सामान्य ज्ञान

क्रिकेट का इतिहास और रोचक तथ्य

क्रिकेट का इतिहास और रोचक तथ्य

क्रिकेट लगभग आज के समय में हर किसी को पसंद है.. क्रिकेट में कई बार ऐसी बातें भी हो जाती है. जिसका कि कोई अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है. कई बार इतने बड़े उलटफेर कुछ टीमें आपस में कर देती है. जिसपर की लोगों को बहुत है.रानी होती है. क्योंकि क्रिकेट कोच अनिश्चितताओं का खेल माना जाता है. क्रिकेट में जब तक अंतिम बोल नहीं डाली जाती तब तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता है.

क्योंकि इसीलिए क्रिकेट दूसरे सभी खेलों से अलग है. और इसमें जब तक अंतिम बोल नहीं डाली जाती तब तक किसी टीम की जीत नहीं मानी जाती है.. क्रिकेट में कई बार तो दोनों टीमों की जीत सिर्फ अंतिम बॉल पर ही टिकी हुई होती है. और जब अंतिम बॉल डाली जाती है. तो उसके बाद ही दोनों टीमों की जीत का निर्णय होता है. और बाकी दूसरे खेलों में देखा जाए तो किसी भी टीम की जीत पहले ही दिखाई देने लगती है.

क्रिकेट में कोई भी खिलाड़ी बड़ा या छोटा नहीं होता है. तो यह कुछ बातें है. जो क्रिकेट को दूसरे खेलों से अलग बनाती है.क्योंकि आज के समय में क्रिकेट में बहुत बड़े-बड़े रिकॉर्ड बन रहे है. और टूटते रहे है. और पिछले कुछ समय में तो इतना पॉपुलर हो चुका है. कि हर किसी की जुबान पर बस सिर्फ क्रिकेट का ही नाम होता है.

हर कोई बच्चा या युवा आज के समय में सिर्फ क्रिकेट की तरफ ही ध्यान देता है. क्रिकेट एक बहुत ही अच्छा खेल है. आज के समय में क्रिकेट दुनिया के कोने कोने तक फैल चुका है. हर किसी को क्रिकेट खेलना और देखना पसंद है. और क्रिकेट खेल की दुनिया भर में बहुत से चाहने वाले लोग है. जो कि बहुत ज्यादा क्रिकेट देखते और खेलते हैं.

क्रिकेट का इतिहास History of Cricket in Hindi

आज के समय में क्रिकेट पूरी दुनिया में एक नशा सा बना हुआ है. हर किसी को क्रिकेट खेलना और देखना पसंद है. क्रिकेट एक बहुत ही अच्छा खेल है. क्रिकेट का इतिहास बहुत समय पुराना है..क्रिकेट दुनिया में फुटबॉल के बाद दूसरे नंबर पर सबसे पहले जाने वाला और देखे जाने वाला खेल है. ऐसा माना जाता है. कि क्रिकेट की शुरुआत रोमन एंपायर के खत्म होने के बाद शुरू हुआ था. इंग्लैंड के King Edward Two ने अपने समय में इसको खेला था.

लेकिन इन सभी बातों का कोई सुबूत नहीं है. ना ही इनका कोई प्रमाण मिला है. शुरू में क्रिकेट खेलने के लिए एक लकड़ी को अपना BAT और धागे से बनाई गई बोल का इस्तेमाल करते या छोटे-छोटे कंकर का इस्तेमाल करके बोल बनाते है. विकेट के लिए पेड़ या गेट का इस्तेमाल करते थे. वैसे तो क्रिकेट कब शुरू हुआ और किस समय शुरू हुआ यह बता पाना बहुत मुश्किल है.

लेकिन एक अंदाजा जरूर लगाया गया है. और इसके लिए 16 शताब्दी में हुई एक घटना में बताया गया है. 1598 में इंग्लैंड में एक जमीन के की लड़ाई को लेकर एक केस दर्ज किया गया था. और उस जमीन के मालिक होने का दावा 59 साल के Corner or John Derek ने किया था. और उन्होंने बताया था.

