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सौर मंडल के बारे में रोचक जानकारी

सौर मंडल के बारे में रोचक जानकारी

जब भी आकाश की चर्चा की जाती है या सौरमंडल भी चर्चा की जाती है तो उसमें ग्रह की बात सबसे पहले की जाती है सौरमंडल में आठ ग्रह है ग्रहों की की विशेषता और कुछ कारण है जो इनको एक दूसरे से अलग बनाते हैं और क्या ऐसे कारण है जो इन सभी ग्रह को एक दूसरे से अलग बनाते हैं

इन ग्रहों को दो कैटेगरी में बांटा गया है पहले चार ग्रहों को Terrestrial Planets कहा जाता है जो थोड़े ठोस प्रकार की है तो दूसरे चार ग्रहों को Gas Giants के नाम से जाना जाता है जो थोड़े कम ठोस है ज्यादातर गैस से निर्मित है पहले चार ग्रह Mercury Venus Earth Mars यह सब Terrestrial कैटेगरी में आते हैं  और Jupiter. Saturn.Uranus.Neptune.  गैस जेंट्स की कैटेगरी में आते हैं.

इन सभी ग्रहों में कोई गर्म तो कोई ठंडा कोई बड़ा तो कोई छोटा सभी अपनी अपनी विशेषताओं से प्रसिद्ध है और सभी के ऊपर अलग-अलग वातावरण है इसलिए इन सभी को दो कैटेगरीज में बांटा गया है कोई सूरज के पास है तो कोई दूर है तो इन सभी की एक एक करके बात करते है .

1 . Mercury (बुध)

बुध हमारे सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है और यह हमारे सौरमंडल का सबसे पहला ग्रह भी है जो सूर्य के सबसे करीब है यह सूर्य के करीब होने के कारण पर भी सबसे गर्म नहीं है क्योंकि इसके ऊपर कोई वातावरण नहीं है और वातावरण न होने के कारण इस में कार्बन डाइऑक्साइड गैस नहीं है

जो सूर्य की किरणों को अवशोषित करती है और ग्रह को गर्म रख सके इसलिए यह ग्रह सूरज के सबसे करीब होने के कारण भी सबसे गर्म ग्रह नहीं है सूर्य से बुध ग्रह की दूरी सूर्य से लगभग 4करोड़ 60लाख किलोमीटर दूर है और बुध ग्रह की रात और दिन के तापमान में बहुत ज्यादा अंतर होता है

दिन का तापमान लगभग  445 डिग्री सेल्सियस होता है और रात के तापमान में इतनी ज्यादा गिरावट हो जाती है कि वह-176 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है कि हम और यह ग्रह सौरमंडल का सबसे हल्का ग्रह भी है और इसके ऊपर इस ग्रह का कोई चंद्रमा भी नहीं है

जो इसके ऊपर दिखाई दे बुध ग्रह कि सतह इतनी उबड़ खाबड़ है कि इसमें बहुत गहरे गहरे गड्ढे हुए हैं कई गडे तो सेंकडो  किलोमीटर लंबे और 3 किलो मीटर गहरे भी है  यदि आपको इस ग्रह को देखना है तो सुबह सुबह सूर्ये उगने से पहले देख सकते है

2 . Venus (शुक्र)

शुक्र हमारे सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह है यह सूर्य दुरी के हिसाब से सौरमंडल का दूसरा ग्रह है इसकी दुरी सूर्य से  लगभग 82 करोड़ 10 लाख किलोमीटर है और यह ग्रह सबसे चमकीला ग्रह भी है यह पृथ्वी से भी देखा जा सकता है इस ग्रह का तापमान लगभग  437 डिग्री सेल्सियस है विनस ग्रह एक ऐसा ग्रह है जिस पर लगभग 1000 से ज्यादा  ज्वालामुखी की खोज की है

विनस का आकार लगभग हमारी धरती जितना है और यह अर्थ सिस्टर प्लेनेट के नाम से जाना जाता है विनस का वातावरण इतना घना है कि की अंदर की सतह को देख पाना लगभग नामुमकिन है और वीनस ऐसा प्लेनेट है जो यूरेनस को छोड़ कर बाकी दूसरे ग्रहों से उलटी दिशा की ओर घूमते हैं

ग्रह काउंटर क्लॉक वाइज दी डायरेक्शन में घूमते हैं पर यूरेनस और वीनस क्लॉक वाइज डायरेक्शन घूमते हैं और विनस का भी कोई चंद्रमा नहीं है.

