व्हीलचेयर बनाने का बिज़नेस शुरू करें और कमाये हर महीने लाखों रुपए
वैसे तो हमारे दैनिक जीवन में बहुत सारी अलग-अलग प्रकार की चीजों की जरूरत होती है जो कि हमारे दैनिक जीवन के कार्यों को सफल बनाने के लिए इस्तेमाल में ली जाती है लेकिन बहुत सारी ऐसी चीजें होती है जो कि हमें किसी खास समय पर ही इस्तेमाल में लेनी पड़ती है और कुछ ऐसी चीजें होती है जो कि हमें बीमारियों के समय में इस्तेमाल करनी पड़ती है.
वैसे तो हम चाहते हैं कि सभी लोग हमेशा स्वस्थ रहें और उनको इन प्रकार की किसी भी तरह की चीजों की आवश्यकता ना पड़े लेकिन फिर भी कुछ लोग जन्म से ही अपंग होते हैं या उनको बाद में किसी प्रकार की दुर्घटना होने पर व्हीलचेयर की आवश्यकता पड़ती है व्हीलचेयर एक ऐसी कुर्सी होती है जिसके नीचे पहिए लगे होते हैं और इस चेयर को वही लोग इस्तेमाल करते हैं.
जो उठकर चलने में समर्थ नहीं होते हैं या जिन लोगों के पैरों में बचपन से ही किसी प्रकार की बीमारी के कारण चलने फिरने की क्षमता नहीं होती.आपने बहुत आपने बहुत बार देखा हुआ कि हॉस्पिटल व इसके आसपास के क्षेत्रों में बहुत सारे लोग व्हीलचेयर के ऊपर बैठे होते हैं और उनको पीछे से कोई दूसरा इंसान धक्का लेकर एक जगह से दूसरी जगह पर ले जा रहा होता है.
अक्सर व्हीलचेयर बीमार लोगों के काम आती है जिनको चलने फिरने में परेशानी होती है लेकिन क्या आपने सोचा है कि व्हीलचेयर को कैसे बनाया जाता है और यह कहां से बनती है व्हीलचेयर को बनाने के लिए वैसे तो आपको किसी भी प्रकार की परमिशन नहीं होती और लेकिन यह एक बहुत ही आसानी से शुरू होने वाला व्यवसाय भी है अगर आप इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं.
तो यह आपके लिए एक फायदेमंद बिजनेस हो सकता है क्योंकि दिन प्रतिदिन जनसंख्या बढ़ती जा रही है और जनसंख्या के साथ ही अलग-अलग प्रकार की दुर्घटनाएं हो रही है इसलिए समय-समय पर की पढ़ती है तो इस ब्लॉग में हम आपको व्हीलचेयर के व्यवसाय को शुरू करने से संबंधित पूरी जानकारी देने वाले है.
व्हीलचेयर क्या होता है
वैसे तो आप में से बहुत ही कम लोग ऐसे होंगे जो कि व्हीलचेयर के बारे में नहीं जानते लेकिन फिर भी जो लोग व्हीलचेयर के बारे में नहीं जानते हैं उनके लिए हम बता देते हैं कि व्हीलचेयर एक ऐसी कुर्सी होती है जिसके नीचे चार पहिए लगे होते हैं और चेयर के पिछले साइड पकड़ने के लिए 2 हथ्थे लगे होते हैं जिसकी मदद से व्हीलचेयर के ऊपर चलने फिरने में असमर्थ मरीज को बिठाया जाता है.
फिर दूसरा इंसान उस चेयर को पीछे से धक्का देकर एक दूसरे स्थान पर ले जाता है व्हीलचेयर में चारों पहियों में आगे के दो पहिए बाय-बाय मोड़ने में सक्षम होते हैं क्योंकि पीछे से धक्का देने वाला व्यक्ति अगर व्हीलचेयर को दूसरी दिशा में ले जाना चाहता है तब इसके लिए उसको पीछे से ही मोड़ना होता है और आगे के पहिए अपने आप मड जाते हैं जिसकी वजह से व्हीलचेयर की दिशा बदल जाती है.