कि वह 50 साल पहले 1550 में स्कूल के बाद इस जमीन पर क्रिकेट खेला करते थे. और इससे पहले किसी ने क्रिकेट खेलने का दावा नहीं किया है. तो इस बात का अंदाजा यहीं से लगाया जाता है. कि शायद इसी समय से क्रिकेट की शुरुआत हुई थी और यह माना गया कि सबसे पहली बार क्रिकेट 1550 में खेला गया.

17 शताब्दी की शुरुआत में क्रिकेट को लगभग छोटे बच्चे ही खेला करते थे. उस समय कोई भी बड़ा आदमी क्रिकेट को नहीं खेलता था. यह सिर्फ बच्चों का ही खेल होता था. और इससे बच्चे सिर्फ एक टाइम पास करने के लिए ही खेलते थे.. फिर उसके बाद यह खेल बच्चों से बड़ों तक कैसे पहुंचा. इसके पीछे एक छोटी सी बात जरूर है. 1611 में दो बड़े बच्चों ने रविवार के दिन चर्च स्कूल में जाकर क्रिकेट को खेलने लगे

इस तरह से इन दोनों बड़े बच्चों के ऊपर मुकदमा चलाया गया क्योंकि इससे पहले किसी भी तरह का कोई भी बड़ा आदमी ना तो क्रिकेट खेलता था. और ना ही इस तरह का कोई सबूत मिला था. और इस केस के सामने आने के बाद यही अंदाजा लगाया जाता है. कि सबसे पहली बार 1611 में यह खेल छोटे बच्चों से बड़े बच्चों तक पहुंचा और इसी साल में भी डिक्शनरी में भी क्रिकेट नाम के शब्द को जोड़ा गया.

फिर उसके बाद क्रिकेट के नियम की अगर बात करेंगे तो फिर धीरे-धीरे ही है. खेल बड़े बच्चों में भी खेला जाने लगा और यह एक अच्छा खेल बन गया और 18 वीं शताब्दी की शुरुआत में इस खेल में कुछ नियम बनाए गए वे नियम कुछ इस तरह से बनाए गए थे.. दो खिलाड़ी अपने BAT को लेकर मैदान में आते थे.. उस जमाने में आज के समय के जैसे BAT होते थे.

फिर उसके बाद पिच के ऊपर दोनों तरफ विकेट लगाई जाती थी और सिक्के के साथ टॉस की जाती थी और जो टीम टॉस जीत जाती थी वह बैटिंग करती थी और बोलिंग भी आज के समय के जैसे ऊपर से नहीं होती थी. उस समय में बोली नीचे से फेंकी जाती थी और उस समय में एक ओवर में सिर्फ चार ही balls होती थी. और रन को एक जगह पर निशान लगाकर लिखा जाता था. फिर 1889 में एक ओवर में 4 बॉल के नियम को हटाकर एक और पांच balls कर दिए गए.

फिर 1922 में इस नियम को बदलकर 8 balls ओवर में कर दी गई लेकिन दूसरे विश्व युद्ध के बाद 1947 में इन सभी नियमों को बदल कर एक ओवर में छह बॉल कर दी गईऔर उसमें सबसे ज्यादा स्कोर सिर्फ 40 रन ही था. क्योंकि उस समय में ball सिर्फ नीचे जमीन के ऊपर फेंककी जाती थी. इसीलिए ज्यादा रन भी नहीं बनते थे. और उस समय में खिलाड़ियों को चोट भी ज्यादा लगती थी.

1970 में पहली बार बीच के ऊपर बोलिंग को ऊपर से डालना शुरू किया गया था. उस नियम के बाद बैट्समैन को शॉर्ट्स लगाना बहुत आसान भी हुआ. और चोट लगने का खतरा भी कम हुआ और बॉलर को भी बॉलिंग करने में आसानी हुई क्योंकि अगर बोलिंग तरीके की बात करें तो पहले समय में बॉलर बॉलिंग अंडरआर्म किया करते थे. और फिर उसके बाद राउंड आम बोलिंग करना शुरू किया.

