कैलकुलेटर का आविष्कार किसने किया
वैसे तो आज के आधुनिक युग में साइंस ने बहुत तरक्की की है इसमें सभी चीजों को गलत साबित करके रख दिया है जो साइंस कहता है वही सत्य है और सत्य रहेगा इस तरह और भी बहुत से उदाहरण है जो कि साइंस ने बदल कर रख दिया साइंस वैसे तो बहुत आगे निकल चुका है लेकिन साइंस को आगे निकालने में भी इंसान का ही हाथ है
आधुनिक युग में बहुत ही तेजी से कम होने लगा है वह चाहे किसी भी तरह का हो बस कुछ ही सेकंड में आप बहुत से बड़े काम को कर सकते हैं साइंस के अंदर बहुत सी मशीनों का निर्माण किया गया जो की बहुत ज्यादा भार उठा सकती है और एक जगह से दूसरी जगह पर ले जा सकती है
साइंस अनेक चीजों का आविष्कार किया गया और बनाया गया उनमें से कुछ चीजें गलत भी साबित हुई लेकिन बहुत सी चीजों का फायदा भी बहुत मिलाहै अगर हम साइंस का सही तरीके से इस्तेमाल करते हैं तो हमारे लिए सॉरी फायदेमंद साबित होता है और अगर हम साइंस का गलत तरीके से इस्तेमाल करें तो यह हमारे लिए बहुत बड़ा नुकसान भी पैदा कर सकता है.
दुनिया के बहुत से डॉक्टर साइंटिस्ट और मैकेनिक ने साइंस को बहुत आगे तक पहुंचा दिया है अगर हम बात करें किसी इलेक्ट्रिकल चीज की तो आज के समय की बहुत बड़ी उपलब्धि मोबाइल फोन है मोबाइल फोन के कारण दुनिया के बहुत से काम आसानी से होने लगे हैं.
वैसे तो साइंस की सभी चीजें एक दूसरे के साथ जुड़ी हुई है अगर हम बात करें तो मोबाइल फोन की अगर आपके पास मोबाइल फोन है और उसमें सिम कार्ड या इंटरनेट नहीं है तो वह आपके किसी काम का नहीं है और अगर आपके पास SIM कार्ड और मोबाइल है और उस में बैटरी नहीं है
तो भी वह किसी काम का नहीं है इसी तरह कुछ अलग अलग चीजें साइंस से जुड़ी हुई है.इसके अलावा और भी बहुत सी चीजें हैं जो कि आम आदमी के जीवन में बहुत महत्व रखती है पहले किसी भी चीज को जोड़ने घटाने या किसी संख्या को भाग करने के लिए कोई भी उपकरण नहीं था लेकिन धीरे-धीरे इसके लिए केलकुलेटर को बनाया गया.
केलकुलेटर एक ऐसी चीज है जिसे आप कितने भी बड़े हिसाब किताब को कुछ ही सेकंड्स में जोड़ घटा या भाग कर सकते हैं वैसे तो केलकुलेटर बहुत पहले ही बनाया जा चुका था लेकिन पहले केलकुलेटर यांत्रिक केलकुलेटर था बाद में धीरे-धीरे समय के साथ बदलाव किया गया और यह विद्युत केलकुलेटर के रूप में बनकर तैयार हुआ
आज के समय में बहुत ही अच्छे अच्छे केलकुलेटर हैं और इस आधुनिक युग में तो मोबाइल लैपटॉप टैबलेट आदि में भी केलकुलेटर दिया जाता है जिससे आप किसी भी हिसाब किताब को जोड़ सकते हैं तो आज हम आपको इस पोस्ट में केलकुलेटर से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देंगे.
