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हाई ब्लड प्रेशर के कारण लक्षण व उपचार

हाई ब्लड प्रेशर के कारण लक्षण व उपचार

आजकल के तेजी से बदलते समय और भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण हम हमारे शरीर के ऊपर इतना ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते जिससे हमारे शरीर में कई शारीरिक और मानसिक रोग उत्पन्न हो जाते हैं और इनसे हमें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि हमारा शरीर भी एक मशीन की तरह होता है जिस तरह से हम समय-समय पर मशीन की रिपेयरिंग करवाते हैं

उसी तरह से हमारे शरर के भी समय समय पर टेस्ट करना जरुरी होता है लेकिन तेजी से बदलते समय और इंटरनेट के कारण हमारे जीवन के ऊपर इतना ज्यादा प्रभाव हो चुका है कि हम हमारे शरीर के ऊपर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते इसी के कारण बहुत से लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या उत्पन्न होने लगती है

और यह समस्या आजकल हर दूसरे इंसान में पैदा हो रही है तो आज के इस ब्लॉग में हम हाई ब्लड प्रेशर के कारण लक्षण व उपचार आदि के बारे में बात करेंगे.

 

हाई ब्लड प्रेशर

High blood pressure in Hindi -आजकल के बदलते समय में हमारे जीवन के ऊपर इतना ज्यादा बोझ बढ़ गया है कि हम सिर्फ अपने काम के बारे में ही सोचते हैं हमारे शरीर के ऊपर हम इतना ज्यादा ध्यान नहीं देते जिससे हमारे शरीर में शारीरिक और मानसिक रोग उत्पन्न होने लगते हैंइन्हीं लोगों में से हाई ब्लड प्रेशर भी एक ऐसा मानसिक रोग है

जो कि रोगी को बिल्कुल कमजोर बना देता है इस रोग साधारण भाषा में उच्च रक्तचाप या हाई बीपी के नाम से जाना जाता है इस समस्या के उत्पन्न होने पर रोगी के शरीर में ब्लड का लेवल बढ़ जाता है जो कि 14 0/90 mmHg तक हो जाता है

या कई लोगों में यह इससे भी ऊपर चला जाता है वैसे एक नॉर्मल इंसान का ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg होता है जब किसी इंसान में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने लगती है तब उससे उस इंसान को कई और रोगों के होने का भी खतरा रहता है

जिसमें हार्टअटैक, ब्रेन स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसे रोग शामिल हैं ब्लड प्रेशर एक जानलेवा रोग है जिससे इंसान शारीरिक रूप से तो स्वस्थ दिखाई देता है लेकिन वह मानसिक रूप से बिल्कुल कमजोर हो जाता है

ब्लड प्रेशर की समस्या ज्यादातर 30 वर्ष से ऊपर की आयु के इंसानों में उत्पन्न होती है लेकिन आज के इंटरनेट के दौर में यह रोग छोटी छोटी उम्र के लोगों और बच्चों में भी देखने को मिल रहा है क्योंकि आजकल सभी लोग सिर्फ अपने मोबाइल के ऊपर ही लगे रहते हैं बच्चे खेलना कूदना बिल्कुल भूल चुके हैं जिससे वे मानसिक रूप से बिल्कुल कमजोर हो जाते हैं

ब्लड प्रेशर के कारण

Cause to blood pressure in Hindi – अगर हाई ब्लड प्रेशर के कारणों के बारे में बात की जाए तो इस समस्या के उत्पन्न होने के पीछे बहुत सारे कारणों का हाथ होता है जैसे एक जगह पर बैठे बैठे काम करना, ज्यादा मानसिक दबाव वाले काम करना,

रक्तचाप या चिंता रखना, मानसिक तनाव रखना, पत्नी के साथ अनबन होना, घर में लड़ाई होना, पूरा दिन काम करते रहना, कुपोषण का शिकार होना, पूरा दिन अकेले रहना,

समय-समय पर हल्का बुखार, सिर दर्द होना, शरीर की साफ सफाई पर ध्यान ना देना, ज्यादा उत्तेजक पदार्थों का सेवन करना, किसी ऐसी घटना का डर दिमाग में बैठना जिस को बार बार सोच कर डर लगता हो, बच्चों की पढ़ाई लिखाई का बोझ होना, बेरोजगारी, भुखमरी आदि इस समस्या के बहुत सारे कारण हो सकते हैं

हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण

Symptoms of high blood pressure in Hindi – हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसा रोग है जिसको साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह एक अदृश्य रोग होता है जिससे सीधा रोगी के दिमाग के ऊपर प्रभाव पड़ता है

यानी इससे रोगी दिमाग की तौर पर बीमार हो जाता है देखने में रोगी बिल्कुल स्वस्थ दिखाई देता है लेकिन फिर भी इसके कई ऐसे लक्षण हैं जो कि आप आसानी से पहचान सकते हैं जैसे

फिर में मोटापा आना, रोगी गुस्सैल होना, रोगी को बेचैनी थकावट, कमजोरी, आलस आदि की समस्या रहना, रोगी के सिर में दर्द रहना, रोगी को हल्का बुखार व बदन दर्द होना, रोगी को छोटी-छोटी बातों पर ज्यादा गुस्सा आना, व रोगी का स्वभाव चिड़चिड़ा होना, रोगी का बीपी हाई होते ही रोना, चक्कर आना, व बेहोश होना,

रोगी की बात-बात पर चिल्लाने की आदत होना, रोगी को नींद ना आना, रोगी को भूख कम लगना, रोगी की स्मरण शक्ति बिल्कुल कम होना, रोगी को बार-बार मल मूत्र आना, रोगी का हृदय छोटी-छोटी बातों पर तेजी से धड़कना, आदि इस समस्या के बहुत सारे लक्षण होते हैं

हाई ब्लड प्रेशर पर क्या करना चाहिए

What should be done in case of high blood pressure in Hindi – अगर किसी इंसान में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने लगती है तब उसको कुछ ऐसी बातों के ऊपर ध्यान देना होता है जिससे वह अपनी इस समस्या को कंट्रोल में कर सकता है और इससे धीरे-धीरे छुटकारा भी पा सकता है

  • रोगी को हर रोज सुबह सुबह व्यायाम व प्राणायाम आदि करने चाहिए
  • रोगी को हर रोज सुबह जल्दी उठना चाहिए और सैर करनी चाहिए
  • रोगी को हर रोज सुबह सुबह जिम व योगासन आदि करने चाहिए
  • रोगी को हर रोज साइकिलिंग आदि करनी चाहिए
  • रोगी को ज्यादा मनोरंजन वाली बुक वह वीडियो आदि देखने चाहिए
  • रोगी को सभी के साथ मिलजुल कर रहना चाहिए
  • रोगी को खाना खाने के तुरंत बाद घूमने फिरने जाना चाहिए
  • रोगी को हर रोज स्विमिंग करनी चाहिए
  • हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को ज्यादा से ज्यादा केला का सेवन करना चाहिए
  • रोगी को पोटेशियम युक्त चीजों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए जिससे आपके हाई ब्लड प्रेशर में बहुत तेजी से कम करने में राहत मिलती है

क्या नहीं करना चाहिए

  • आपको ज्यादा अकेले नहीं रहना चाहिए
  • आपको ज्यादा उत्तेजक पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए
  • आपको शराब चाय कॉफी बीड़ी सिगरेट तंबाकू आदि का सेवन नहीं करना चाहिए
  • आपको ज्यादा तले भुने हुए भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए
  • आपको हस्तमैथुन नहीं करना चाहिए
  • आपको पूरा दिन एक जगह पर बैठे बैठे काम नहीं करना चाहिए
  • आपको भोजन करने के तुरंत बाद सोना नहीं चाहिए
  • आपको अपने शरीर में कब्ज की समस्या उत्पन्न नहीं होने देनी चाहिए
  • आपको ज्यादा मोबाइल लैपटॉप और कंप्यूटर आदि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए

लेकिन फिर भी अगर किसी इंसान को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या उत्पन्न हो जाती है तब उसको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए वह अपने टेस्ट आदि करवा कर डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए क्योंकि यह एक खतरनाक समस्या है इससे रोगी मानसिक तौर से बिल्कुल कमजोर हो जाता है और इससे आपके शरीर अन्य रोग उत्पन्न होने लगते हैं जो कि आपके लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं

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