फिर उसके बाद 1880 में ओवर आम बोलिंग करना शुरू किया गया जो कि बहुत ज्यादा इस्तेमाल होने लगी उन्नीसवीं शताब्दी में क्रिकेट बहुत पॉपुलर होने लगा और क्रिकेट के नियम में बहुत सारे बदलाव किए गए और इन नियमों के बदलाव के साथ-साथ balls और BAT में भी बहुत सारे बदलाव किए गए 1774 में एलबीडब्ल्यू आउट और तीसरे स्टैंप का नियम बनाया गया और इन नियमों में Ball के साइज बैटिंग दस्ताने पैड हेलमेट जैसी चीजों को भी क्रिकेट में जोड़ा गया.

1870 में पहली बार बाउंड्री बनाई गई उससे पहले बैट्समैन हर ball को मारने के बाद रन दौड़ता था. दुनिया का सबसे पहला क्रिकेट क्लब 1760 में बनाया गया था. बॉलीवुड क्रिकेट क्लब एमसीसी बनाया गया जो क्रिकेट के नियम को बनाता है. और क्रिकेट से जुड़ी और भी बहुत सारे काम करता है. 1787 में, यॉर्कशायर के थॉमस लॉर्ड ने लंदन में क्रिकेट मैदान खोला और उस वर्ष मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब का गठन हुआ इंग्लैंड के बाद धीरे-धीरे अब दुनिया में लगा.

फिर क्रिकेट इंग्लैंड से नॉटी अमेरिका और धीरे-धीरे दुनिया के बहुत सारे देशों में पहुंच गया. 1859 की शुरुआत में इंग्लैंड की टीम ने कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा किया और 1861 में ऑस्ट्रेलिया ने एक टीम का दौरा किया ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न में 1877 में पहला रिकॉर्ड मैच जीत दर्ज की और इंग्लैंड को 45 रन से हराया। 5 साल बाद, 1882 में ऑस्ट्रेलिया लंदन में फिर से जीता.

लेकिन यह इंग्लैंड की धरती पर ऑस्ट्रेलिया की पहली जीत थी1882 में लंदन में द ओवल में हुई जिसने दोनों देशों के बीच होने वाले मैचों में एशेज का नाम रखा गया था. इस हार के बाद अखबारों ने इंग्लिश क्रिकेट की मौत का शोक मचाया गया. और उसके बाद से आज तक लगातार यह क्रिकेट सीरीज एशेज के नाम से इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच में खेली जाती है. यह हर साल होती है.

आज के समय में क्रिकेट टीम तरह से खेला जाता है. टेस्ट क्रिकेट वनडे क्रिकेट और T20 क्रिकेट T20 क्रिकेट का इतिहास कुछ ज्यादा पुराना नहीं है. यह लगभग पिछले 10 – 12 सालों से ही शुरु हुआ है. और उससे पहले T20 क्रिकेट नहीं खेला जाता था. उसे पहले सिर्फ वनडे और टेस्ट मैच ही खेले जाते थे. और सबसे ज्यादा टेस्ट मैच ही खेले जाते थे. टेस्ट मैच 5 दिन का होता है. वनडे मैच 1 दिन का होता है. .

टेस्ट क्रिकेट का इतिहास

सत्रहवीं शताब्दी के बाद से इंग्लैंड में क्रिकेट खेला जाता है.. जैसा की मने आपको उपर बताया है.. टेस्ट क्रिकेट का इतिहास1877 माना जाता है. जब यह क्रिकेट इंग्लैंड से एक अंतरराष्ट्रीय खेल के रूप में जाना जाने लगा तब 1877 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट मैच खेला गया था. और इस प्रतियोगिता की सफलता ने एशेज की शुरुआत की जो पहले 1882 में ओवल में खेली गई थी। आज दस क्रिकेट टेस्ट देश है. और टेस्ट क्रिकेट को क्रिकेट के टेस्ट के रूप से अंतिम उपाय माना जाता है.

क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ी का एक टेस्ट होता है. वह उससे खिलाड़ी 3 मानसिकता उसका खेल उसका उत्साह उसका जुनून यह सब चीजे साबित होती है. यह एक तरह का टेस्ट लिया जाता है. और यह दुनिया भर की टीमों का भी एक टेस्ट ही होता है. अगर कोई भी खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट अच्छी तरह से खेलता है. तो वह सभी तरह के क्रिकेट खेल सकता है. और उस खिलाड़ी को बेस्ट प्लेयर माना जाता है.टेस्ट क्रिकेट 5 दिन का होता है.

