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Electrical PVC Tape को बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें

Electrical PVC Tape को बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें

दुनिया भर में हमारे दैनिक जीवन में काम आने वाली ऐसी बहुत सारी छोटी चीजें हैं जिनको हम इतना ज्यादा महत्व नहीं देते लेकिन यह चीजें हमारे लिए बहुत ज्यादा जरूरी होती हैं क्योंकि अगर इन चीजों का इस्तेमाल न किया जाए तो इनसे हमें काफी परेशानी हो सकती है.

यह सभी छोटी-बड़ी चीजें अलग अलग जगह पर अपना बड़ा महत्व रखती है इसी तरह से बिजली की तार आदि के ऊपर इस्तेमाल की जाने वाली काली इंसुलेशन टेप एक ऐसी ही चीज है जो कि एक बहुत छोटी चीज होती है लेकिन इसका काम बहुत बड़ा होता है यह टेप हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है.

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह काली इंसुलेशन टेप कैसे बनाई जाती है और यह कहां पर बनती है तो इस ब्लॉग में हम आपको इसी इंसुलेशन टेप के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं.

इंसुलेशन टेप क्या होता है

वैसे तो आप सभी ने इंसुलेशन टेप का इस्तेमाल कभी ना कभी जरूर किया होगा क्योंकि यह एक ऐसा टेप होता है जो कि तारों आदि के जोड़ के ऊपर सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है इसके अलावा भी इस टेप का इस्तेमाल हम दूसरी कई चीजों के ऊपर कर सकते हैं इस टेप को लगाने के बाद तारों के जोड़ को ढका जाता है.

ताकि उस से करंट बाहर न आए और उस तार के जोड़ के ऊपर पानी गिरने से भी कोई परेशानी न हो क्योंकि यह एक रबड़ के जैसा टेप होता है जिसको बहुत ही आसानी से तारों के जोड़ के ऊपर लगा कर जोड़ ठीक किया जा सकता है वैसे तो देखने में यह काला टेप एक बहुत ही छोटी चीज होती है.

लेकिन इस टाइप के कारण कई बार हमारी जान भी बच जाती है और इस इंसुलेशन टेप को तारों के लिए ही बनाया गया है वैसे तो यह टेप रंग का होता है लेकिन इसके अलावा भी इसको कई दूसरे रंगों में देखा जा सकता है जिसमें मुख्य रुप से नीला, हरा, लाल या पीला रंग शामिल हो सकता है लेकिन सबसे ज्यादा रंग के ही टेप को बढ़िया माना जाता है.

इंसुलेशन टेप की मांग

वैसे तो बहुत सारे बिजली के उपकरणों के जोड़ के ऊपर हम कई चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन मुख्य रूप से ज्यादातर इंसुलेशन टेप का ही इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह किसी भी प्रकार के बिजली कोई जोड़ को लगाने में बहुत ही सस्ता होता है.

यह बहुत ही अच्छा माना जाता है लेकिन कई लोग बिजली के जोड़ों को लगाने के लिए किसी दूसरी चीज का भी इस्तेमाल करते हैं हालांकि ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में किसी भी प्रकार के बिजली के तार या दूसरे जोड़ के ऊपर सबसे ज्यादा इंसुलेशन टेप का ही इस्तेमाल होता है.

यह बिजली के जोड़ों के अलावा दूसरे कई कंडक्टर को ढकने के काम आता है और इसीलिए मार्केट में इंसुलेशन टेप की अच्छी क्वालिटी की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है क्योंकि मार्केट में बहुत सारे घटिया क्वालिटी की इंसुलेशन टेप आते हैं.

जो कि इतने ज्यादा लंबे समय तक बिजली की जोड़ को ढकने में सक्षम नहीं होते लेकिन यदि आप इस टेप को अच्छी क्वालिटी का बनाकर मार्केट में भेजते हैं तो इससे आपको बहुत फायदा होता है.

यह एक ऐसी चीज है जिसकी मांग कभी खत्म नहीं होने वाली और दिन प्रतिदिन इस टेप का व्यवसाय बढ़ता ही जाएगा भविष्य में इस व्यवसाय में आपको काफी फायदा मिलने वाला है

इंसुलेशन टेप का व्यवसाय कैसे शुरू करें

यदि आपने भी इसुलेशन टेप के व्यवसाय को शुरू करने का मन बना लिया है तक इससे तक इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको कई अलग-अलग प्रकार की चीजों की आवश्यकता होती है क्योंकि किसी भी व्यवसाय को खड़ा करने के लिए आपको कई चीजों की जरूरत होती है.

बिल्डिंग एवं जमीन

यदि आप इस व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं तब इसके लिए आपको एक फैक्ट्री लगानी होती है जिसके लिए सबसे पहले आपको जमीन खरीदने पड़ती है यदि आपके पास खुद की जमीन है तब आप उसके ऊपर भी इस व्यवसाय के लिए बिल्डिंग बनवा सकते हैं.

इस व्यवसाय के लिए आपको एक फैक्ट्री लगानी पड़ती है जो कि जिसके लिए इस व्यवसाय के लिए आपको कम से कम 1600 से 1800 वर्ग फिट जगह की आवश्यकता हो सकती है हालांकि इससे कम जगह में भी आपका काम चल सकता है जिसके ऊपर आपको इंसुलेशन टेप बनाने का प्लांट स्थापित करना होता है.

