सामान्य ज्ञान

पेन ड्राइव का आविष्कार किसने किया

पेन ड्राइव का आविष्कार किसने किया

आज के समय में बहुत ही तेजी से दुनिया आगे बढ़ रही है नई नई चीजों का आविष्कार होता जा रहा है और नई-नई चीजें मार्केट में आ रही है जिससे कि हमें बहुत से काम को करने में आसानी भी हो रही है

आप को डाउनलोड करके अपने स्टोरेज के अंदर किसी भी डाटा को सेफ रख सकते हैं और जब भी आपको उस चीज की जरूरत होती है तो आप दोबारा से उस चीज को देख सकते हैं और इस्तेमाल भी कर सकते हैं क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि जब आपको वह चीज पसंद आ जाती है तो आप उसको डाउनलोड नहीं करते हैं

और दोबारा से जब आपको उस चीज की जरुरत पड़ती है तो आपको वह चीज या तो जल्दी से मिलते नहीं है या आपके पास इन्टरनेट  नहीं होता है या कई बार आप ऐसी जगह पर जाते हैं जहां पर उस चीज की जरूरत होती है और बाद ने आपको बहुत दिक्कत होती है.

आप उस चीज को अपने लैपटॉप या  मोबाइल के अंदर स्टोरेज कर सकते हैं और यदि आपको इस चीज का डर होता है इसके लिए हम पैन ड्राइव का इस्तेमाल करते है. पेन ड्राइव दोस्तों आज के समय में हम सभी जानते हैं यह हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण चीज है क्योंकि इसके अंदर हम अपना कुछ भी डाटा डालकर किसी दूसरे स्थान पर ले जा सकते हैं

वह बहुत ही आसानी से भेज सकती है.और अगर आप मोबाइल के अंदर Data को डाउनलोड करके रख लेते हैं तो आप को भेजने में दिक्कत होती है.

और यदि आप पेन ड्राइव के अंदर अपने पीसी से डाउनलोड करते हैं तो आप किसी भी तरह से कहीं पर भी भेज सकते हैं और आपके लिए बहुत ही फायदेमंद चीज है आप पेन ड्राइव के बारे में जानते होंगे और अगर नहीं जानते आप तो आज हम आपको इस पोस्ट के अंदर पढ़ाई के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देंगे की पेन ड्राइव का आविष्कार किसने किया

पेन ड्राइव क्या होती है पेन ड्राइव के बारे में पूरी विस्तार से जानकारी देंगे हम आपको इसमें कितने प्रकार की होती है पेन ड्राइव क्या काम आती है तो यदि आप भी इस तरह की चीज का इस्तेमाल करते हैं

तो आप यदि आप भी पेन ड्राइव का इस्तेमाल कर रहे  तो हमारे द्वारा बताई गई जानकारी को आप ध्यान पूर्वक पढ़ लें जिससे कि आप बहुत ही आसानी से अपने डेटा को रख सकते हैं और जब कभी भी चाहिए आप उसको निकाल सकते हैं.

पेन ड्राइव का आविष्कार

invention of pen drive in Hindi – पेन ड्राइव को कई अलग-अलग नाम से जाना जाता है जैसे कि इसके पांच अलग-अलग नाम है यूएसबी ड्राइव थम्प ड्राइव जम्प ड्राइव फ्लैश ड्राइव USB मेमोरी पेन ड्राइव के आविष्कार से पहले फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल किया जाता था

जिनकी मिनिमम स्टोरेज 80 केवी और और मैक्सिमम स्टोरेज 240 MB होता था क्योंकि फ्लॉपी डिस्क एक मेग्नेटिक स्टोरेज है इसलिए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफेयर हुआ करता था .

इसके बाद स्टोरेज के लिए एक और नई चीज का इस्तेमाल किया जाने लगा फिर स्टोरेज के लिए सीडी का इस्तेमाल किया जाने लगा लेकिन यदि सीडी पर किसी कारण लकीरें पड़ जाती या किसी चीज के कारण उसके ऊपर कुछ लग जाता है या उस पर स्क्रेच  हो जाती तो उसके लिए बाद में उस डाटा को या उस चीज को देखना या उसको पाना बहुत मुश्किल हो जाता था