इसके एक मैच को होने के लिए 5 दिन लगते है. लेकिन यह उससे पहले भी खत्म हो सकता है. लेकिन इस क्रिकेट मैच में दोनों टीमों को दो-दो बार खेलना होता है. और अगर दोनों पारी 2 दिन या 1 दिन में भी समाप्त हो जाती है. तो यह टेस्ट मैच 5 दिन पहले भी खत्म हो सकता है. और यदि दोनों टीमों की पारी पूरी नहीं हो पाती है. तो इस मैच को डरा घोषित कर दिया जाता है.. और आज के समय में दुनिया की 10 टेस्ट टीम है.

जिनमें इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड ,साउथ अफ्रीका ,भारत ,श्रीलंका, पाकिस्तान ,बांग्लादेश ,ज़िम्बाब्वे, और वेस्टइंडीज जैसी टीम शामिल है.अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट ICC के अधिकारी टेस्ट टीम चूनते है. किस टीम को कब टेस्ट टीम का दर्जा मिला उनके बारे में मैं आपको नीचे बता रहा हूं जैसा की क्रिकेट की शुरुआत मैंने आपको बताया है. इंग्लैंड से हुई तो सबसे पहले इंग्लैंड को ही टेस्ट टीम का दर्जा मिला था.

क्योंकि शुरू में टेस्ट क्रिकेट भी खेला जाता था. उसके बाद धीरे-धीरे दुनिया भर की 10 टीमों को टेस्ट टीम का दर्जा मिला और यह आईसीसी के अधिकारी सुनते है. कि कौन सी टीम टेस्ट क्रिकेट का खिताब पाने की हकदार है. वैसे दुनिया में बहुत से देश टेस्ट क्रिकेट क्रिकेट खेलते है. लेकिन जो दुनिया की 10 सबसे बढ़िया टीम होगी उनको ही टेस्ट के लिए दर्जा दिया जाता है.

किस टीम को कब टेस्ट टीम का दर्जा मिला उनके बारे में मैं आपको नीचे बता रहा हूं जैसा की मैंने आपको बताया है. क्रिकेट की शुरुआत इंग्लैंड से हुई तो सबसे पहले इंग्लैंड को ही टेस्ट टीम का दर्जा मिला था. क्योंकि शुरू में टेस्ट क्रिकेट भी खेला जाता था. उसके बाद धीरे-धीरे दुनिया भर की 10 टीमों को टेस्ट टीम का दर्जा मिला.वैसे दुनिया में बहुत से देश क्रिकेट खेलते हैं. लेकिन जो दुनिया की 10 सबसे बढ़िया टीम होगी. और अपने अच्छे खेल का प्रदर्शन करती है. टीम को दुनिया की 10 बेस्ट टेस्ट टीम में जगह दी जाती है.

  • इंग्लैंड: 15 मार्च, 1877
  • ऑस्ट्रेलिया: 15 मार्च, 1877
  • दक्षिण अफ्रीका: 12 मार्च 188 9 (वर्णभेद के कारण दक्षिण अफ्रीका को 1 9 71 और 1 99 1 के बीच अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से प्रतिबंध लगा दिया गया था)
  • वेस्ट इंडीज: 23 जून 1 9 28
  • न्यूजीलैंड: 10 जनवरी 1 9 30
  • भारत: 25 जून, 1 9 32 (1 9 47 से पहले भारतीय टीम पाकिस्तान और बांग्लादेश से खिलाड़ियों का बना थी )
  • पाकिस्तान: 16 अक्टूबर 1 9 52 (1 9 71 से पहले पाकिस्तान को बांग्लादेश से खिलाड़ियों का बना दिया गया था.)
  • श्रीलंका: 17 फरवरी, 1 9 82
  • ज़िम्बाब्वे: 18 अक्टूबर, 1 99 2
  • बांग्लादेश: 10 नवंबर 2000 में

वनडे क्रिकेट का इतिहास

एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (ODI) सीमित ओवरों के क्रिकेट मैच के रूप है.. जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो टीमों के बीच खेला जाता है., जिसमें प्रत्येक टीम सीमित ओवरों खेलती है., आज के समय में एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच 50 ओवर हा होता है.. केट विश्व कप इस प्रारूप में खेला जाता है. एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों को भी लिमिट ऑवर्स इंटरनेशनल (एलओआई) कहा जाता है. वनडे क्रिकेट का एक बहुत बड़ा टूर्नामेंट भी होता है. जिसे दुनिया भर में विश्व कप के नाम से जानते है.