इस प्लांट के लिए आपको बिल्डिंग में अलग अलग हॉल बनाने होते हैं जहां पर इस व्यवसाय के लिए आपको जरूरी मशीनें लगानी होती है इसके अलावा भी इस व्यवसाय में आपको दूसरी कई कंस्ट्रक्शन इमारतें बरवानी पड़ सकती है.

लाइसेंस रजिस्ट्रेशन

अगर आप यह व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तब इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले आपको कुछ जरूरी रजिस्ट्रेशन व लाइसेंस की भी आवश्यकता होती है जैसे

  • सबसे पहले आपको रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है
  • इसके बाद में आपको नगर निगम एवं नगर पालिका से स्थानीय प्राधिकरण लाइसेंस भी लेना होता है
  • उसके बाद में आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है
  • आपको फायर एवं पर्यूषण विवाद से भी नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना होता है
  • फिर आपको अपने ब्रांड का नाम,लोगो रजिस्ट्रेशन करवाना होता है
  • आपको ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड के तहत भी लाइसेंस प्राप्त करना होता है क्योंकि यह आपके माल की गुणवत्ता के लिए होता है

इसके अलावा भी आपको अपने एरिया के हिसाब से कुछ और छोटे बड़े रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता हो सकती है

मशीनें एवं कर्मचारी

जब आपका प्लांट बनकर तैयार हो जाता है तब उसमें सबसे पहले आपको इस व्यवसाय के लिए जरूरी मशीनों की आवश्यकता होती है इस व्यवसाय के लिए आपको मुख्य रूप से डबल रोल स्प्रेडिंग मशीन.लैबोरेट्री ओवन, सिगमा मिक्सर, स्लाइडिंग मशीन, हेडहेशन टेस्ट, H.V ब्रेकडाउन टेस्टर मिक्सिंग मिल.

इसके अलावा दूसरे छोटे-बड़े उपकरणों की आवश्यकता होती है जब आपकी फैक्ट्री में सभी मशीनें आ जाती है तब उनको सेट करवाने के बाद में आपको अपनी फैक्ट्री के लिए कुछ ऐसे कर्मचारियों की आवश्यकता होगी जो कि आपकी फैक्ट्री में इंसुलेशन टेप को बनाने का काम करेंगे.

इसके लिए आपको कुछ एक्सपीरियंस कर्मचारियों की भी आवश्यकता होती है इसके अलावा आपको साफ-सफाई, पैकिंग और डिलीवरी आदि के लिए भी कई छोटे कर्मचारियों की आवश्यकता हो सकती है.

कच्चा माल

फिर आपको अपनी फैक्ट्री में इंसुलेशन टेप को बनाने के लिए कच्चे माल की आवश्यकता होती है इस टेप को बनाने के लिए आपको कई अलग-अलग प्रकार की चीज़ो को इस्तेमाल में लेनी होती है जैसे एसवेस्टर पाउडर, अरंडी का तेल, रेजिन क्रेप रबड़, नेशनल रबड़, जिंक ऑक्साइड, लेबल पॉलीथिन फिल्म, कार्बन ब्लैक आदि.

इंसुलेशन टेप प्रक्रिया

जब आपकी फैक्ट्री अच्छी तरह से बनकर तैयार हो जाती है और उसमें आप सब सामान ले आते हैं तब आपकी फैक्ट्री में इंसुलेशन टेप को बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाती है यह एक बहुत लंबी प्रक्रिया होती है जिसमें इस सभी माल को अलग-अलग कैटेगरी के हिसाब से अलग-अलग प्रक्रियाओं से गुजारा जाता है.

इसको बनवाने के लिए सबसे पहले सूती कपड़े का इस्तेमाल होता है जिसके साथ करें क्रप रबड़ को मिलाया जाता है फिर इसमें नेशनल रबर को मिलाकर एसवेस्टर पाउडर के साथ मिक्स किया जाता है और इसके अंदर कार्बन ब्लैक और अरंडी के तेल को अच्छी तरह से मिलाया जाता है.

इस सभी मिक्सर को अलग-अलग मात्रा में मिलाया जाता है ताकि टेप अच्छी और मजबूत बने फिर इसमें तारपीन के तेल को मिलाया जाता है इसमें को बाहर निकालकर स्प्रेडिंग मशीन के साथ पूरे सूती कपड़े के ऊपर फैला दिया जाता है.

फिर पूरे मिक्सर को अलग-अलग साइज में मशीनों के द्वारा काटकर मशीन की सहायता से रोल बना दिए जाते हैं.

लागत व कमाई

अगर आप इस व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं तब इसके लिए आपको कम से कम 15 से 20 लाख रुपए की आवश्यकता होगी क्योंकि इसके लिए आपको काफी मात्रा में अलग-अलग प्रकार का कच्चा माल और अलग-अलग मशीनें खरीदनी पड़ती है लेकिन यदि आपका यह शुरू हो जाता है.

तब वह आपको भविष्य में बहुत फायदा मिलने वाला है और यदि आप एक बढ़िया क्वालिटी का अच्छा माल तैयार करते हैं तब आपका ब्रांड अपने नाम से पहचाने जाने लगता है.

इसलिए जब आपका काम शुरू हो जाता है तब आपको बड़े-बड़े इलेक्ट्रॉनिक होलसेलर व इलेक्ट्रॉनिक्स कर्मचारियों आदि के पास संपर्क करना चाहिए.

हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताए गए इंसुलेशन टेप के व्यवसाय के बारे में जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.

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