हीरे की खोज किसने की और कब की
हीरा एक अत्यन्त मूल्यवान खनिज है जो कार्बन का सबसे शुद्ध रूप है एवं प्रकृति का सबसे कठोर तत्व माना जाता है और हीरा एक पारदर्शी रत्न है जो बहुत चमकीला होता है लेकिन जब हीरा निकाला जाता है तो वह चमकीला नही होता है बाद में उसे तरासा जाता है और उसे चमकीला बनाया जाता है और हीरा बहुत कम मात्रा में मिलता है और इसमें बहुत मिलावट होती है.
बाद में इसको शुद्ध बनाया जाता है तभी इसकी कीमत बहुत ज्यादा होती है और हीरा कार्बन का अपरूप है और इसलिए हीरा प्राक्रतिक पदार्थो में सबसे कठोर पदार्थ है क्योकि हीरा में सभी कार्बन परमाणु बहुत ही शक्तिशाली सह-संयोजी बन्ध द्वारा जुड़े होते हैं.
और इसकी कठोरता के कारण इसका इस्तेमाल कई उद्योगो तथा आभूषणों में किया जाता है और बहुत अधिक चमक होने के कारण हीरा को जवाहरात के रूप में उपयोग किया जाता है और हीरे के बहुत से उपयोग है जैसे अतिशुद्ध थर्मामीटर बनाने में इसका उपयोग किया जाता है।
काले हीरे का उपयोग काँच काटने, दूसरे हीरे के काटने, हीरे पर पालिश करने तथा चट्टानों में छेद करने के लिए किया जाता है।और हीरा कई प्रकार के होते है यह केवल सफ़ेद ही नहीं होते है बल्कि अशुद्धियों के कारण इसका शेड नीला, लाल, संतरा, पीला, हरा व काला होता है और हरा हीरा सबसे अनमोल है क्योकि यह बहुत कम ही मिलता है.
हीरे की खोज
प्राचीन काल से ही भारत का नाम हीरे के लिए विश्व प्रसिद्ध रहा है सबसे पहले हीरे 4 वीं शताब्दी ईसा पूर्व में भारत में पाए थे जब प्राचीन काल में ही गोलकुण्डा की खान से निकाला जाता था और 18वीं शताब्दी में दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में हीरों की खानों का पता चलने से पहले तक दुनिया भर में भारत की गोलकुंडा खान से निकले वाले हीरे दुनिया में प्रसिद्ध थे.
और दुनिया सबसे अनमोल हीरा कोहिनूर हीरा भी भारत की गोलकुंडा खान से निकाला गया था सदियों तक आकर्षण का केन्द्र बना रहा लेकिन जो हजारो वर्षो से गोलकुंडा खान से हीरे निकले जाते थे उनमे से अधिकांश भारतीय हीरे या तो लापता हैं और कुछ विदेशी संग्रहालयों की शोभा बढ़ा रहे हैं और दुनिया सबसे अनमोल हीरा कोहिनूर हीरा भी ब्रिटेन की महारानी के ताज में जड़ा हुआ है.
और सन ,1867 में यूरेका डायमंड दक्षिण अफ्रीका में खोजा जाने वाला पहला हीरा था यह 21.25 कैरेट (4.250 ग्राम) का वजन का था यह ऑरेंज रिवर पर एक 15 वर्षीय इरमुस स्टेफनस जैकब्स नामक हॉप्टाउन के नजदीक पाया गया था और सन ,1725 में, ब्राजील में महत्वपूर्ण स्रोतों की खोज की गई.
लेकिन भारत की खानों में मिलने वाले हीरो में से बहुत से लापता है और बहुत गुमनाम हो गये कुछ गुमनाम भारतीय हीरे: ग्रेट मुगल (280 कैरेट), ओरलॉव (200 कैरेट), द रिजेंट (140 कैरेट), ब्रोलिटी ऑफ इंडिया (9 0.8 कैरेट), अहमदाबाद डायमंड (78.8 कैरेट), द ब्लू होप (45 52 कैरेट), आगरा डायमंड (32.2 कैरेट), द नेपाल (78.41).
और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हीरो का व्यापार करने वाली दो कंपनी डी बियर्स और डीटीसी के हिसाब से दुनिया के10 फीसदी हीरों के तराशने का काम भारत में होता है क्योकि प्राचीन काल से ही भारत का नाम हीरे के लिए विश्व प्रसिद्ध था.
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इस पोस्ट में आपको हीरा कहाँ पाया जाता है हीरा कैसे बनता है हीरा और कोयला हीरे के प्रकार हीरे का खनन सबसे पहले कहाँ किया गया था हीरे की संरचना हीरा का आपेक्षिक घनत्व हीरा और ग्रेफाइट में अंतर के बारे में बताया गया है अगर इसके अलावा आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके जरूर पूछें. और इस पोस्ट को शेयर जरूर करें ताकि दूसरे भी इस जानकारी को जान सकें.