3 . Earth(पृथ्वी)

तीसरा ग्रह पृथ्वी जो हमारा अपना घर है जिस पर हम रहते हैं इसके बारे में तो हम बहुत कुछ जानते हैं और आप पृथ्वी के बारे में कुछ जानना चाहते हैं तो हमारी पुरानी पोस्ट को देख सकते हैं

जिसमें हमने पृथ्वी के बारे में बहुत कुछ अच्छी तरह से जानकारी दी हुई है इस पोस्ट का लिंक  पृथ्वी बारे में 20 रोचक तथ्य और आप एक बार जाकर जरूर देख सकते हैं और आप पोस्ट पर जाकर पृथ्वी के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं|

4 . Mars(मंगल)

मंगल सौरमंडल का चौथा ग्रह है मंगल ग्रह की दूरी सूर्य से लगभग 22 करोड 79 लाख किलोमीटर है इस ग्रह का व्यास लगभग 6794 किलोमीटर है इस ग्रह किस ग्रह को लाल ग्रह भी कहा जाता है क्योंकि इस ग्रह की मिट्टी में पाए जाने वाले लोहा खनिज के जंग लगने के कारण इसकी मीठी लाल दिखाई देती है

और इस ग्रह को दूर से देखने पर यह लाल दिखाई देते हैं वैज्ञानिकों ने खोज करने के बाद पता लगाया कि मंगल ग्रह की सतह काफी पुरानी है और मंगल ग्रह पर कुछ नदियां घाटियां साड़ियां और पठार भी है मंगल ग्रह पर एक ओलंपस मोंस पहाड़ी है जो माउंट एवरेस्ट से लगभग 3 गुना ऊंची है

इस पहाड़ी की ऊंचाई लगभग 24 किलोमीटर है मंगल ग्रह का 1 दिन 24 घंटे से थोड़ा ज्यादा होता है मंगल ग्रह पर एक साल में पृथ्वी के 687 दिनों के बराबर है मंगल ग्रह पर पानी और कार्बन डाइऑक्साइड की बर्फ की परत में पाई जाती है.

मंगल ग्रह के दो उपग्रह एक तो फोबोस और डिमोस है फोबोस उपग्रह डिमोस उपग्रह से बड़ा है पर पर सौरमंडल में इसकी गंदी छोटे में उपग्रह में की जाती है कहा जाता है कि वह सब घर है करीब 5 करोड़ साल में  मंगल गृह से टकरा जाएगा क्योंकि वह 100 साल में किलोमीटर 1 .8 किलोमीटर मंगल ग्रह की ओर बढ़ता है

टकराने के कारण वह नष्ट हो जाएगा मंगल ग्रह पर बहुत वैज्ञानिक रिसर्च की जा रही है यह पता लगाने के लिए की मंगल ग्रह पर जीवन सुनिश्चित किया है हो सकता है या नहीं हो सकता अभी तक मंगल ग्रह पर 8 अभियान हो चुके हैं जिसमें से सात अमेरिका ने किए है और एक भारत ने किया है

5 . Jupiter (बृहस्पति)

बृहस्पति हमारे सौरमंडल का सूर्य की दूरी के अनुसार पांचवा ग्रह है यह मंडल का सौरमंडल का सबसे बड़ा घर है जो लगभग पृथ्वी से 3 गुना बड़ा है जुपिटर की खोज सन 1610 में खगोलिय ने की थी जुपिटर का गुरुत्वाकर्षण बल बहुत ज्यादा है जिससे यह एस्ट्रोनॉट को अपनी ओर खींचता रहता है और पृथ्वी को एस्ट्रोनॉट से बचाता है

जुपिटर पर दिन और ग्रहों के मुकाबले छोटा होता है इसमें एक दिन केवल 9 घंटे 55 मिनट का होता है क्योंकि जुपिटर सूर्य के चारों ओर परिक्रमा इतने ही समय में कर लेता है और ग्रहों के मुकाबले सबसे तेज है इस ग्रह का आकार बड़ा होने के कारण यह सूर्य के चारों ओर तेजी से परिक्रमा कर लेता है कहा जाता है