कैलकुलेटर का आविष्कार किसने किया
who invented the calculator in Hindi – कैलकुलेटर एक छोटा पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है एक इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर गणना करने के लिए प्रयोग किया जाता है केलकुलेटर गणित के सवालों को हल करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है आज की आधुनिक युग में बड़े-बड़े बिजनेस के अंदर हिसाब किताब कंप्यूटर की मदद से किया जाता है
लेकिन जो छोटे बिजनेस ,दुकानें उनके अंदर कैलकुलेटर की मदद से ही हिसाब किया जाता है और कंप्यूटर से पहले कैलकुलेटर की अहमियत बहुत ज्यादा थी क्योंकि बड़ी से बड़ी जटिल से जटिल गणना करने के लिए कैलकुलेटर की मदद ली जाती थी
कैलकुलेटर के उपयोग के लिये प्रोग्रामिंग की आवश्यकता नही होती और यह बहुत सस्ता और आकार में छोटा होता है और कैलकुलेटर विद्युत शक्ति छोटे सेल आदि से चलते हैं लेकिन आज के मॉडर्न कैलकुलेटर के अंदर बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है
सस्ते, छोटे, अनेक जटिल गणनाओं की क्षमता वाले, सरलता से काम करने वाले तथा तेज गणना करने वाले डिवाइस होते हैं आज कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के अंदर कैलकुलेटर आने लगे जैसे लैपटॉप्स कंप्यूटर और मोबाइल फोन के अंदर कैलकुलेटर मिलता है तो समान्य कैलकुलेटर की जरूरत कम हो गयी है
कैलकुलेटर के अंदर सोलर चार्जिंग सेल लगे हुए होते हैं जिससे उसे चार्ज करने की आवश्यकता नहीं होती उसके डिस्प्ले के पास सोलर प्लेट दी हुई होती है जिससे वह अपने आप चार्ज होता रहता है और कैलकुलेटर दो प्रकार के होते हैं एक तो सामान्य कैलकुलेटर और एक साइंटिफिक केलकुलेटर यदि आपको साइंटिफिक फंक्शंस हल करने हो
तो जैसे ट्रिग्नोमेट्री फंक्शंस आदि साइंटिफिक कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं और यदि आपको सामान्य फंक्शंस या छोटे-मोटे हिसाब किताब करने हो तो आप सामान्य कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं
कैलकुलेटर का आविष्कार
Invention of calculator in Hindi – 17 वीं सदी में यांत्रिक कैलकुलेटर इस्तेमाल किये जाते थे सन ,1642 में यांत्रिक कैलकुलेटर का आविष्कार विल्हेम शिकार्ड द्वारा किया गया जिसे ब्लेज पास्कल कहा जाता था समय के साथ-साथ इसके अंदर बदलाव किये गये उन्नीसवीं सदी मैं उद्योगी क्रांति के बढ़ने के साथ-साथ नए-नए कैलकुलेटर का आविष्कार होने लगा
और सन 1902 में अमेरिका में जेम्स एल डाल्टन द्वारा Dalton Adding Machine आविष्कार किया गया इसमें किसी भी डाटा को जोड़ने के लिए इस्तेमाल होती थी और सन , 1948 में कर्टा कैलकुलेटर विकसित किया गया था और यह महंगा था जिस से यह लोकप्रिय पोर्टेबिलिटी बन गया। यह कैलकुलेटर जोड़, घटा, गुणा और भाग कर सकता था
और इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर सन , 1960 के दशक में बनाया गया था यह जेब के आकार का था जिसको आसानी से जेब में डालकर इधर उधर ले जाया जा सकता है सन ,1970 के दशक में छोटे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बनाने वाली माइक्रोप्रोसेसर, इंटेल 4004, जापानी कैलकुलेटर कंपनी Busicom के साथ मिलकर छोटे और इलेक्ट्रॉनिक और आधुनिक कैलकुलेटर बनाने शुरू किये
जिसे आज भी इस्तेमाल किए जाते हैं आज तो बहुत ही हाईटेक और साइंटिफिक कैलकुलेटर का इस्तेमाल किया जाता है सन 2016 में, समान्य कैलकुलेटर की लागत कम है लेकिन साइंटिफिक कैलकुलेटर और graphing मॉडल पर अधिक खर्च करते हैं।
कैलकुलेटर के प्रकार
- Abacus Calculator
- Printing Calculator
- Handheld Calculator
- Basic Scientific Calculator
- Advanced Scientific Calculator
- Graphing Scientific Calculator
- Financial Calculator
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तो आज हमने आपको इस पोस्ट में साइंस की कुछ महत्वपूर्ण बातें बताएं और हमने आपको केलकुलेटर के आविष्कार के बारे में बताया और केलकुलेटर से संबंधित कुछ और महत्वपूर्ण जानकारी दी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आए तो शेयर करना ना भूलें और यदि आपका इस जानकारी से संबंधित कोई सवाल है सुझाव हो तो हमें नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं.
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Good knowledge