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दिल का दौरा पड़ने के कारण लक्षण बचाव व उपचार

दिल का दौरा पड़ने के कारण लक्षण बचाव व उपचार

आजकल बहुत सारी खतरनाक बीमारियां फैली हुई है जिनसे बचना बहुत जरूरी है और कुछ बीमारियां ऐसी है जो कि अचानक तक दस्तक देती है और इससे रोगी की मौत भी हो जाती है इसी तरह की एक बीमारी दिल का दौरा भी है जो कि एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है इससे रोगी की तुरंत मृत्यु हो जाती है लेकिन समय रहते अगर इस समस्या का उपचार किया जाए तो इससे रोगी को बचाया भी जा सकता है तो इस ब्लॉग में हम दिल का दौरा पड़ने के बारे में ही बात करने वाले हैं इस ब्लॉग में हम आपको दिल का दौरा पड़ने के कारण, लक्षण, बचाव व इसके उपचार आदि के बारे में जानेंगे.

दिल का दौरा पड़ना

Heart attack in Hindi – दिल का दौरा एक ऐसी बीमारी है जो कि आज के समय में सबसे ज्यादा मौत का कारण बन रही है जब भी किसी इंसान के शरीर में यह बीमारी दस्तक देती है तब इससे कुछ समय पहले रोगी के हृदय में अचानक तेज दर्द होता है और इससे रोगी की मृत्यु हो जाती है क्योंकि दिल का दौरा हमारे हृदय की धमनियों में फैट कोलेस्ट्रोल व अन्य पदार्थों की जमा होने के कारण होता है

क्योंकि जब भी हमारी धमनियों में यह पदार्थ इकट्ठा हो जाते हैं तब हमारे हृदय का रक्त संचरण सही से नहीं हो पाता और एक ऐसा समय आता है जिससे हमारे हृदय का रक्त संचरण बंद हो जाता है और इसी वजह से हमारे दिल का दौरा पड़ता है जिससे कई बार रोगी को समय पर इलाज मिलने से बचाया जा सकता है लेकिन अगर किसी रोगी को दो दिल के दौरे एक साथ आ जाते हैं तब रोगी की मौत भी हो सकती है

पिछले कुछ समय में दिल का दौरा पड़ने की बीमारी में बहुत तेजी से बड़ी देवी हुई है पहले यह समस्या ज्यादातर 50 वर्ष की आयु के ऊपर के लोगों में होती थी लेकिन आजकल के बदलते खानपान और रहन-सहन के कारण यह बीमारी कम उम्र के लोगों में भी तेजी से फैल रही है यानी दिल का दौरा पड़ने की समस्या एक ऐसी समस्या है जो कि किसी भी उम्र की इंसान को अपना शिकार बना सकती है

दिल का दौरा पड़ने  के कारण

Causes of heart attack in Hindi – अगर दिल का दौरा पड़ने की बीमारी के कारणों के बारे में बात की जाए तो इस समस्या के कई अलग-अलग कारण होते हैं लेकिन इसका मुख्य कारण सिर्फ हमारे हृदय के रक्त संचार में रूकावट आना ही होता है क्योंकि हमारे हृदय की धमनियों में कोलेस्ट्रोल फैट या अन्य पदार्थ जमा होने के कारण हमारे रक्त संचार में बाधा आने लगती है जिससे हमारे हृदय में अचानक से तेजी से दर्द उठता है इसके अलावा भी दिल का दौरा पड़ने के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं

जैसे हमारे खून में हमारे खून के थके जमना, धमनियों का ब्लॉक होना, लगातार धूम्रपान करना, हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाना, उच्च रक्तचाप की समस्या होना, अचानक हृदय पर चोट लगना, ज्यादा मानसिक तनाव लेना, रोगी को मोटापा होना, एक जगह पर बैठे बैठे काम करना, शारीरिक गतिविधियां ना करना, ज्यादा शराब आदि का सेवन करना, ज्यादा एलोपैथिक दवाओं का सेवन करना,आदि इस समस्या के मुख्य कारण होते हैं इसके अलावा भी इस समस्या के बहुत सारे कारण हो सकते हैं