इसके अलावा व्हीलचेयर के नीचे दो पायदान होते है जिसके ऊपर मरीज के पांव रखे जाते हैं इसके अलावा कुछ ऐसी व्हीलचेयर भी होती है जिनको किसी मरीज के लिए स्पेशल तैयार करवाया जाता है व्हीलचेयर का मुख्य काम अपंग व्यक्ति को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए किया जाता है.
इसके अलावा कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनको कुछ ही समय के लिए व्हीलचेयर की आवश्यकता होती है और वह वापस ठीक होने पर को छोड़ देते हैं यानी व्हीलचेयर चलने फिरने में असमर्थ लोगों के काम आने वाला एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपकरण है
व्हीलचेयर का व्यवसाय
वैसे तो हम भगवान से दुआ करेंगे कि भगवान किसी भी इंसान को व्हीलचेयर की जरूरत ना दे लेकिन फिर भी बहुत सारी ऐसी बड़ी दुर्घटनाएं हो जाती है जिनकी वजह से बहुत सारे लोग अपने पैरों को गवा देते हैं या उनके शरीर में दूसरी दिक्कत होने के कारण वे चलने फिरने में असमर्थ हो जाते हैं जिन से उनको चलने फिरने में मदद के लिए भी व्हीलचेयर की आवश्यकता होती है.
आप सभी को पता होगा कि दुनिया की आबादी तेजी से बढ़ती जा रही है इसीलिए दिन प्रतिदिन होने वाली दुर्घटनाओं में भी काफी बढ़ोतरी हो रही है और इसीलिए मार्केट में लगातार व्हीलचेयर की मांग बढ़ती जा रही है यदि आप व्हीलचेयर का व्यवसाय शुरू कर लेते हैं.
तब आप इससे अच्छा पैसा कमा सकते हैं इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको कई अलग-अलग प्रकार की चीजों की आवश्यकता होती है जोकि निम्नलिखित है
जमीन एवं बिल्डिंग
इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको एक बड़ी बिल्डिंग की जरूरत होती है अगर आपको बिल्डिंग किराए पर मिल जाती है तब आप उसको किराए पर भी ले सकते हैं या आप अपनी खुद की जमीन को खरीद कर उसके ऊपर अपनी बिल्डिंग को तैयार करवा सकते हैं इसके लिए आपको अलग-अलग प्रकार बिल्डिंग को तैयार करवाना होता हैं .
क्योंकि इसके लिए आपको काफी मात्रा में एक साथ सामान खरीदना पड़ता है आपको आपको कम से कम 600 से 800 से स्क्वायर फीट जमीन खरीदनी होगी उसके ऊपर आपको दो बड़े हॉल एक फैक्ट्री ऑफिस कर्मचारियों को रहने के लिए दो अलग रूम लैट्रिन बाथरूम और इसके अलावा जरूर के दूसरे रूम तैयार करवाने होते हैं
लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन
अगर आप इस व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं तब आपको इस व्यवसाय के लिए कुछ जरूरी लाइसेंस वे रजिस्ट्रेशन की भी आवश्यकता होती है जैसे
- सबसे पहले आपको रजिस्टर रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में रजिस्ट्रेशन करवाना होगा
- उसके बाद में आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी करवाना होगा इसके लिए आप घर से ऑनलाइन भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं
- फिर आपको स्थानीय प्राधिकरण जैसे नगर पालिका या नगर निगम से भी लाइसेंस लेना होता है
- उसके बाद में आपको पोलूशन एवं फायर डिपार्टमेंट से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना होगा
- उसके बाद में आपको अपनी फैक्ट्री का बीमा भी करवाना होगा
मशीन व अन्य उपकरण
जब आप की बिल्डिंग तैयार हो जाती है और आप सभी लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन करवा लेते हैं तब उसके बाद में आपको अपनी फैक्ट्री के लिए कुछ कर्मचारियों के लिए आवश्यकता होती है अगर आप इस बिजनेस को बड़े लेवल पर शुरू करना चाहते हैं तब आपको ज्यादा मात्रा में व्हीलचेयर बनाने वाले हेल्पर और कारीगरों की आवश्यकता होगी.
