Health

इओसिनोफिलिया आयुर्वेदिक दवा Ayurveda Remedies for Eosinophilia

इओसिनोफिलिया आयुर्वेदिक दवा Ayurveda Remedies for Eosinophilia eosinophilic esophagitis,eosinophilia causes,eosinophilia treatment,

हमारा शरीर कई अलग-अलग प्रकार की कोशिकाओं से मिलकर बना हैं. और हमारे शरीर में बहुत सारी ऐसी कोशिका हैं. जो कि हमारे शरीर को संक्रमण से बचाने का काम करती हैं. लेकिन कई बार इन कोशिकाओं की मात्रा बढ़ जाने पर यह हमें परेशानी देने लगती है.

इससे हमें बीमारी भी लग सकती हैं. इसी तरह से कई बार हमारे शरीर में एओसिनोफिल्स कोशिका बढ़ जाती हैं. इस स्थिति में हमें इओसिनोफिलिया नामक रोग हो जाता हैं. यह रोग रोगी के काफी सारे अंग को प्रभावित करता हैं.

तो आज इस ब्लॉग में हम आपको इसी रोग के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं. इस ब्लॉग में हम आपको एओसिनोफिल्स रोग के कारण, लक्षण और इसकी आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताएंगे

इओसिनोफिलिया क्या होता हैं What is Eosinophilia

हमारे शरीर में सफेद रक्त कोशिकाएं होती हैं. जो कि काफी सारी चीजों से मिलकर बनी हुई होती हैं. इन सफेद रक्त कोशिकाओं में इओसिनोफिलिया भी शामिल होता हैं. जो कि हमारे शरीर में संक्रमण और बैक्टीरिया से लड़ने का काम करता हैं. वैसे तो यह हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होता हैं.

लेकिन कई बार इनकी संख्या अचानक से बढ़ जाती हैं. जिसके कारण हमें काफी सारी परेशानी होती हैं. क्योंकि किसी भी चीज की मात्रा कम या ज्यादा होना हमारे शरीर के संतुलन को बिगाड़ देती हैं. एक साधारण इंसान में एक माइक्रोलीटर में 500 से ज्यादा इओसिनोफिलिया की संख्या बढ़ जाने पर इओसिनोफिलिया नामक रोग की स्थिति पाई जाती हैं.

इओसिनोफिलिया मुख्य रूप से दो प्रकार का होता हैं. जिसमें जैसे प्रकार इडियोपैथिक इस्नोफिलिया, इस्नोफिक मायेल्पिक सिनेमा शामिल है

जब इओसिनोफिलिया बढ़ जाता हैं. तब इससे रोगी के काफी सारे अंगों के ऊपर प्रभाव पड़ता हैं. जिनमें साइनस, गुर्दे, दिमाग, रक्त वाहिकाएं, फेफड़े और स्वसन तंत्र जैसी चीजें शामिल हैं. इओसिनोफिलिया एक प्रकार की एलर्जी होती हैं. अगर समय रहते इस समस्या का उपचार न किया जाए तो यह समस्या रोगी के लिए जानलेवा भी साबित हो सकती हैं.

इसलिए इस समस्या के उत्पन्न होते ही आपको तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से उपचार करवाना चाहिए या आप अपने खून में इओसिनोफिलिया की संख्या को नियंत्रण में रखने के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

इओसिनोफिलिया के कारण Eosinophilia Causes In Hindi

जब भी हमारे शरीर में एओसिनोफिल्स की संख्या बढ़ती हैं. तब इसके पीछे कोई ना कोई कारण जरूर होता हैं. इस स्थिति के उत्पन्न होने पर होने के पीछे काफी सारे अलग-अलग कारणों को पाया गया हैं. जैसे

  • रोगी के शरीर में गठिया रोग की समस्या उत्पन्न होना
  • रोगी का सल्फोनामाइड्स, पेनिसिलीन्स, नाइट्रोफ्यूरेटिन जैसी दवाइयों का इस्तेमाल करना
  • रोगी के पेट में कीड़े होना रो
  • गी को अस्थमा और एलर्जी अस्थमा जैसी बीमारियां होना
  • रोगी का ज्यादा मिर्च मसालेदार भोजन का सेवन करना
  • रोगी का दोपहर के समय में ज्यादा सोना
  • रोगी का ज्यादा बीड़ी सिगरेट तंबाकू आदि का सेवन करना
  • रोगी का ज्यादा मीठी और खट्टी चीजों का सेवन करना
  • रोगी का दैनिक गतिविधियों से दूर रहना
  • रोगी के शरीर में पहले से ही किसी खतरनाक बीमारी का होना
  • रोगी को फंगल संक्रमण से जुड़े हुए
  • रोग होना रोगी को एड्रिनल ग्रंथि से संबंधित समस्याएं उत्पन्न होना
  • रोगी को त्वचा से संबंधित बीमारियां होना
  • रोगी को ब्लड कैंसर होना

इसके अलावा भी बहुत सारी ऐसी और स्थिति होती हैं. जिसके कारण आपको इओसिनोफिलिया नामक रोग उत्पन्न हो सकता है

