आपने देखा होगा कि शहरों के पास बड़े-बड़े कूड़ा-करकट के ढेर होते हैं और उनमें आपको हजारों प्रकार के पॉलिथीन व प्लास्टिक मिल जाएंगे जो कि कभी खत्म नहीं होंगी.

यह हमारी धरती को भी खराब कर देते हैं क्योंकि जमीन में दबाने पर भी यह कभी नष्ट नहीं होते अगर प्लास्टिक किसी पशु के पेट में चला जाए तो यह उसकी मौत का कारण भी बन सकता है.

इसलिए लगभग दुनिया के सभी देश अब प्लास्टिक के ऊपर कड़े प्रतिबंध लगा रहे हैं लेकिन फिर भी जो प्लास्टिक हमारे द्वारा पहले से ही इस्तेमाल किया गया है उसको रीसाइकिल करना भी बहुत जरूरी है क्योंकि दुनिया भर के बहुत सारे ऐसे देश हैं.

जो कि प्लास्टिक को रीसायकल करके अलग-अलग चीजें बना रहे हैं ताकि प्लास्टिक ख़त्म किया जा सके और बहुत सारे देशों में प्लास्टिक को रिसाइकल करके उसकी सड़क बनाई जा रही है.

तो इसी तरह से आप भी प्लास्टिक को रिसाइकल करके उस से अलग-अलग चीजें बना सकते हैं और इसको मार्केट में आसानी से भेज भी सकते हैं और आप सिर्फ प्लास्टिक की बनी हुई चीजों का ही रिसाइकल नहीं कर सकते बल्कि आप पॉलिथीन, रबड़ आदि चीजों का भी रिसाइकल कर सकते हैं.

रीसाइक्लिंग क्या होता है

आप में से बहुत सारे लोग ऐसे होंगे जो कि रीसाइक्लिंग के बारे में जरूर जानते होंगे लेकिन जिन लोगों को रीसाइक्लिंग के बारे में नहीं पता उनके लिए हम आपको बता देते हैं कि रीसाइक्लिंग का मतलब किसी चीज को दोबारा से इस्तेमाल योग्य बनाना.

मान लीजिये आप किसी रबड़ के टायर को फटने के बाद फेंक देते हैं तब वह टायर आपके किसी काम का नहीं होता लेकिन जो लोग रीसाइक्लिंग का काम करते हैं वे लोग रबड़ के टायर को दोबारा से इस्तेमाल करने योग्य बना सकते हैं.

क्योंकि उनके पास ऐसी अलग-अलग प्रकार की टेक्नोलॉजी व मशीनें होती है जिसके जरिए इस टायर को दोबारा से इस्तेमाल के लायक बनाया जा सकता है इसी प्रक्रिया को रीसाइक्लिंग कहा जाता है. इसी तरह से प्लास्टिक, रबड़, पॉलीथिन जैसी चीजों का रीसाइक्लिंग करके उसको दोबारा से इस्तेमाल योग्य बना सकते हैं.

प्लास्टिक रीसाइक्लिंग व्यवसाय को कैसे शुरू करें

यदि आप प्लास्टिक रीसाइकलिंग व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ अलग अलग प्रकार की मशीनों व अलग-अलग प्रकार की चीजों की जरूरत होती है हालांकि यदि आप इस व्यवसाय को शुरू कर लेते हैं तब इससे आपको काफी मुनाफा होता है.

जमीन व फैक्ट्री

किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए सबसे पहले किसी ऐसी जगह पर जमीन लेना बहुत जरूरी है जो कि आपके व्यवसाय के लिए फायदेमंद हो सके उसके बाद में आपको उस जगह के ऊपर अपने व्यवसाय के हिसाब से ही फैक्ट्री या प्लांट बनाना पड़ता है .

तो यदि आप प्लास्टिक रीसाइक्लिंग का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक बड़ी फैक्ट्री लगानी होती है क्योंकि रीसाइक्लिंग के दौरान प्लास्टिक को कई अलग अलग प्रोसेस से गुजारा जाता है.

जिसके लिए अलग-अलग मशीनें होती हैं अगर आप रीसाइकलिंग प्लास्टिक रीसाइकलिंग की फैक्ट्री लगाते हैं तब इसमें आपको कुछ जरूरी स्टोर रूम कर्मचारियों को रहने के रूम लैट्रिंग बाथरुम फैक्ट्री का ऑफिस वह मशीनों आदि के लिए अलग-अलग रूम बनवाने होते हैं.

अगर आप प्लास्टिक रीसाइकलिंग की फैक्ट्री लगाते हैं इसके लिए आपको कम से कम 800 से 1000 स्क्वायर फीट जगह की जरूरत होती है लेकिन प्लास्टिक रीसाइक्लिंग की फैक्ट्री आपको किसी बड़े नगर या शहर के आस-पास बिल्कुल भी नहीं लगानी होती आपको किसी खुले और एकांत स्थान पर फैक्ट्री लगानी चाहिए.