जो कि आपकी फैक्ट्री में अलग-अलग डिजाइन के व्हीलचेयर तैयार करेंगे इसके अलावा आपको अपनी फैक्ट्री के लिए कुछ साफ सफाई जैसे कर्मचारियों की भी आवश्यकता होगी सभी कर्मचारियों की नियुक्ति करने के बाद में आपको अपनी फैक्ट्री के लिए जरूरी मशीनों की आवश्यकता होती है.
जरूरी मशीनों में आपको सबसे पहले सीएनसी बेंडिंग मशीन, सीएनसी पाइप बेंडिंग, टिग वेंडिंग मशीन, CO2 वेल्डिंग मशीन इस प्रकार की सभी मशीनें लानी होगी उसके अलावा आपको कटर, चाबी, ग्राइंडरआदि की भी आवश्यकता होती है और इसके साथ ही आपको अपनी फैक्ट्री में लाइट जनरेटर इनवर्टर पानी की टंकी आदि का भी प्रबंध करना होगा
कच्चा माल
जब आपकी फैक्ट्री में सभी प्रकार की मशीनें लग जाती है और कर्मचारियों की नियुक्ति कर दी जाती है उसके बाद में आपको अपनी फैक्ट्री के लिए कच्चे माल की आवश्यकता होती है.
जिनसे आपकी फैक्ट्री में व्हीलचेयर को बनाया जाएगा कच्चे माल में आपको मुख्य रूप से माइल्ड स्टील की पाइप, रेक्सीन सीट, व्हील, फास्टनर,वेल्डिंग रोड पैकिंग सामग्री आदि इसके अलावा व्हीलचेयर में इस्तेमाल होने वाले दूसरे प्लास्टिक के का सामान उन सभी को आप को एक साथ ही लाकर स्टॉक करना होगा
व्हीलचेयर कैसे बनाई जाती है
जब आपकी फैक्ट्री में सभी कच्चा माल आ जाता है तब कारीगर आपकी फैक्ट्री में व्हीलचेयर को बनाने का काम शुरू करते हैं सबसे पहले माइल्ड स्टील की पाइप को व्हीलचेयर के जरूरत के हिसाब से मोड़ा जाता है फिर इसके ऊपर सीट लगाई जाती है सीट लगाने के बाद में व्हीलचेयर के नीचे की साइड व्हील लगाए जाते हैं व्हील लगाने के बाद में माइल्ड स्टील के पाइप के ऊपर स्टेनलेस स्टील की सीट चढ़ाई जाती है.
फिर सभी पाइप को नट बोल्ट के साथ कस दिया जाता है उसके बाद में व्हीलचेयर के ऊपर प्लास्टिक के हत्थे वह दूसरे सामान को लगाया जाता है इस तरह से एक व्हीलचेयर को तैयार कर दिया जाता है जबकि व्हीलचेयर पूरी तरह से तैयार हो जाती है तब इसके ऊपर अलग-अलग प्रकार की पैकिंग पॉलीथिन चढ़ाए जाते हैं.व्हीलचेयर को बनाना इतना ज्यादा कठिन काम नहीं है.
क्योंकि व्हीलचेयर के अलग-अलग पार्ट कच्चे माल के रूप में आते हैं आपको सिर्फ अपनी फैक्ट्री में इस सभी कच्चे माल को एक साथ जोड़ना होता है और इसी काम के आपको अच्छे पैसे मिलते हैं जब आपकी फैक्ट्री में सभी व्हीलचेयर तैयार हो जाती है.
तब आपको किसी बड़े हॉस्पिटल या किसी ऐसे ठेकेदार से संपर्क करना होगा जो कि बड़े हॉस्पिटल में व्हीलचेयर सप्लाई करता हो अगर आपका बिजनेस ऐसी शुरू हो जाता है तब आपको धीरे-धीरे दूसरे शहरों में भी अपने माल को सप्लाई करना होगा इस तरह से आप इस बिजनेस को शुरू करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं
हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताई गई व्हीलचेयर व्यवसाय के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है और आप ऐसी ही और जानकारी पाना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.