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धातु रोग के कारण लक्षण बचाव के उपचार

धातु रोग के कारण लक्षण बचाव के उपचार

किसी पिछले कई ब्लॉग में हमने आपको बहुत सारे यौन रोगों के बारे में बताया है क्योंकि पुरुषों में भी ऐसे बहुत सारे यौन रोग होते हैं जिनको पुरुष खुलकर दूसरे इंसान के सामने नहीं बता पाते और फिर वे यौन रोग धीरे-धीरे बड़ी बीमारी का रूप धारण कर लेते हैं कई बार इन सभी के कारण इंसान की मौत भी हो जाती हैं तो आज के इस ब्लॉग में भी हम ऐसे ही एक यौन रोग के बारे में बात करने वाले हैं इस हम आपको धातु रोग उत्पन्न होने के कारण लक्षण बचाव व उपचार आदि के बारे में विस्तार से बताएंगे.

धातु रोग क्या होता है ?

What is metal disease? in Hindi –  धातु रोग एक ऐसा रोग है जो कि मनुष्य को शारीरिक और मानसिक रूप से बिल्कुल कमजोर बना देता है इसके कारण रोगी को मानसिक तनाव, चिंता, क्रोध और चिड़चिड़ापन जैसी अन्य समस्याएं भी उत्पन्न होने लगती है क्योंकि धातु रोग उत्पन्न होने पर रोगी का वीर्य के ऊपर नियंत्रण नहीं रहता जिससे रोगी का वीर्य मल मूत्र त्याग के समय, अचानक काम करते समय या निंद्रा अवस्था में अपने आप निकलने लगता है इससे रोगी को खुद से नफरत होने लगती है कई बार यह समस्या हमारी शर्मिंदगी का कारण भी बन जाती है और यह रोग दो प्रकार का होता है जिसको मेंग यी (Meng Yi) और हुआ जिंग (Hua Jing): के नाम से पुकारा जाता है इन दोनों के उत्पन्न होने पर रोगी का वीर्य अलग-अलग प्रकार से निकलता है

लेकिन इस समस्या को लेकर बहुत सारे लोगों की गलत धारणा है क्योंकि बहुत सारे लोग ऐसा सोचते हैं कि यह समस्या शरीर में किसी चीज की कमी जा हमारे लिए नुकसानदायक होती है लेकिन वैज्ञानिकों के मुताबिक इस समस्या से हमारे शरीर में कोई भी नुकसान नहीं पहुंचता हालांकि अपने आप वीर्य निकलने से हमारा मन चिड़चिड़ा जरूर हो सकता है और यह रोग हमारी ही किसी गलती के कारण उत्पन्न होता है

क्योंकि डॉक्टरों के मुताबिक अगर हमारे शरीर से वीर्य नहीं निकलेगा तब इसका हमारे शरीर में नुकसान भी हो सकता है क्योंकि जिस तरह से हमारे शरीर में दूसरे पदार्थ बनते हैं उसी तरह से हमारे शरीर में वीर्य भी बनता है और जो लोग सेक्स, हस्तमैथुन या जिन लोगों का स्वपनदोष नहीं होता उन लोगों को यह समस्या ज्यादा होती है क्योंकि हमारे शरीर से वीर्य को निकलने के लिए भी कोई ना कोई रास्ता जरूर चाहिए इसलिए जब कोई इंसान सेक्स या हस्तमैथुन नहीं करता तब यह धातु रोग के रूप में बाहर निकलता है

धातु रोग होने के कारण

Causes of metal disease in Hindi – अगर धातु रोग उत्पन्न होने के कारण के बारे में बात की जाए तो जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया यह लोग हमारी ही किसी गलती के कारण उत्पन्न होता है जिसके कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं जैसे सेक्स हस्तमैथुन या सेक्स न करना, अपनी यौन इच्छाओं को दबाना, ज्यादा उत्तेजक खाद्य पदार्थों का सेवन करना, ज्यादा गरम मसालेदार चीजें खाना, रोगी का भावनात्मक असंतुलन,

रोगी का अधिक शराब पीना, ज्यादा हस्तमैथुन और यौन क्रियाएं करना, रोगी के लिवर किडनी हृदय में संतुलन होना, ज्यादा दवाओं आदि का सेवन करना, अधिक संभोग की बातों में लिप्त रहना आदि इस समस्या के कारण होते हैं इसके अलावा भी इसके कई कारण हो सकते हैं

