रतन टाटा जी का जीवन परिचय और उनका औद्योगिक सफर
दुनिया में ऐसे बहुत सारे लोग होते हैं जिन्होंने कड़ी मेहनत के साथ अपने नाम को बनाया है और वे अपनी कड़ी मेहनत के लिए ही दुनिया में जाने जाते हैं वे लोग दुनिया के किसी भी काम को आसानी से कर सकते हैं और उनके पास बहुत पैसा भी होता है लेकिन दुनिया में ऐसे बहुत सारे कम लोग होंगे जो कि अपनी दरियादिली के लिए जाने जाते हैं.
वैसे तो दुनिया में बहुत सारे लोग अमीर हैं और इनके पास बहुत सारा पैसा भी है लेकिन जिन लोगों के पास पैसे खर्च करने का दिल नहीं होता वे लोग अक्सर अपने पैसे की वजह से परेशानी में भी आ जाते हैं लेकिन कई लोग ऐसे होते हैं जो कि अपने पैसे से दूसरे लोगों की मदद करते हैं.इसीलिए वे अमीर लोग गरीब लोगों के चहते भी होते हैं.
भारत में भी बहुत सारे अमीर लोग हैं जिनके पास बहुत पैसा है और वे लोग और ज्यादा पैसा कमाने के लिए अपने पैसे को अलग-अलग काम में इन्वेस्ट करते हैं ताकि उनको अच्छी आमदनी हो सके और उनके पास ज्यादा पैसा हो सके भारत में अमीर लोगों में सबसे बड़ा नाम मुकेश अंबानी का है जो कि रिलायंस कंपनी के मालिक हैं.
उनके पास बहुत पैसा है और वे भारत के सबसे अमीर आदमी के रूप में जाने जाते हैं और वे दुनिया के 100 से अमीर लोगों में भी शामिल है मुकेश अंबानी के पास पैसा जरूर है लेकिन उनके पास दरियादिली नहीं है दूसरी तरफ भारत में एक ऐसा और इंसान है जिसका नाम रतन टाटा है जो कि सिर्फ अपने पैसे और अपनी अमीरी के लिए ही नहीं बल्कि अपनी दरियादिली के लिए जाना जाता है
.जब भी रतन टाटा का नाम आता है तब सभी लोगों के मन में एक जोश भर जाता है क्योंकि रतन टाटा वही इंसान है जो कि अपनी कमाई का आधे से ज्यादा हिस्सा गरीब लोगों व दूसरी संस्थाओं में मदद के लिए दान करते हैं आप सभी ने रतन टाटा के बारे में बहुत सुना होगा क्योंकि वह भी एक बहुत ही महान इंसान है.
लेकिन आपको रतन टाटा के पूरे जीवन के सफर के बारे में शायद इतना ज्यादा नहीं पता होगा तो इस ब्लॉग में हम आपको रतन टाटा जी के पूरे जीवन परिचय उनके काम और उनकी मेहनत के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं
रतन टाटा
जब भी भारत के सबसे अमीर आदमी के नाम के बारे में पूछा जाता है तो सभी लोग सबसे पहले मुकेश अंबानी का नाम लेते हैं लेकिन अगर रतन टाटा अपने अपनी कमाई का आधे से ज्यादा हिस्सा गरीब लोगों के लिए दान नहीं करते तो आज भी शायद भारत के नहीं बल्कि दुनिया के सबसे अमीर आदमी होते हैं उनके पास जितना ज्यादा पैसा है.
कि वह अपना बहुत सारा पैसा गरीब लोगों व दूसरी ऐसी संस्थाओं में दान करते हैं जो कि गरीब लोगों के कल्याण के लिए कार्य करती है इसीलिए रतन टाटा भारत के दूसरे अमीर आदमी के रूप में जाने जाते हैं रतन टाटा जी अपने पैसे का सही तरीके से इस्तेमाल करना चाहते हैं.भारत में रतन टाटा के अनेक कारोबार हैं जो कि विषय में प्रसिद्ध है.
भारत में सबसे ज्यादा रतन टाटा जी की टाटा मोटर्स, टाटा टी, टाटा स्टील जैसे उद्योग धंधे हैं जिनसे रतन टाटा जी को हर दिन करोड़ों रुपए की कमाई आती है लेकिन वे अपनी कमाई का कुछ हिस्सा अपने पास रखते हैं और बाकी सारा पैसा गरीब लोगों में दान कर देते हैं करोना काल में भी रतन टाटा जी ने अपने पैसे का बहुत सारा हिस्सा गरीब लोगों के लिए दान किया.
ताकि इस महामारी के चलते किसी भी इंसान की भूख या दवाइयों आदि की वजह से मौत न हो इसीलिए भारतीय लोग मुकेश अंबानी की बजाए रतन टाटा जी को ज्यादा प्यार करते हैं रतन टाटा जी एक बहुत ही शर्मीले और शांत किसम के आदमी हैं उनको संसार की दूसरी चमक-दमक और दिखावे का शौक नहीं है.वे एक बहुत ही साधारण इंसान की तरह रहते हो और वह हमेशा अपने काम से मतलब रखते हैं.
इसीलिए रतन टाटा को भारत के हीरे के समान समझा जाता है वे किसी हीरे से कम नहीं और हर साल रतन टाटा ग्रुप की औद्योगिक इकाइयां बढ़ती जा रही है लेकिन रतन टाटा पास हमेशा से इतना पैसा नहीं था बल्कि रतन टाटा ने अपनी कड़ी मेहनत के जरिए अपने इस मुकाम को हासिल किया है वे हमेशा अपने काम के प्रति लगाव रखते थे.
