रजनीगंधा की खेती से लाखों कमाएं Tuberose Farming Business in Hindi
रजनीगंधा फूल फार्मिंग करते समय अच्छी खासी मोटी रकम फूल का बिजनेस करते लोग कमा रहे हैं कम मेहनत में मोटी रकम
क्या आप ऐसे बिजनेस केई तलाश में है जिसमे में ज्यादा दौड़ भाग न करनी पड़े और ज्यादा मेहनत में कर नहीं पाया केवल अपनी जगह का उपयोग करके आप अच्छे से घर बैठे बिजनेस की तलाश में जो खेती से जुड़ा हो तो सही स्थान पर हैं आज हम आपको एक ऐसा बिजनेस प्लान बताने वाले हैं। जिसे आप आजमाएंगे करेंगे तो आप अच्छी खासी रकम हम आ सकते हैं। आज हम रजनीगंधा फार्मिंग बिजनेस प्लान के बारे में बात करने वाले रजनीगंधा को आप तो जानते ही होंगे।
यह एक प्रकार का फूल होता है जो बहुत ही सुगंधित होता है इसकी मांग काफी होती है और यह काफी अच्छे दाम में मार्केट में बिकता है। रजनीगंधा की खेती भारत के विभिन्न राज्यों में की जाती है और अच्छी पैदावार होने पर उन्हें अच्छी खासी रकम भी मिल जाती है।
यदि आपको रजनीगंधा फार्मिंग बिजनेस बारे में कोई जानकारी नहीं है तो आज हम आपको इस बिजनेस से जुड़ी सारी जानकारियां देने वाले हैं बताएंगे। कि आप ऐसे रजनीगंधा की फार्मिंग करके अच्छी खासी रकम कमा सकते हैं। आपको रजनीगंधा की खेती करने के लिए क्या करना चाहिए क्या फायदे क्या नुकसान सारी जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिलने वाली है जानने के लिए बने रहे हमारे साथ चलिए शुरू करते हैं.
क्या है रजनीगंधा फार्मिंग बिज़नेस प्लान
what is Tuberose farming business plan – रजनीगंधा जिसको अंग्रेजी में ट्यूब्रोसस नाम से जाना जाता है यह प्रकार का सुगंधित फूल होता है जिस की खेती या उत्पादन किया जाता है। भारत में कई ऐसे राज्य जहां पर रजनीगंधा ट्यूब रोज की खेती होती है और अधिक पैदावार होने की वजह से वहां के किसानों को अन्य खेती यह अपेक्षा अधिक फायदा भी मिलता है। रजनीगंधा इतना सुगंधित होता है कि इसका उपयोग कंपनियां सेंट परफ्यूम इत्र बनाने में करती रजनीगंधा की महक से आसपास का वातावरण इतना सुगंधित हो जाता है।
लोग खुद को रजनीगंधा की तरफ आकर्षित होने से नहीं रोक पाते रजनीगंधा के फूलों का उपयोग सेंट परफ्यूम बनाने के साथ-साथ माला बनाने किसी पार्टी व्याप्त फंक्शन में सजावट के लिए मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे में चलाने के लिए सात सजावट के लिए किया जाता है। रजनीगंधा की मार्केट में मांग कभी कम नहीं होती गुलाब के बाद रजनीगंधा दूसरा सबसे ज्यादा खुशबू देने वाला तथा पसंद किया जाने वाला फूल होता है।
औषधीय गुण
रजनीगंधा के फूल का इस्तेमाल कई प्रकार के रोगों को भी ठीक करने के लिए किया जाता है जिसमें लोगों सुजाक जैसी गंभीर यौन बीमारी जो मूत्र संबंधी विकारों से संबंधित बीमारी होती है। इसको ठीक करने के लिए तथा बच्चों में जन्मजात लाल पिंपल को ठीक करने के लिए रजनीगंधा के फूल का इस्तेमाल किया जाता है इसमें अवश्य औषधि लाभ छुपे होने की वजह से मार्केट में इसकी मांग ज्यादा रहती है इसलिए हमें रजनीगंधा की फार्मिंग करने चाहिए अधिक लाभ कमाने के लिए।
रजनीगंधा फार्मिंग की विशेषता
आपने फूलों की खेती के बारे में चर्चाएं शुरू होंगी किंतु फूलों से अच्छे पैसे कैसे कमाए जाते हैं इसके बारे में नहीं जाना होगा रजनीगंधा की खेती करके लोग मोटी रकम कमा रहे हैं इसकी खेती करना बेहद आसान और कम जवाब में अच्छी पैदावार हो जाने की वजह से रजनीगंधा की खेती लोग करना बहुत पसंद करते हैं जो भी इस खेती को करना शुरू कर देता है.