धातु रोग होने के लक्षण

Symptoms of metal disease in Hindi – अगर धातु रोग होने के लक्षणों के बारे में बात की जाए तो इस समस्या के उत्पन्न होने पर रोगी में कई अलग-अलग प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं जैसे रोगी के सभाव में अचानक बदलाव आना, रोगी को आलस, चिड़चिड़ापन रहना, रोगी का किसी काम को करने में मन न लगना, रोगी को भूख प्यास लगना बंद होना, रोगी की रोगी का शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर होना,

रोगी को हर समय निराशाजनक सभाव रहना, रोगी को नींद कम आना, रोगी को घबराहट, चिंता, मानसिक तनाव जैसी समस्याएं होना, रोगी का मल मूत्र त्याग के समय वीर्य निकलना, रोगी का निंद्रा अवस्था में वीर्य निकलना, रोगी का स्वपनदोष होना, रोगी का किसी काम को करते समय वीर्य निकलना आदि की समस्या के मुख्य लक्षण होते हैं इसके अलावा भी इस समस्या के उत्पन्न होने पर बहुत सारे अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं

धातु रोग होने के बचाव

Prevention of getting metal disease in Hindi – अगर किसी इंसान में इस प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न हो जाती है तब उसको इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए कुछ ऐसी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है जो कि उसके लिए फायदेमंद हो सकती है

  • रोगी को शराब बीड़ी सिगरेट तंबाकू जैसी नशीली चीजों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए
  • रोगी को हर रोज सुबह सुबह सैर करनी चाहिए
  • रोगी को हमेशा खुशमिजाज रहने की कोशिश करनी चाहिए
  • रोगी को ज्यादा उत्तेजक खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए
  • रोगी को सोने से पहले पेशाब करना चाहिए व सोने से पहले पानी नहीं पीना चाहिए
  • रोगी को सेक्स संबंधित इच्छाओं को दबाना नहीं चाहिए हो सके तो महीने में एक बार हस्तमैथुन या सेक्स आदि करना चाहिए
  • रोगी को ज्यादा तंग कपड़े नहीं पहने चाहिए व अपने जौनांगो की साफ सफाई रखनी चाहिए
  • रोगी को हर रोज ठंडे पानी से स्नान करना चाहिए
  • रोगी को अपनी यौन इच्छाओं को दबाना नहीं चाहिए
  • रोगी को हस्तमैथुन व सेक्स करना चाहिए

धातु रोग का उपचार

treatment of metal disease in Hindi – इस समस्या के उपचार के बारे में बात की जाए तो यह कोई रोग नहीं है बल्कि यह एक ऐसी समस्या है जो कि हम अपने आप ठीक भी कर सकते हैं क्योंकि यह हमारी ही किसी गलती के कारण उत्पन्न होने वाली समस्या है जिसके बारे में बहुत सारे लोगों की अलग-अलग गलत धारणाएं भी है अगर किसी इंसान को यह समस्या हो जाती है तो उसको सबसे पहले अपनी दैनिक दिनचर्या में बदलाव लाने की जरूरत होती है और उसको हमेशा सुबह-सुबह एक्सरसाइज प्राणायाम करने चाहिए और ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों और स्वस्थ भोजन का सेवन करना चाहिए रोगी को ज्यादा से ज्यादा फल फ्रूट आदि का सेवन करना चाहिए इस समस्या को एक बार डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए

इसके अलावा इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आपको ऐसी बहुत सारी आयुर्वेदिक औषधि व आयुर्वेदिक दवाइयां मिल जाएंगी जिससे आप अपनी समस्या को ठीक कर सकते हैं जिनके बारे में हमने आपको नीचे बताया है इन सभी चीजों को आप डॉक्टर की देखरेख में ही इस्तेमाल करें धातु रोग के कारण लक्षण बचाव के उपचार स्त्री धातु रोग का घरेलू उपचार पतंजलि धातु रोग मेडिसिन धातु रोग की टेबलेट धातु रोग की घरेलू दवा धातु रोग में लहसुन के फायदे स्त्री धातु रोग के लक्षण पुराने से पुराना धातु रोग का इलाज धातु रोग में क्या खाएं

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