एनीमिया रोग के कारण लक्षण व इसका होम्योपैथिक उपचार

एनीमिया रोग क्या है एनीमिया रोग के कारण लक्षण व इसका होम्योपैथिक उपचार

जब भी हमारे शरीर में किसी प्रकार की कमी या वृद्धि हो जाती है तब हमारे शरीर का संतुलन पूरी तरह से बिगड़ जाता है इसी के कारण हमारे शरीर में अनेक प्रकार की छोटी बड़ी बीमारियां भी उत्पन्न होने लगती है इन बीमारियों से लड़ने के लिए हमें काफी सारी अलग-अलग प्रकार की दवाओं का भी सेवन करना पड़ता है.

लेकिन जब भी कोई बीमारी उत्पन्न होती है तब उसके कुछ समय पहले हमारे शरीर में बीमारियों के संकेत दिखाई देने लगते हैं अगर हम इन संकेतों को अच्छे से पहचान लेते हैं तो हम आने वाली बीमारी से आसानी से लड़ सकते हैं और उससे कुछ समय में ही छुटकारा पा सकते हैं.

इसी तरह से कई बार हमारे शरीर में एनीमिया नामक बीमारी हो जाती है और यह एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जिससे रोगी को काफी परेशानी होती है और कई बार रोगी का समय पर इलाज न होने से मौत भी हो जाती है तो आज इस ब्लॉग में हम आपको एनीमिया रोग के कारण, लक्षण व इसका होम्योपैथिक इलाज बताने वाले हैं.

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एनीमिया क्या होता है

इस तेजी से बदलती हो दुनिया में अलग-अलग प्रकार के खानपान के कारण हमारे शरीर में काफी सारी परेशानियां उत्पन्न होने लगी है क्योंकि इस भाग दौर बड़ी जिंदगी में हम अपने स्वास्थ्य का पूरा ख्याल नहीं रख पाते और हम ऐसी चीजों का सेवन नहीं कर पाते जिसकी हमारे शरीर की जरूरत होती है.

इसी तरह से कई बार हमारे शरीर में जरूरी पोषक तत्वों ने मिलने से एनीमिया नामक खतरनाक रोग हो जाता है यह रोग हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण उत्पन्न होता है.

लाल रक्त कोशिकाएं हमारे शरीर को सुचारू रूप से आक्सीजन प्रदान करने में मदद करती  जब इन रक्त कोशिकाओं की कमी होती है तब हमारे शरीर को जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और इसी के कारण हमारे शरीर में कई प्रकार की बीमारियां उत्पन्न होने लगती है.

यह एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जिसका समय रहते ध्यान न रखा जाए तो इससे रोगी की कुछ समय में ही मौत भी हो सकती है जब भी हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी होती है.

तब इसके हमें कई अलग-अलग लक्षण भी दिखाई देते हैं वैसे तो यह लोग ज्यादातर कमजोर और बुजुर्ग लोगों में ही होता है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि किसी स्वस्थ इंसान के शरीर में यह रोग दतक नहीं दे सकता.

एनीमिया रोग के लक्षण

जब भी किसी इंसान के शरीर में एनीमिया नामक बीमारी होती है तब इस बीमारी के रोगी में कई लक्षण भी दिखाई देते हैं जिन को पहचानना बहुत जरूरी है जैसे.

  • इस बीमारी की शुरुआत में रोगी के शरीर में आलस्य व थकान की समस्या उत्पन्न होती है
  • रोगी का किसी भी काम को करने में मन नहीं लगता
  • रोगी के शरीर में आयरन की कमी हो जाती है
  • रोगी को लगातार सिर दर्द व हाथ पैरों में दर्द की समस्या उत्पन्न होने लगती है
  • रोगी को शाम के समय में ज्यादा ठंड लगने लगती है
  • रोगी को अल्सर नामक बीमारी हो जाती है जिससे पेट दर्द रहने लगता है
  • रोगी को पीठ और कमर में दर्द रहने लगता है
  • रोगी को बार-बार प्यास लगती है
  • रोगी के मल में खून आने लगता है
  • रोगी के शरीर की मांसपेशियों और नसों में दर्द होने लगता है
  • रोगी के नाक की त्वचा व आसपास का क्षेत्र पीला पड़ जाता है
  • रोगी को पीलिया नामक खतरनाक बीमारी हो जाती है

इसके अलावा भी एनीमिया रोग उत्पन्न होने से रोगी के शरीर में कई दूसरी बीमारियां वह परेशानियां उत्पन्न होने लगती है

एनीमिया रोग होने के कारण

हमारे शरीर में किसी भी प्रकार की समस्या किसी न किसी कारण से जरूर होती है इसी तरह से एनीमिया रोग उत्पन्न होने की भी कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं जो कि निम्नलिखित हैं.