उसे खेती करने में कोई परेशानी नहीं होती और उसे अपनी फसल के अच्छे दाम भी आसानी से मिल जाते हैं रजनीगंधा की खेती करना आसान है। और इसे करने के लिए कई बातों पर ध्यान देना पड़ता है रखरखाव बीज उर्वरक कहीं पर भी ध्यान दे दिया जाए तो रजनीगंधा की खेती की पैदावार बड़ी अच्छी होती है और तगड़ा मुनाफा भी बाजार से दिलवाती है।
रजनीगंधा के फार्मिंग के फायदे
भारत के कई ऐसे राज्य हैं जहां पर बड़े लेवल पर रजनीगंधा की फार्मिंग की जाती है बड़े शहरों में राज्यों में महाराष्ट्र आंध्र प्रदेश केरल मध्य प्रदेश बिहार झारखंड उड़ीसा गुजरात जैसे और कई बड़े राज्य शामिल है जहां पर रजनीगंधा की फार्मिंग होती है रजनीगंधा की फार्मिंग केवल देश में ही नहीं विदेश में भी होती जाती है चीन बांग्लादेश पाकिस्तान श्रीलंका जैसे एशिया दीप में भी रजनीगंधा की खूब खेती होती है। तथा बाहरी देशों की बात करें तो अमेरिका केन्या कनाडा यूरोप खाड़ी देश सउदिया तथा ऑस्ट्रेलिया अफ्रीका जैसे बड़े महाद्वीपों में भी स्थिति को की जाती है।
यदि आप रजनीगंधा की खेती भारत में रहकर कर रहे हैं तो आप इसे विदेश में भी अच्छे दामों पर भेज सकते इसका यह सबसे बड़ा बेनिफिट निकल कर सामने आता है आपको मार्केटप्लेस की कमी नहीं रहेगी रजनीगंधा की खेती करने के बाद मार्केट में इसकी मांग 12 महीने बनी रहती है।
रजनीगंधा की खेती कैसे करें
how to start Tuberose farming business plan – राजनिगंधा खेती करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण चीजों पर ध्यान देना होता है रजनीगंधा की खेती करना बेहद आसान है किंतु यदि इस में ध्यान ना दिया जाए तो आप घाटी का भी शिकार हो सकते हैं इसलिए थोड़ी थोड़ी बातों का ध्यान देकर रजनीगंधा की खेती को किया जाता है और समय-समय पर जो चीज जरूरी होती है उसे इस्तेमाल किया जाता है।
जलवायु वातावरण
रजनीगंधा की खेती करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है कि जहां आप रजनीगंधा की खेती करने वाले वहां का जलवायु तथा वहां की उपजाऊ मिट्टी कैसी है इसकी जांच परख कर के ही रजनीगंधा की खेती की जाती ताकि अच्छी पैदावार हो सके और फसल अच्छे दाम भी मिल पाए रजनीगंधा की खेती की परख इस प्रकार होती है कि यहां पर खेती की जाए वहां का वातावरण गर्म तथा आंध्रता युक्त हो 25 ℃ सेल्सियस से 30 ℃सेल्सियस का टेंपरेचर यदि है तो इसके लिए सफिशिएंट रहता है।
तापमान 40 सेल्सियस हो जाता है तो इसमें फूलों की खुशी में नुकसान भी झेलना पड़ सकता है। कम तापमान और ठंड की समस्या से खेती में नुकसान होता है इसलिए इस चीज का विशेषता का ध्यान दिया जाना चाहिए जब फार्मिंग शुरू की जाए ।
रजनीगंधा फार्मिंग के लिए मिट्टी