उन्होंने बहुत सारी कठिनाइयों का सामना किया रतन टाटा भारत के एक बहुत बड़े जाने-माने उद्योगपति है जिनका भारत में अलग-अलग क्षेत्र में काम चलता है.रतन टाटा भारत के बहुत सारे लोगों को रोजगार देते हैं रतन टाटा ने हमेशा गरीब लोगों के कल्याण और उनके लिए दान किया है रतन टाटा ने अपने जीवन में कभी भी शादी नहीं की रतन टाटा टाटा ग्रुप की औद्योगिक इकाइयों की स्थापना जमशेदजी टाटा ने की थी.
जिनको रतन टाटा ने बहुत ऊंचाइयों पर पहुंचाएं शुरुआत में टाटा ग्रुप को कई अलग-अलग कठिनाइयों का सामना करना पड़ा लेकिन रतन टाटा इन कठिनाइयों से कभी घबराए नहीं उन्होंने हर एक कठिनाई का सामना किया और धीरे-धीरे रतन टाटा ने अपने सही निर्णय और कड़ी मेहनत और लगन के कारण दुनिया में इस मुकाम को हासिल किया.
एक बार रतन टाटा अपनी कंपनी के घाटे के कारण अपनी टाटा मोटर्स को फोर्ड कंपनी को बेचने के लिए गए लेकिन फोर्ड कंपनी के अधिकारियों ने रतन टाटा जी की टाटा मोटर्स को खरीद कर एहसान करने की बात कही और इसी बात को रतन टाटा जी ने अपने दिल पर लिया और वे इस बात से अपने आप का अपमान समझने लगे उसके बाद रतन टाटा जी उठ कर चल दिए .
अपनी टाटा मोटर्स को बेचने का निर्णय बदल दिया लेकिन लगभग 10 साल बाद रतन टाटा जी 2008 में अपने उसी अपमान का बदला ले लिया.क्योंकि रतन टाटा जी ने ब्रिटिश की फोर्ड कंपनी की जैगुआर और लैंड रोवर को लगभग 2.3 अरब डॉलर में खरीद कर दुनिया में तहलका मचा दिया और इस डील के जरिए रतन टाटा जी ने अपने 10 साल पहले हुए अपमान का भी बदला ले.
लिया रतन टाटा जी एक बहुत ही शांत स्वभाव के इंसान हैं.रतन टाटा जी भारत के लोगों के लिए अलग-अलग क्षेत्र में काम करते रहते हैं वे भारतीय लोगों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाना चाहते हैं भारत में हर साल बाइक दुर्घटना के कारण लाखों लोगों की मौत हो जाती है इसी को ध्यान में देखते हुए रतन टाटा जी ने एक बार निर्णय लिया कि हम एक ऐसी सस्ती कार बनाएंगे.
जो कि ₹100000 की होगी और उस कार को हर एक गरीब वर्ग का इंसान खरीद पाएगा और इससे बाइक दुर्घटना में होने वाली मौतों में कमी आएगी और इसी सपने को रतन टाटा जी ने 2008 में पूरा भी किया जब उन्होंने 2008 में मात्र ₹100000 में टाटा नैनो कार को लॉन्च किया और यह कार लोगों को बहुत पसंद भी आई क्योंकि यह कार छोटी भी थी उसका खर्चा भी कम था टाटा नैनो को तीन मॉडल में उतारा था
जीवन परिचय
रतन टाटा जी का जन्म रतन टाटा जी का जन्म 14 दिसंबर 1937 को सूरत की बबई प्रेसिडेंसी में हुआ था उनके जन्म के समय भारतीय ब्रिटिश सरकार के अधीन था रतन टाटा जी ने अपने जीवन की शुरुआती शिक्षा मुंबई की चैंपियन स्कूल से प्राप्त की थी और सेकेंडरी शिक्षा जॉन कॉनन स्कूल से प्राप्त की इसके बाद वे आगे की पढ़ाई के लिए हावर्ड बिजनेस स्कूल में चले गए.
उसके बाद 1975 में उन्होंने एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम को भी पूरा किया रतन टाटा के पिता का नाम नवल टाटा था और उनकी माता का नाम सोनू टाटा था उनके परिवार में उनके अलावा उनके चाचा जेआरडी टाटा भी थे रतन टाटा की सौतेली मां भी है जिनको सिमोन टाटा और उनके सौतेले भाई नोएल टाटा है.रतन टाटा ने शादी नहीं की क्योंकि वे अपने काम से बहुत प्यार करते थे.
रतन टाटा एक पारसी धर्म की इंसान है रतन टाटा ने भारत के निर्माण में बहुत योगदान दिया है और वह हर साल अपने दान के जरिए गरीब लोगों की मदद करते रहते हैं और इसके अलावा भी रतन टाटा भारत सरकार के साथ मिलकर दूसरे कई प्रोजेक्ट के ऊपर काम करते हैं रतन टाटा भारत सरकार ने कई अलग-अलग पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है.
जिनकी एक बहुत बड़ी लिस्ट है इसके अलावा भी रतन टाटा हरे क्षेत्र में भारत के निर्माण के लिए बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं इस महान इंसान के बारे में जितना भी लिखा जाए उतना कम है यह इंसान किसी भगवान से कम नहीं है इसीलिए हमारे देश के लोग रतन टाटा जी से इतना प्यार करते हैं हमारी और आप सभी की दुआ है कि ऐसे इंसान को भगवान लंबी उम्र दे.
हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताए गए रतन टाटा जी के जीवन परिचय के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है और आप ऐसी ही और जानकारी आप आना चाहती है तो आप हमारी वेबसाइट को जरुर विजिट करें.