रक्षाबंधन क्या है यह कब कैसे और क्यों मनाया जाता है
रक्षाबंधन क्या है यह कब कैसे और क्यों मनाया जाता है
Raksha Bandhan Essay in Hindi : रक्षा बंधन के त्यौहार पर निबंध : भारत एक प्राचीन देश है भारत में हर साल अलग-अलग कई त्योहार मनाए जाते हैं और उनमें से कुछ त्यौहार ऐसे हैं जो की बहुत ही पवित्र माने जाते हैं भारत में हर साल कई ऐसे त्योहार आते हैं जो कि हमारे प्यार और हमारे आपसी रिश्ते को दर्शाता है चाहे वह रिश्ता किसी भी चीज का हो वैसे तो भारत में हर साल होली दिवाली दशहरा जैसे कई बड़े त्योहारों को मनाया जाता है लेकिन इसके साथ ही भारत में रक्षाबंधन भी मनाया जाता है जो कि भारत का सबसे पवित्र त्योहार माना जाता है यह त्यौहार भाई बहन के प्यार और पवित्रता का प्रतीक होता है यह भाई बहन के रिश्ते को और मजबूत बनाता है भारत में इस त्यौहार को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है
हर साल इस त्योहार को मनाने के लिए कई दिन पहले ही तैयारियां शुरू कर दी जाती है यह एक ऐसा त्यौहार है जो कि भारत के हर कोने में मनाया जाता है रक्षाबंधन के बारे में आप सभी जानते होंगे और रक्षाबंधन मनाते होंगे शायद आपमें बहुत सारे लोगों को रक्षाबंधन के त्यौहार का इतिहास और इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं होगी इस ब्लॉग में हम आपको इसी त्योहार के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से देने वाले हैं इस ब्लॉग में हम आपको रक्षाबंधन का त्योहार कब कैसे और क्यों मनाया जाता है इसके बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं और इसके साथ ही रक्षाबंधन के त्यौहार का इतिहास भी बताएंगे.
रक्षाबंधन
दुनिया में सभी लोग अपने अपने रिश्ते और अपने प्यार को दर्शाने के लिए अलग-अलग दिन व अवसर मनाते हैं जिनमें फादर्स डे, मदर्स डे, फ्रेंडशिप डे, टीचर्स डे जैसे दिन आते हैं इन सभी दिनों का एक अलग ही महत्व होता है क्योंकि यह दिन हमारे आपस के रिश्ते को और भी ज्यादा मजबूत बनाते हैं इन सभी अवसरों पर हम एक दूसरे के साथ अपने पवित्र व मजबूत रिश्ते को और मजबूत बनाने की कोशिश करते हैं वह आपस में एक दूसरे को अलग-अलग प्रकार के उपहार देते हैं इसी तरह से भाई बहन का रिश्ता भी एक ऐसा ही सच्चा और पवित्र रिश्ता होता है जिसको भारत में बहुत ही महत्वपूर्ण दर्जा प्राप्त है
इसीलिए भारत में भाई बहन के प्यार का एक त्योहार मनाया जाता है जिसको हम रक्षाबंधन कहते हैं रक्षाबंधन भाई बहन के प्यार और पवित्रता का एक ऐसा त्यौहार होता है जो कि दुनिया में सबसे पवित्र माना गया है यह त्योहार भारत में एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है जिसको भारत के हर एक कोने में मनाया जाता है और भारत के अलावा यह त्यौहार नेपाल भूटान जैसे देशों में भी बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है यह त्योहार जितना महत्वपूर्ण बहनों के लिए होता है उतना ही भाइयों के लिए भी होता है और इस त्यौहार के कुछ दिन पहले ही बहनें अपने भाइयों के लिए अलग-अलग प्रकार की राखियां खरीदने लगती है
राखी क्या होती है
राखी एक प्रकार का धागा होती है जो कि भाई बहन के प्यार की डोर माना जाता है यह एक ऐसा धागा होता है जो कि भाई बहन की प्यार को और मजबूत बनाता है जब बहने अपने भाई की कलाई पर यह राखी बांधती है तब बहन अपने भाई की सलामती के लिए दुआएं करती है व भाई भी अपनी बहन को हमेशा सुरक्षित रखने की कसम खाते हैं और बहने अपने भाई की कलाई के ऊपर राखी बांधती है व तिलक लगाकर मुंह मीठा करवाती है और भाई भी अपनी बहन को अलग-अलग प्रकार के उपहार व पैसे भी देते हैं
वैसे तो देखने में राखी एक प्रकार का धागा ही होती है लेकिन अगर इसके प्यार और इसकी पवित्रता को समझा जाए तो इसका एक बहुत बड़ा मतलब निकलता है रक्षाबंधन का त्यौहार दो शब्दों से मिलकर बना होता है जिसमें रक्षा का मतलब अपनी बहन को हमेशा अपनी रक्षा अपनी बहन को हमेशा सुरक्षा देना और उसको दुख दर्द से दूर रखना होता है जबकि बंधन का मतलब प्यार की डोर की गांठ होता है जो कि आपस में भाई बहन के रिश्ते को हमेशा जोड़कर रखता है और हमेशा भाई बहन के रिश्ते को मजबूत बनाता है वैसे तो रक्षाबंधन का त्यौहार सिर्फ भारत या इसके आसपास के देशों में मनाया जाता है लेकिन भारत की बहुत सारी आबादी अमेरिका ऑस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड कनाडा जैसे देशों में भी रहती है और वहां भी यह त्यौहार को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है
इतिहास