उस विश्व कप में दुनिया भर की लगभग 10 से 12 टीमें हिस्सा लेती है. और वह विश्व कप 4 साल में एक बार होता है. और उस विश्व कप की विजेता टीम दुनिया की नंबर 1 टीम मानी जाती है.अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय खेल बीसवीं शताब्दी शुरू किये गए थे. पहला एकदिवसीय मैच 5 जनवरी 1971 को मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया था. यह क्रिकेट मैच इसलिए खेला गया था. क्योंकि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा था.

टेस्ट मैच में 3 दिन बारिश आने के कारण मैच रुका हुआ था. और मैच का परिणाम निकालने के लिए अधिकारियों ने इस मैच के बदले 1 वनडे मैच करने का फैसला किया और फिर उसके बाद ऑस्ट्रेलिया मैच सफेद कपड़ों में और लाल गेंद के साथ पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच हुआ था. जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 5 विकेट से हरा दिया.

1970 के अंत में कैरी पैकर ने दो टीमों के बीच विश्व सीरीज क्रिकेट प्रतियोगिता की स्थापना की और इसमें एक अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय मैच के लिए कई विशेषताओं को भी जारी किया जो आज के समय में रंगीन वर्दी के साथ रात में खेला जाता है.

आज के समय के मैच में सफेद गेंद और टेलीविजन प्रसारण के लिए कैमरे और पिच पर खिलाड़ियों की आवाज को सुनने के लिए माइक्रोफोन जैसी चीजों को लगाया गया. आज के समय में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच 50 और का होता है. लेकिन इससे पहले यह मैच 40 ,45 और 50 के भी हो चुके हैं.

आज के समय में क्रिकेट में बहुत बदलाव कर दिए गए है. और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में लोगों का जोश देखने को भी बनता है. क्योंकि आज के समय में अंतरराष्ट्रीय मैच ज्यादा खेले जाते है. और मैं बहुत से अच्छे अच्छे खिलाड़ी बहुत बढ़िया खेल का प्रदर्शन करते है. और आज के समय में दुनिया भर में क्रिकेट के बहुत से फ्रेंड है. और आज के समय में लगभग क्रिकेट सभी देशों में खेला जाने लगा है. धीरे-धीरे इसकी क्वालिटी और भी बढ़ती जा रही है.

लेकिन अभी तक सिर्फ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग 15 टीम खेल रही है. और उनमें से 10 टीमें विश्वकप खेलती है. और बाकी टीमों को विश्व कप खेलने के लिए क्वालीफाई करना पड़ता है. इन टीमो में से अफगानिस्तान आयरलैंड जिंबाब्वे नेपाल केन्या टीम में शामिल होती है.

ये टीम क्वालीफाई कर के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट विश्व कप खेलने के लिए चुनी जाती है. यह सभी टीमें जब आपस में क्वालीफाई मुकाबला खेल रही होती है. तो उन के बाद आईसीसी के अधिकारी इन टीमों को विश्व कप खेलने की अनुमति देते है. लेकिन इनमें से सभी टीमें नहीं चुनी जाती है.

T20 क्रिकेट का इतिहास

पहले शुरू में जब क्रिकेट शुरू किया गया था. तब टेस्ट क्रिकेट होते है. उसके बाद 1971 में वनडे क्रिकेट सामने आया फिर उसके बाद लोग क्रिकेट को देखना कम पसंद करने लगे इसलिए क्रिकेट के अधिकारियों ने इस चीज से निपटने के लिए कुछ ऐसा तरीका निकालने के बारे में सोचा जिससे कि क्रिकेट के प्रेमी ज्यादा पसंद करने लगे और क्रिकेट पोपुलर बन सके. फिर क्रिकेट के अधिकारियों ने T20 क्रिकेट को दुनिया के सामने लकार आये

इस T20 क्रिकेट के आने के बाद दुनिया में एकदम से क्रिकेट के फैंस बढ़ गए क्योंकि इसमें सिर्फ 20 और होते है. इसलिए इसके फैन मैच को अपने थोड़े से समय में आराम से देख सकते है. इसलिए इसको फटाफट क्रिकेट भी कहा जाता है. आज के समय में T20 क्रिकेट का जुनून लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है. और क्रिकेट देखने के लिए लोगों उत्सुक रहते है. और आज के समय में दुनिया भर में अलग-अलग देशों में अपनी अलग अलग T20 लीग भी चलाई जा रही है.