सन 1973 से 2003 तक जुपिटर पर 8 मिशन भेज दिए गए हैं वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि जुपिटर पर लगभग लगभग पिछले 300 सालों से एक बवंडर चल रहा है यह बवंडर इतना बड़ा है कि इसमें तीन पृथ्वी समा जाए जुपिटर के चार उपग्रह है आयोग यूरोपा गनिमिड और कैलीस्टो और जुपिटर का गनिमिड उपग्रह सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह है

जुपिटर की सतह का तापमान लगभग माइनस 108 डिग्री सेल्सियस है क्योंकि  जुपिटर पर 10% हीलियम और लगभग 85 प्रतिशत हाइड्रोजन और 5% कुछ अन्य गैसे पाई जाती है जुपिटर पर पानी 1% से भी कम मात्रा में पाया जाता है इसलिए जुपिटर पर जीवन लगभग संभव नहीं है|

6 . Saturn (शनि)

शनि ग्रह बृहस्पति ग्रह के बाद सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है इसकी सूर्य की दूरी के अनुसार सौरमंडल में छठा स्थान है इसकी सूर्य से दूरी लगभग 143 करोड़ किलोमीटर है यह सौरमंडल का सबसे हल्का ग्रह है  यह इतना हल्का है कि यदि पानी में रख दिया जाए तो भी नहीं डूबेगा और बृहस्पति के बाद यह सबसे चमकीला ग्रह भी है

यह चमकीला होने के कारण इसको पृथ्वी से में देखा जा सकता है  यह ग्रह लगभग 96 प्रतिशत हाइड्रोजन पर 3% ही नियम और अन्य तत्वों  जेसे मिथेन अमोनिया और फास्फीन से बना है शनि ग्रह के 62 उपग्रह देखे गए हैं और इसका व्यास भूमध्य रेखीय व्यास 1,20,536 किलो मीटर है और इस का औसतन तापमान लगभग -139 डिग्री सेल्सियस है

शनि ग्रह सूर्य के चारों ओर अपनी परिक्रमा 10 घंटे और 34 मिनट में पूरी कर लेता है जो बेस्ट बृहस्पति ग्रह के बाद सबसे तेज है इसलिए शनि ग्रह पर केवल 10 घंटे और 34 मिनट का ही दिन होता है शनि ग्रह के चारों ओर एक रिंग  होता है जिसको जिससे इसको आसानी से पहचाना जा सकता है और इस रिंग में 12 छल्ले होते हैं

और दो कान होते हैं और दो  रिक्त स्थान और सभी छल्ले लगभग एक ही तल पर होते हैं जेसे डी छल्ला,  सी छल्ला ,बी छल्ला, कैसीनी दरार ए, छल्ला रोश दरार ऍफ़ छल्ला ,जैनस/ऍपिमीथयस छल्ला जी, छल्ला मिथोनी छल्ला, खंड ऐन्थी छल्ला, खंडपलीनी छल्ला, ई छल्ला फ़ीबी छल्ला होते है

शनि ग्रह पर अभी तक 4 अभियान हो चुके हैं और चारों के चारों अमेरिका किये है पायोनिर 11 , वायेजर1, वायेजर2, कासीनी,और शनि ग्रह पर जीवन संभव नहीं है|

7 . Uranus(अरुण)

यूरेनस सौरमंडल का चौथा सबसे बड़ा ग्रह है यूरेनस सौरमंडल का तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है जिस की खोज 13 मार्च 1781 को विलियम हर्शेल ने की थी और यह घर है सूर्य से दूरी के अनुसार सातवां ग्रह यह है  युरेनस सूर्य से लगभग 29 करोड़ किलोमीटर दूर है और यह पृथ्वी से 63 गुना बड़ा और 15 गुना भारी है

और युरेनस के 27 उपग्रह ज्ञात किए गए हैं एरियल मरिंडा आदि है और यूरेनस पर एक दिन लगभग 11 घंटे का होता है इसको पृथ्वी से नंगी आंखों से नहीं देखा जा सकता पर कई बारी रात के समय साफ आसमान में इसको दूरबीन के द्वारा देखा जा सकता है