किसी भी त्योहार को मनाने के पीछे उसके इतिहास को जरूर देखा जाता है और इसी तरह से भारत में रक्षाबंधन के त्यौहार को मनाने के पीछे भी एक बहुत पुराना इतिहास रहा है आप सभी जानते हैं भारत एक बहुत ही प्राचीन वह देवी देवताओं का देश है और भारत में रक्षाबंधन के अलावा भी कई ऐसे त्योहार मनाए जाते हैं जो कि हमारी पवित्रता और हमारे प्यार को दर्शाते हैं इसीलिए रक्षाबंधन के त्यौहार का भी एक अलग ही इतिहास रहा है यह त्यौहार एक ऐसा त्यौहार है जो कि भारत के लगभग सभी गरीब अमीर और मध्यम वर्ग के लोग मनाते हैं
ऐसा माना जाता है कि रक्षाबंधन का त्यौहार लगभग एलेग्जेंडर की समय से मनाया जा रहा है रक्षाबंधन के त्यौहार के बारे में लोगों के अलग-अलग तर्क व अलग-अलग राय है और रक्षाबंधन के त्यौहार के पीछे कई अलग-अलग कहानियां भी है और रक्षाबंधन का त्यौहार केवल हिंदू धर्म में ही नहीं बल्कि यह हिंदू धर्म के अलावा जैन और सिख धर्म में भी मनाया जाता है और इस त्यौहार को जैन धर्म में पंडित भक्तों को पवित्र धागा बांधकर उनकी सुरक्षा व अच्छाई की कामना करते हैं जबकि सिख धर्म में इस त्यौहार को रखड़ी का नाम दिया गया है जिसमें हिंदू धर्म की तरह ही भाई अपनी बहन की सुरक्षा के लिए अलग-अलग दुआएं करते हैं वह उनको हमेशा दुख दर्द से दूर रखने की कामना करते हैं
रक्षाबंधन कब मनाया जाता है
भारत के लगभग सभी त्योहार भारतीय कैलेंडर और भारतीय मास के अनुसार ही मनाए जाते हैं इसी तरह से रक्षाबंधन का त्यौहार भी भारतीय कैलेंडर के अनुसार ही मनाया जाता है भारतीय संस्कृति के अनुसार रक्षाबंधन का पवित्र त्यौहार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार अगस्त महीने में आता है हालांकि कई बार इस त्यौहार के दिन आगे पीछे हो जाते हैं
रक्षाबंधन कैसे मनाया जाता है
वैसे तो किसी भी त्योहार को मनाने के पीछे सभी लोगों की अलग-अलग सोच होती है सभी लोग एक जैसे एक त्यौहार को नहीं मनाते रक्षाबंधन का त्यौहार भी सभी लोग अलग-अलग तरीके से मनाते हैं हालांकि रक्षाबंधन के त्यौहार के मौके पर बहने अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं वह भाई अपनी बहन को पैसे वह दूसरे उपहार देते हैं
भारत के लगभग सभी राज्यों में रक्षाबंधन का त्यौहार अलग महत्व रखता है वह रक्षाबंधन के त्यौहार के मौके पर कई राज्यों में दूसरी कई प्रकार की पूजा-अर्चना व कार्य भी किए जाते हैं जिनमें उत्तरी भारत में रक्षाबंधन के मौके पर मां भगवती की पूजा की जाती है और सभी किसान मां भगवती से अच्छी फसल की कामना करते हैं और इस त्यौहार को उत्तरी भारत में कजरी पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है गुजरात राज्य में इस त्योहार के मौके पर सभी लोग मंदिरों में जाकर सोमवार को शिवलिंग के ऊपर पानी चढ़ा कर मनाते हैं और गुजरात में इस पूजा को पवित्रोपन्ना कहा जाता है
रक्षाबंधन का त्यौहार क्यों मनाया जाता है
किसी भी त्योहार को मनाने की कोई ना कोई वजह जरुर होती है और इसी तरह से रक्षाबंधन के त्यौहार को मनाने के पीछे भी भाई-बहन का पवित्र रिश्ता होता है इस त्यौहार को मनाने का मकसद भाई-बहन के बीच प्यार और पवित्रता कायम करना होता है और भाई बहन के रिश्ते को मजबूत रखना होता है इस दिन के मौके पर कई लोग ऐसे होते हैं जिनकी बहने नहीं होती या कई बहने ऐसी होती है जिनके भाई नहीं होते लेकिन वह भी आपस में एक दूसरे को भाई-बहन बनाकर अपने इस पवित्र रिश्ते की शुरुआत करते हैं
और भाई अपनी बहन को ऐसा भरोसा दिलाते हैं कि भी हमेशा उसकी सुरक्षा करेंगे यह त्योहार जितना महत्व छोटे या बडे बच्चों के बीच रखता है उतना ही यह त्योहार बूढ़े व नौजवान लोगों के बीच महत्व रखता है क्योंकि बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो कि अपनी बहनों या भाइयों से दूर रहते हैं लेकिन इस पवित्र त्यौहार को देखते हुए सभी आपस में मिलने आते हैं वह अपनी बहन के चेहरे पर खुशी लाते हैं और बहन ने भी अपने भाई के लिए कोसों दूर जाकर एक प्यार की डोर बांधती है
कई बहने ऐसी होती है जो कि अपने भाई से मिल नहीं पाती इसलिए वे बहने अपने भाई के लिए राखियां भी जाती है और भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी भी हर साल बॉर्डर के ऊपर नौजवानों के साथ दिवाली व रक्षाबंधन का त्यौहार मनाते हैं और बॉर्डर के ऊपर भी बहुत सारे जवान ऐसे हैं जो कि अपने घर कई दिनों तक नहीं जा पाते इसलिए बॉर्डर के आसपास के गांव की महिलाएं व सेना में भर्ती हमारी बहने आपस में एक दूसरे को राखी बांधकर इस पवित्र त्यौहार को मनाती है.