इसमें सबसे ज्यादा भारत की इंडियन प्रीमियर लीग आईपीएल दुनिया भर में फेमस है. और यह लीग को देखते हुए ही T20 क्रिकेट बहुत पोपुलर भी हो गया T20 क्रिकेट को शुरू करने के लिए 1998 में इंग्लैड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड आपस में बातचीत की वे तरीका निकालना चाहते थे. कि लोगों को ज्यादा पसंद आए उसी समय इंग्लैंड के मार्केटिग मैनेजर स्टुअर्ट रॉबर्ट्सन ने इसके लिए वोटिंग भी की और इस वोटिंग के बाद को रॉबर्ट्सन ने दुनिया के T20 क्रिकेट सामने पेश किया.

सबसे पहला t20 मैच 15 जुलाई 2004 में मिडिलसेक्स और सरे के बीच में लॉर्ड्स के मैदान पर खेला गया था. और इस पहले T20 मैच को देखने के लिए दुनिया भर में बहुत लोग उत्सुक थे. और इस मैच को देखने के लिए भारी संख्या में दर्शक भी इकट्ठा हुए और इसके बाद T20 क्रिकेट बहुत तेजी से दुनिया में फैल गया. और यहां से T20 क्रिकेट का आरंभ हो गया और उसके बाद T20 क्रिकेट का विश्व कप आयोजन भी होने लगा और टी-20 विश्व कप का आयोजन 2 साल में एक बार किया जाता है. जिनमें की दुनिया भर की 10 सबसे बढ़िया टीम शामिल होती है.

[catlist name=”खोज और अविष्कार”]

क्रिकेट के कुछ रोचक तथ्य Cricket Interesting Facts

  1. दक्षिण अफ्रीका के एक खिलाड़ी हर्शल गिब्स ने वेस्टइंडीज में 2007 विश्व कप में नीदरलैंड के दावे निबंध के द्वारा बोर्ड हुए और उन्होंने एक और में छह छक्के लगाए थे..
  2. फिर उस इतिहास को भारत के खिलाड़ी युवराज सिंह ने 2007 टी-20 विश्व कप में एक बार फिर से दोहरा दिया और उन्होंने इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड को लगातार छह बोलों पर छह छक्के लगाकर एक और रिकॉर्ड कायम कर दिया.
  3. आज तक के क्रिकेट के इतिहास में वनडे क्रिकेट मैच में सबसे बढ़िया गेंदबाजी का प्रदर्शन जिंबाब्वे के चमिंडा वास का है. जिन्होंने श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में 8 विकेट लिए थे. और वह दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी है.
  4. पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के नाम दुनिया की सबसे तेज बॉल डालने का रिकॉर्ड है. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ है. दुनिया की सबसे तेज बॉल 161.3 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से डाली थी.
  5. क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम वैसे तो बहुत से रिकॉर्ड है. लेकिन पहली बार एकदिवसीय मैच में दोहरा शतक बनाने का रिकॉर्ड उनके नाम है. और सचिन तेंदुलकर ने ग्वालियर में यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था.

तो आज हमने आपको इस पोस्ट में एक बहुत ही बढ़िया और महत्वपूर्ण और रोचक जानकारी दी है. शायद इस तरह की इतनी बढ़िया जानकारी आप पहले कभी नहीं देख पाए होंगे या नहीं सुन पाए होंगे तो आज हमने आपको इस पोस्ट में क्रिकेट के इतिहास के बारे में बताया.

क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट के इतिहास के बारे में हमने आपको इस पोस्ट में पूरी और विस्तार से जानकारी दी है. आपको बहुत अच्छी लगी होगी तो यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी या पसंद आए तो शेयर करना ना भूले और यदि इसके बारे में आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं.

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