दिल का दौरा पड़ने  के लक्षण

Symptoms of heart attack in Hindi – अगर दिल के दौरा पड़ने के लक्षणों के बारे में बात की जाए तो जब किसी इंसान को यह समस्या होती है तो इससे पहले रोगी में कई लक्षण भी देखने को मिलते हैं जिससे रोगी इस समस्या को पहचान कर तुरंत इसका इलाज करवा सकता है जैसे रोगी के शरीर में अचानक एक झुनझुनाहट होना, रोगी की हृदय में तेज दर्द होना, रोगी को सांस लेने में कठिनाई होना, रोगी की सांस फूलना, रोगी को उल्टी आना, रोगी को भूख न लगना,

रोगी को अचानक से तेज पसीना आना, रोगी का जी घबराना, रोगी को चक्कर आना, रोगी के शरीर का संतुलन बिगड़ जाना, रोगी को सीने में दर्द होना, रोगी के जबड़े के आस पास दर्द होना, रोगी को थकान महसूस होना, रोगी को बेचैनी होना आदि इस समस्या के मुख्य लक्षण होते हैं इसके अलावा भी अलग-अलग रोगियों में इस समस्या के अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं

दिल का दौरा पड़ने  के बचाव

Heart attack prevention in Hindi – अगर आपके आसपास या आपके परिवार में किसी इंसान को दिल का दौरा पड़ने के ऊपर बताए गए लक्षण दिखाई देते हैं तब आपको उसको बचाने के लिए कुछ ऐसी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है जो कि उसके लिए फायदेमंद हो सकती है या अगर किसी इंसान को एक बार दिल का दौरा पड़ चुका है तब उसको कुछ खाने पीने की चीजों के ऊपर भी कंट्रोल करना चाहिए

  • रोगी को ज्यादा भार नहीं उठाना चाहिए वह ज्यादा कठोर परिश्रम नहीं करना चाहिए
  • रोगी को शराब बीड़ी सिगरेट तंबाकू आदि से परहेज करना चाहिए
  • रोगी को ज्यादा कठोर व्यायाम वह एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए
  • रोगी को ज्यादा उत्तेजक खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए
  • रोगी को फैट युक्त खाद्य पदार्थ बिल्कुल भी नहीं खाने चाहिए
  • रोगी को घी से बने हुए खाद्य पदार्थ बिल्कुल भी नहीं देनी चाहिए
  • रोगी को दूध दही पनीर आदि का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इन में भरपूर मात्रा में फैट होता है जो कि आप के लिए खतरनाक साबित हो सकता है
  • रोगी को ज्यादा भागना दौड़ना नहीं चाहिए
  • दिल का दौरा पड़ने पर रोगी को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए
  • दिल का दौरा पड़ने पर तुरंत रोगी के हाथ पैरों की मालिश करनी चाहिए

दिल का दौरा पड़ने  का उपचार

heart attack treatment in Hindi – अगर किसी इंसान को दिल का दौरा पड़ जाता है तब तुरंत इलाज मिलने पर रोगी को बचाया जा सकता है इसके लिए रोगी को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए वह डॉक्टर रोगी के हृदय के अलग-अलग टेस्ट के आधार पर उसके हृदय की स्थिति के बारे में पता लगाते हैं फिर उसी के आधार पर रोगी को अलग-अलग प्रकार के इलाज दिए जाते हैं जैसे रोगी को शुरू में दवाइयां दी जाती है इसके अलावा रोगी को अलग-अलग प्रकार की सर्जरी भी दी जाती है जिससे रोगी के हृदय में ब्लॉक वाली जगह को या तो हटा दिया जाता है या उसकी जगह पर छल्ले आदि डाल दिए जाते हैं

फिर भी अगर किसी इंसान को हृदय से संबंधित किसी भी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न होती है तब उसको तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाना चाहिए क्योंकि अगर आपको किसी जगह पर दिल का दौरा पड़ जाता है तब तुरंत इलाज ना मिलने पर आपकी मृत्यु भी हो सकती है इसके लिए आपको इस समस्या के लक्षणों को पहचाना बहुत जरूरी है

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