युरेनस को ठंडा ग्रह भी कहा जाता है क्योंकि इसके ऊपर बहुत अधिक मात्रा में बर्फ पाई जाती है और इसके सिवाय इस पर 83 प्रतिशत हाइड्रोजन 15% हीलियम और करीब 2 प्रतिशत मिथेन पाई जाती है इस के ऊपर चट्टान चट्टाने भी पाई जाती है जो हाइड्रोजन से बनी सकती है और यूरेनस का तापमान – 235 डिग्री सेल्सियस है

और यूरेनस क्या रंग बर्फ के कारण नीला दिखाई पड़ता है यूरेनस अपने कक्ष में बाकी ग्रहों से उलटी दिशा की ओर घूमता है यह कहा जाता है कि युरेनस से पृथ्वी जितना कोई ग्रह टकराया था इसी कारण से यह उलटी दिशा में परिक्रमा करता है

कहां जाता है कि रेनस पर लगभग 42 या 40 साल का एक सीजन होता है  जिसमें वह42 साल सूर्य के सामने रहता है और 2 साल अंधेरे में रहता है इसलिए यूरेनस पर अब तक जीवन संभव हो नहीं हो पाया|

 8 . Neptune(वरुण)

नेप्चून सूर्य से दूर हिसाब से सूर्य से दूरी के हिसाब से सौरमंडल का आठवां ग्रह है नेप्चून पृथ्वी के मुक़ाबले में सूरज से लगभग तीस गुना अधिक दूर है और यह सौरमंडल का चौथा सबसे बड़ा ग्रह है यूरेनस सबसे ठंडा ग्रह उसके बाद नेपच्यून ही ठंडा ग्रह है  नेपच्यून सूर्य से सबसे ज्यादा दूर होने के कारण सबसे ठंडा ग्रह नहीं है

क्योंकि नेपच्यून के अंदर कार्बन कार्बन डाइऑक्साइड की कुछ मात्रा  पाई जाती है वह सूर्य किरणों को अवशोषित कर लेती है या फिर ठीक है बहुत ज्यादा दूर होने के कारण इसको पृथ्वी से नंगी आंखों से नहीं देखा जा सकता पर यह पृथ्वी से देखने  एक तारे की तरह दिखाई देता है टिमटिमाता हुआ इसका गुरुत्वाकर्षण बल पृथ्वी के समान है बताया जाता है

कि नेपच्यून के ऊपर हवाएं बहुत तेज चलती है इन हवाओं की रफ्तार लगभग 2100 किलोमीटर प्रति घंटे की सबसे होती है यह पृथ्वी के मुकाबले बहुत ज्यादा है नेपच्यून की दूरी सूर्य से लगभग 449 करोड़ 83 लाख 96 हजार किलोमीटर है और नेप्चून का औसतन तापमान लगभग – 200 डिग्री सेल्सियस है नेप्चून की सरचना युरेनस की सरंचना से मेल खाती है

क्योंकि नेप्चून के ऊपर भी बर्फ और कुछ चटाने हैं पर नेपच्यून दूर से ज्यादा नीला दिखाई देता है क्योंकि नेप्चून के ऊपर बर्फ की मात्रा कुछ ज्यादा है नेप्चून पर भी अन्य ग्रह की तरह छले हैं जिन दूरबीन से देखा जा सकता है नेपच्यून के चारों ओर पांच छल्ले हैं नेप्चून के 13 उपग्रह खोजे गए हैं

जो Naiad ,Thalassa Galatea,Larissa, Triton                   Nereid, Neso, Psamathe, Sao, Halimede, Despina, Laomedeia, Proteus आदि Triton नेप्चून का सबसे बड़ा उपग्रह है यह सौरमंडल का सातवां सबसे बड़ा उपग्रह है जो नाइट्रोजन से बना हुआ है

और यह बहुत ठंडा है नेपच्यून पर केवल एक ही अभियान भेजा गया है जिसने नेपच्यून के बारे में यह सब जानकारी दे सूर्य से इतना दूर होने के कारण इस पर इतनी ठंड है की  जीवन लगभग संभव नहीं है

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