रजनीगंधा की खेती करने के लिए मिट्टी का विशेष महत्वपूर्ण योगदान रहता है रजनीगंधा की खेती में उपयोग की जाने वाली मिट्टी रेतीली दोमट मिट्टी तथा चिकनी दोमट मिट्टी का इस्तेमाल किया जाता है। इन दोनों मिट्टियों पर रजनीगंधा की पैदावार पैदावार उम्मीद से कहीं गुना ज्यादा होती है इसीलिए लोग इन दोनों मिट्टियों को ही तरजीह देते हैं। और भी तरीके लोग अपनाते हैं। लेकिन यह अच्छी पैदावार के लिये इन दो मिट्टियों का विशेष योगदान रहता है।
रजनीगंधा की खेती करने के लिए मिट्टी का ph 6.5 से 7.5 के बीच तक का होना चाहिए। तथा मिट्टी कम से कम 45 cm गहरी तथा सूखी मिट्टी होनी चाहिए। विशेष रूप से कार्बनिक पदार्थ तथा नमी युक्ति पोषक तत्वों से भरपूर यदि मिट्टी होती है तो यह फार्मिंग में अधिक सहायक होती है। तगड़ी पैदावार भी देखने को मिलती है।
रजनीगंधा फॉर्मिंग के लिए जगह का चुनाव
रजनीगंधा की खेती करने के लिए उपयुक्त अच्छी जगह का चुनाव करना चाहिए जहां पर सारी सुविधाएं उपलब्ध रजनीगंधा की खेती के लिए सूरज की किरणों का मुख्य योगदान रहता है रजनीगंधा को सूरज की किरणें बहुत भारतीय आपको ऐसी जगह खेती करनी चाहिए जहां सूर्य की पर्याप्त रोशनी रजनी गंधा की खेती को मिल पाए। सूर्य की रोशनी रजनीगंधा की खेती के लिए बहुत जरूरी होती है। तथा खेत की मिट्टी में नमी पर्याप्त मात्रा में ग्रहण करने की क्षमता होनी चाहिए ताकि खेती करते समय खेती में नमी की कमी ना आए।
खेती के लिए खेत पर तैयार करने के लिए उसमें उचित गहराई होनी चाहिए 45 सेमी की गहराई ठीक मानी जाती है इसके लिए आपको 30 से 4 मर्तबा खेत को जोतना पड़ता है इसके बाद ही खेत खेती करने के योग्य होता है। जनवरी के महीने में खेती की पहली जुताई की जाती है। तथा फसल में लगे कीट पतंगों को नष्ट करने के लिए 15 दिन के लिए इसे सूर्य की रोशनी में छोड़ दिया जाता है।
50 टन प्रति हेक्टेयर की दर से खेत में सड़ी खाद को मिलाया जाता है जिससे की उर्वरक क्षमता अधिक हो सके और पैदावार भी उम्मीद के मुताबिक हो सके।
रजनीगंधा की खेती कब करें
रजनीगंधा की खेती करने के लिए विशेष महीनों मैं की जाती है अप्रैल , मईके महीने में अधिक ना तो गर्मी रहती है ना ही सर्दी ऐसा मौसम रजनी गंधा की खेती के लिए बहुत अच्छा होता है इसलिए इससे अप्रैल, मई के महीने में खेती करना अच्छा माना जाता है।
मुझे उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल रजनीगंधा फार्मिंग बिजनेस प्लान को पढ़कर बिजनेस की सारी जानकारी हो गई होगी यदि आपको या जानकारी हो गई है। आपको भी खेती करना अच्छा लगता है आपको भी खेती से पैसे कमाने हैं। तो आपको इस आइडिया को अपनाना चाहिए और रजनीगंधा की खेती करके पैसे कमाने चाहिए।
बाकी यदि आपको यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आया जिसे अपने यार दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करें ताकि उन्हें भी रजनीगंधा की फार्मिंग के बारे में पता चल सके। और वह भी लाभ उठा सकें बाकी यदि आपकी कोई समस्या है कोई प्रश्न है इस आर्टिकल से संबंधित उसे अपने कमेंट के माध्यम से हम से पूछ सकते हैं।