जरूरी लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन

अगर आप प्लास्टिक रीसाइकलिंग की फैक्ट्री लगाते हैं या आप इस व्यवसाय को करना चाहते हैं तो आपको कुछ जरूरी लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है जैसे

  • सबसे पहले आपको रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है
  • उसके बाद में आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी करवाना पड़ता है
  • फिर आपको स्थानीय प्राधिकरण से भी लाइसेंस लेना होता है
  • उसके बाद में आपको फायर एवं पॉल्यूशन विभाग से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट भी लेना होता है जो कि बहुत जरूरी है
  • फिर आपको उद्योग रजिस्ट्रेशन भी करवाना पड़ता है

इसके अलावा भी आपको जरूरी कई दूसरे रजिस्ट्रेशन करवाने पढ़ सकते हैं

जरूरी मशीनें व कर्मचारी

जब आपकी फैक्ट्री तैयार हो जाती है फिर आपको जरूरी मशीनों की जरूरत होती है क्योंकि प्लास्टिक रीसाइक्लिंग के व्यवसाय में आपको कई अलग-अलग प्रकार की मशीनें लेनी पड़ती है.

इस व्यवसाय के लिए आपको मुख्य रूप से कन्वेयर बेल्ट, राउंड वॉशिंग मशीन, मिक्सर मशीन, रीसाइकलिंग मशीन, अग्लोमेरेट मशीन, डस्ट क्लीनर और हाइड्रो ड्रायर आदि की जरूरत पड़ती है.

इसके अलावा आपको अपनी फैक्ट्री में बिजली, पानी, जरनैटर, इनवर्टर और साफ-सफाई जैसी चीजों की भी आवश्यकता होती है फिर उन सभी मशीनों को लाकर आपको अपनी फैक्ट्री में सेट करवाना होता है.

जब आप की मशीनें सेट हो जाती है तब उसके बाद में आपको रीसाइक्लिंग के व्यवसाय के लिए कुछ कर्मचारियों की आवश्यकता होती है.

इस व्यवसाय में आप अपने व्यवसाय के हिसाब से ही कर्मचारी रख सकते हैं यदि आपने बड़े स्तर पर व्यवसाय शुरू किया है तब आपको ज्यादा कर्मचारियों की आवश्यकता होगी.

प्लास्टिक अपशिष्ट

आपकी फैक्ट्री पूरी तरह से तैयार हो जाती है फिर आपको लास्टिक अपशिष्ट की जरूरत होती है यानी जो प्लास्टिक आपको रीसाइक्लिंग करना है.

गंदे या डैमेज प्लास्टिक को खरीदने के लिए आपको किसी बड़े कबाड़ी या आपके आसपास के क्षेत्र में रहने वाले कुछ ऐसे लोगों से संपर्क करना होगा जो कि काफी मात्रा में आसपास के क्षेत्र से प्लास्टिक लाते हैं.

प्लास्टिक रीसाइकलिंग कैसे होती है

जब आप अपनी फैक्ट्री में डैमेज या प्लास्टिक के अपशिष्ट को ले आते हैं फिर उस प्लास्टिक को सबसे पहले अलग-अलग हिसाब से छटा जाता है और फिर उसको छोटे-छोटे टुकड़ों में बदला जाता है.

जिसके लिए उसको कन्वेयर बेल्ट में लोड कर कर कर के छोटे-छोटे टुकड़ों में काट दिया जाता है उसके बाद में उस प्लास्टिक को बिल्कुल छोटे छोटे बारिक दानों में बदल दिया जाता है फिर उसको साफ करने के लिए डस्ट क्लीनिंग मशीन में डाला जाता है.

जहां से गंदा प्लास्टिक बिल्कुल साफ हो जाता है फिर उसको अच्छी तरह से साफ करने के लिए धोया जाता है धोने के बाद में इस प्लास्टिक को बाहर निकाल कर सुखा दिया जाता है.

जब यह प्लास्टिक सूख जाता है फिर इस प्लास्टिक को अलग-अलग मशीनों में डालकर पिघलाया जाता है और जब यह प्लास्टिक पिंगल कर बाहर निकलता है फिर इसको अलग-अलग प्लास्टिक की चीजों को बनाने के लिए मार्केट में भेजने योग्य बना दिया जाता है.

आखरी प्रोसेस से निकलने के बाद यह प्लास्टिक मार्केट में भेजने योग्य तैयार हो जाता है फिर आप किसी भी प्लास्टिक के समान को बनाने वाली फैक्ट्री में इस प्लास्टिक को भेज सकते हैं.

लागत व कमाई

अगर आप इस व्यवसाय को बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तब आपके पास कम से कम ₹1 0लाख होना बहुत जरूरी है क्योंकि इस व्यवसाय में आपको अलग-अलग प्रकार की मशीनें ,कर्मचारी व काफी मात्रा में अपशिष्ट प्लास्टिक की जरूरत होती है.

जब आपका काम पूरी तरह से शुरू हो जाता है तब इस विषय में आपको काफी कमाई हो सकती है इस व्यवसाय की कमाई आपके काम के ऊपर निर्भर करती है.

हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताई गई प्लास्टिक रीसाइकलिंग के व्यवसाय के बारे में जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें

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