क्योंकि लकीरें पाते ही वह सीडी चल नहीं पाती और उसका सारा डाटा बिल्कुल खत्म हो जाता. जब लोगों को लगा कि इन दोनों चीजों के अंदर हमारा डाटा सेव नहीं है तो उसके बाद लोगों ने कुछ और सोचा क्योंकि इन चीज़ों के अंदर उनका डाटा सेव इसलिए नहीं था क्योंकि जब वे सिटी के अंदर अपना डाटा डालते तो अगर CD के ऊपर मामूली सी स्क्रेच या लकीरें पड़ जाती है

उसके ऊपर कुछ चिपक जाता तो सारा डाटा बिल्कुल बेकार हो जाता इसलिए थोड़े समय बाद में एक पेन ड्राइव आया पेन ड्राइव का इस्तेमाल लोग बहुत तेजी से करने लगे क्योंकि  इसके 2 फायदे हुए एक तो यह बिल्कुल छोटा भी था और दूसरा उसके अंदर सारा डाटा वैसे की वैसी ही पा जाता. जैसा इसके अंदर डाला जाता

क्योंकि इसके अंदर ना तो शिकायत लगने का डर था और ना ही किसी और चीज का डर था और पेन ड्राइव आने से फिर स्टोरेज से होने लगा और पेन ड्राइव सबसे पहली बार 1999 में इजराइल की एक कंपनी एम सिस्टम को इसका पेटेंट मिला यह पेन ड्राइव मल्टी चिप डिजायर था. 

और इस पेन ड्राइव का स्टोरेज 8 MB था फिर इस पेन ड्राइव का एडवांस वर्जन मलेशिया के K.S Pua khein Seng ने बनाया K.S Pua अपनी डिग्री फाइनल में ताइवान में की थी उन्होंने अपनी डिग्री इलेक्ट्रॉनिक एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग में की थी और पढ़ाई खत्म करने के बाद अपने अपने ही प्रोफेसर की कंपनी में काम किया

2000 में K.S Pua Phison इलेक्ट्रॉनिक नाम की अपनी खुद की कंपनी को शुरु किया उस कंपनी का सबसे पहला प्रोडक्ट 5 in 1 card Reader 2002 में पेन ड्राइव के नाम से पेटेंट दर्ज करवाया क्योंकि पेन को बहुत सारे लोग इस्तेमाल करते हैं इसलिए इस डिवाइस का पेन ड्राइव नाम रखा गया  K.S Pua को फादर ऑफ पेन ड्राइव भी बोला जाता है

यह पेन ड्राइव पूरी दुनिया के अंदर फेमस हो गई है पेन ड्राइव की सफलता के बाद तोशिबा M सिस्टम जैसे बड़ी बड़ी कंपनी Phison इलेक्ट्रॉनिक. इन्वेस्ट करना शुरु किया आज के समय में पेन ड्राइव की शरीर के अंदर बहुत सारे बदलाव किए गए हैं और आजकल बहुत बड़े-बड़े पेन ड्राइव आ गए हैं.

8GB 16GB 32GB 64GB जैसे इस से भी बड़े भी पेन ड्राइव आज के समय में आ चुके हैं और इनका डाटा ट्रांसफर भी बहुत तेजी से होता है और इनके अंदर डाटा बिल्कुल सेफ रहता है तो अगर आप भी पेन ड्राइव का इस्तेमाल करते हैं.

Flash drive के भाग

1. USB Standard-A, “male” plug
2. USB mass storage controller device
3. Test point
4.Flash memory chip
5. Crystal oscillator
6. LED (Optional)
7 . Write-protect switch (Optional)
8 . Space for second flash memory chip

तो इस जानकारी को आपके लिए जाना बहुत ही जरुरी है तो आज हमने आपको इसके अंदर पेन ड्राइव का आविष्कार किसने किया who invented pen drive of computer in hindi pen drive ka avishkar kisne kiya pen drive kisne banya pen drive khoj kisne ki  पेन ड्राइव के बारे में जानकारी दी

और पेन ड्राइव के आविष्कार के बारे में बताया और पेन ड्राइव से संबंधित और भी महत्वपूर्ण जानकारी आपको यहां पर तो मैं आशा करता हूं आपको भी पेन ड्राइव का इस्तेमाल करने में आसानी होगी तो आप का इस्तेमाल जरूर करें और यदि अपने डेटा को सेव रखते हैं तो आप पेन ड्राइव का इस्तेमाल  करें

तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आए तो शेयर करना ना भूलें और अगर आपके बारे में कोई सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं.

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