Eosinophilia Symptoms In Hindi

जब भी किसी रोगी के शरीर में इओसिनोफिलिया की संख्या बढ़ती हैं. तब इस स्थिति में रोगी के शरीर में कई अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं. जिससे रोगी इस बीमारी को आसानी से पहचान सकता है

  • रोगी को घबराहट, सांस फूलना और सांस लेने में परेशानी होना
  • रोगी को बार बार खांसी जुखाम और बुखार जैसी समस्याएं उत्पन्न होना
  • रोगी को पेट दर्द और दस्त की समस्या होना
  • रोगी की त्वचा के ऊपर चकत्ते बनाना
  • रोगी की त्वचा के ऊपर एलर्जी होना
  • रोगी को रात के समय में पसीना आना
  • रोगी के शरीर का वजन घटना
  • रोगी में शारीरिक कमजोरी आना
  • रोगी की नसों में परेशानी होना
  • रोगी को शरीर में झुनझुनाहट महसूस होना
  • रोगी को बार बार उल्टी आना
  • रोगी के सीने में जलन होना
  • रोगी को खाते समय बार-बार भोजन फसना

इसके अलावा भी इस समस्या के उत्पन्न होने पर आपके शरीर में काफी सारे और लक्षण दिखाई दे सकते हैं

इओसिनोफिलिया की आयुर्वेदिक दवा

अगर आपके शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं इओसिनोफिलिया में की संख्या बढ़ गई हैं. और इसके कारण आपको अलग-अलग तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं.

तब आप इस स्थिति में आयुर्वेदिक दवाओं के जरिए भी इओसिनोफिलिया की संख्या को नियंत्रण में कर सकते हैं. बहुत सारी ऐसी दवाएं आती हैं. जो कि आपको इस स्थिति से छुटकारा दिलाने में मदद करती हैं. जैसे

1. Maharishi Ayurveda Asthomap Tablet

अगर आपके शरीर में इओसिनोफिलिया की संख्या बढ़ने के कारण सांस फूलना, घबराहट होना या सांस लेने में परेशानी होना जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. तब आप ऐसी स्थिति में Maharishi Ayurveda Asthomap Tablet का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह आपको इओसिनोफिलिया की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करती हैं.

यह आपके शरीर में इओसिनोफिलिया की संख्या को नियंत्रण में भी रखती हैं. इसका नियमित रूप से इस्तेमाल करने पर यह आपको इओसिनोफिलिया के कारण होने वाली काफी सारी समस्याओं से छुटकारा दिला देती है.

2.Baidyanath (Jhansi) Shwas Kalp Tablet

इओसिनोफिलिया की संख्या बढ़ने के कारण कई बार आपको चक्कर आना, अस्थमा रोग होना या इसके अलावा सांस से संबंधित किसी प्रकार की समस्या होने लगती हैं.

ऐसी स्थिति में आप Baidyanath (Jhansi) Shwas Kalp Tablet का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह भी आपको इओसिनोफिलिया के कारण होने वाली काफी सारी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करती है.

3.Pankajakasthuri Breathe Eazy Granules

इओसिनोफिलिया की समस्या उत्पन्न होने पर आप Pankajakasthuri Breathe Eazy Granules का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह भी आपको काफी सारी अलग-अलग तरह की छोटी-बड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करती हैं. और यह आपके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करती है.

4. Pankajakasthuri Breathe Eazy Syrup

कई बार आपके शरीर में इओसिनोफिलिया की संख्या बढ़ जाने के कारण सांस लेने में परेशानी की समस्या हो जाती हैं. ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर आप Pankajakasthuri Breathe Eazy Syrup का इस्तेमाल कर सकते हैं.

यह इओसिनोफिलिया की संख्या को नियंत्रण में रखता हैं. और इसके कारण होने वाली काफी समस्याओं को दूर करता है.

5. Pankajakasthuri Breathe Eazy Tablet

अगर आपको इओसिनोफिलिया के कारण सांस लेने में परेशानी होना, अस्थमा रोग होना या बार बार उल्टी दस्त और त्वचा के ऊपर सकते बनना जैसी समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं. तब आप ऐसी स्थिति में Pankajakasthuri Breathe Eazy Tablet
का इस्तेमाल कर सकते हैं.

यह भी आपको इओसिनोफिलिया के कारण होने वाली काफी सारी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करती हैं. इस टेबलेट आप नियमित रूप से इस्तेमाल करना होता हैं. और कुछ ही समय में यह आपको अच्छा रिजल्ट दे देती है.

इनके अलावा भी काफी सारी ऐसी और आयुर्वेदिक दवाएं आती हैं. जो कि आप को इस समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करती हैं. लेकिन इनमें से किसी भी प्रकार की दवाई का इस्तेमाल करने से पहले आपको एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए.

हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताई गई इओसिनोफिलिया के कारण, लक्षण और इसकी आयुर्वेदिक दवा के बारे में जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हैं. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.

home remedies for eosinophilia,home remedies for sinusitis,eosinophilia in hindi,remedies of eosinophilia,eosinophilia symptoms

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button