  • महिलाओं में प्रेग्नेंसी और स्तनपान ज्यादा करवाना
  • गर्भवती महिलाओं के शरीर में आयरन की कमी होना
  • रोगी के शरीर में फोलिक एसिड और विटामिन B12 की कमी होना
  • रोगी का पोस्टिक खाद्य पदार्थों का न मिल पाना
  • महिलाओं में पीरियड्स के दौरान ज्यादा खून निकलना
  • रोगी के शरीर में संक्रमण या मलेरिया डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी होना
  • रोगी को आंतों का कैंसर होना
  • किसी चोट के दौरान रोगी के शरीर से नियमित रूप से खून बहना
  • रोगी रोगी के शरीर में ब्लड प्रेशर की समस्या उत्पन्न होना

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एनीमिया रोग का होम्योपैथिक उपचार

जब भी आपके शरीर में एनीमिया रोग के लक्षण दिखाई देते हैं तब आपको तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाना चाहिए और अगर आप इस समस्या का होम्योपैथिक उपचार करना चाहते हैं तो उनको होम्योपैथिक की कई ऐसी दवाई आती है जिससे आपको इस रोग से छुटकारा मिल जाता है जैसे .

1. फेरम मैटालिकम (ferrum metallicum)

अगर रोगी के शरीर में कमजोरी, आयरन की कमी और पीली त्वचा जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही है तब रोगी को होम्योपैथिक दवा फेरम मैटालिकम (ferrum metallicum) का सेवन करना चाहिए यह दवा रोगी के शरीर में काफी सारी चीजों को ठीक करने में मदद करती है जैसे सिर दर्द, दिल की धड़कन का कम ज्यादा होना और हाथ पैरों की हड्डियों में दर्द आदि.

2. पिक्रीकम एसिडम (Picriram Acidum)

कई बार एनीमिया रोग उत्पन्न होने के कारण रोगी की मांसपेशियों में कमजोरी, कमर दर्द, आलस्य व थकान, सिरदर्द रीड की हड्डी में जलन महसूस होना जैसी समस्याएं उत्पन्न होने लगती है इस स्थिति के उत्पन्न होने पर आपको पिक्रीकम एसिडम (Picriram Acidum) दवा का सेवन करना चाहिए यह दवाई आपकी सभी परेशानियों को दूर करने में मदद करती है.

3. साइक्लेमेन यूरोपियम (cyclamen europium)

महिलाओं में प्रसव के दौरान ज्यादा खून निकलने से आयरन की कमी हो जाती है जिसके कारण महिला की ऐडी में दर्द और जलन होना अनियमित माहवारी होना और हाथ पैरों के जोड़ों में दर्द होना जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती है इस स्थिति में रोगी को होम्योपैथिक साइक्लेमेन यूरोपियम (cyclamen europium) दवा का सेवन करना चाहिए.

4. फॉस्फोरस (phosphorus)

अगर किसी रोगी के शरीर में आयरन की कमी होना आलस्य थकान और कमजोरी होना, पेट में खालीपन महसूस होना और महिलाओं में लंबे समय तक पीरियड्स रहना जैसी समस्या उत्पन्न हो चुकी है तब इस स्थिति में रोगी को फॉस्फोरस (phosphorus) दवाई का सेवन करना चाहिए यह दवाई इन सभी स्थितियों में काफी कारगर सिद्ध होती है.

5. पल्सेटिला प्रेटेंसिस (Pulsatilla Pratensis)

काई बार एनीमिया रोग होने के चलते रोगी में चिचिदापन, ठंड लगना, शाम के समय में ज्यादा ठंडा लगाना, पेट दर्द और पीठ दर्द होना जैसी समस्याओं में उत्पन्न होने लगती है इस स्थिति में रोगी को होम्योपैथिक पल्सेटिला प्रेटेंसिस (Pulsatilla Pratensis) दवा का सेवन करना चाहिए यह दावा इन सभी स्थितियों में रोगी के लिए काफी फयदेमंद मानी गई है.

इसके अलावा भी एनीमिया रोग से छुटकारा दिलाने के लिए होम्योपैथिक की कई अलग-अलग दवाइयां आती है जिनका आप अलग-अलग स्थितियों में सेवन कर सकते हैं.

हम आपको यह नहीं कहते कि आप एनीमिया रोग होने पर इन सभी दवाओं का ही सेवन करें जब भी आपके शरीर में एनीमिया रोग के लक्षण दिखाई देते हैं तब आपको तुरंत किसी अच्छे स्पेशलिस्ट डॉक्टर के पास जाना चाहिए और इन दवाओं का भी सेवन आपको डॉक्टर की देखरेख में ही करना चाहिए क्योंकि बिना सलाह की यह दवाइयां आपके लिए खतरनाक भी हो सकती है.

हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताएगी एनीमिया रोग के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.

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