मरीन इंजीनियरिंग क्या होती हैं. मरीन इंजीनियर कैसे बने
वैसे तो आप में से बहुत सारे लोग ऐसे होंगे जो कि किसी ना किसी फील्ड में इंजीनियर बनना चाहते हैं. लेकिन इंजीनियरिंग फील्ड का क्षेत्र बहुत बड़ा हैं. इसके अंतर्गत कई अलग-अलग फील्ड आती हैं. जिनमें से कुछ इंजीनियरिंग फील्ड काफी चैलेंजिंग होती हैं.
जिनमें कैरियर बनाना काफी कठिन होता हैं. लेकिन अगर आप इन फील्ड में कैरियर बना लेते हैं. तो आप इस फील्ड में अपना भविष्य काफी अच्छे से उज्जवल कर सकते हैं. तो आज इस ब्लॉग में भी हम आपको ऐसी ही एक इंजीनियरिंग फील्ड के बारे में बताने वाले हैं.
इस ब्लॉग में हम आपको मरीन इंजीनियरिंग के बारे में बताएंगे मरीन इंजीनियरिंग क्या होती हैं. मरीन इंजीनियर कैसे बने और मरीन इंजीनियरिंग का क्या-क्या काम होता है.
मरीन इंजीनियरिंग क्या होती है
आप सभी को पता होगा कि हमारे देश में हर साल विदेशों से काफी मात्रा में सामान को एक्सपोर्ट व इंपोर्ट किया जाता हैं. और इस सम्मान को एक साथ काफी मात्रा में विदेशों से मंगाना व भेजना काफी कठिन होता हैं. इसलिए इन सभी सामान को ज्यादातर समुद्री जहाजों के जरिए ही भेजा व मंगाया जाता हैं.
क्योंकि समुद्री जहाजों से समान को बजा भेजना व मंगाना आसान होता हैं. इसलिए हर देश के पास ऐसे बड़े-बड़े समुद्री जहाज होते हैं. जो कि एक ही समय में काफी मात्रा में सामान लेजा व ला सकने में सक्षम होते हैं. लेकिन इन सभी जहाजों को बनाना उनका डिजाइन तैयार करना.
इनको सफल तरीके से समुंदर में उतारने का काम मरीन इंजीनियरिंग के तहत आता हैं. एक समुंदर जहाज को बनाने के लिए कड़ी मेहनत लगती हैं. और इसके पीछे बहुत सारी इंजीनियरों का हाथ होता हैं. और मरीन इंजीनियर किसी भी समुद्री जहाज को सफल तरीके से चलने में मदद करते हैं.
इसलिए मरीन इंजीनियरिंग फील्ड में हर साल काफी छात्र इंजीनियरिंग कोर्स करते हैं. और मरीन इंडस्ट्रीज के साथ जुड़ते हैं. मरीन इंजीनियर का काम काफी चैलेंजिंग होता हैं.
क्योंकि किसी भी जहाज को बनाने के लिए काफी अलग-अलग चीजों को ध्यान में रखा जाता हैं. जिसमें जहाज का डिजाइन, जहाज की सेफ्टी, जहाज की मजबूती और जहाज को मैनेज करना जैसे-जैसे काम शामिल हैं.
मरीन इंजीनियर कैसे बने
वैसे तो मरीन इंजीनियर बनना बहुत कठिन होता हैं. क्योंकि इस फील्ड में आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती हैं. लेकिन फिर भी अगर आप इस फील्ड में कैरियर बनाना चाहते हैं. तो इस फील्ड में कैरियर बनाने के लिए सबसे पहले आपको 12वीं क्लास साइंस विषय के साथ पास करनी होती हैं.
जिसमें आपको फिजिक्स केमिस्ट्री और भौतिकी जैसे विषयों में कम से कम 50% अंक प्राप्त करने होते हैं. उसके बाद में आपको मरीन इंजीनियरिंग फील्ड में दाखिला लेने के लिए किसी कॉलेज को चुनना होता हैं. लेकिन किसी भी कॉलेज में दाखिला लेने से पहले आपको उस कॉलेज में एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता हैं.
अगर आप एंट्रेंस एग्जाम को पास कर लेते हैं. तो उसके बाद में आपको बीटेक इन मरीन इंजीनियरिंग कोर्स करना होता हैं. यह कोर्स 4 साल का एक लंबा कोर्स होता हैं. जिसमें आपको मरीन मीनिंग इंजीनियरिंग में काम आने वाली कई अलग-अलग चीजों के बारे में पढ़ाया व समझाया जाता हैं.
इसके अलावा आप इस फील्ड में बीएससी नॉटिकल साइंस कोर्स भी कर सकते हैं. यह कोर्स 3 साल की अवधि का कोर्स होता हैं. लेकिन इन दोनों मरीन इंजीनियरिंग कोर्स मैं आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती हैं. इन दोनों कोर्स में कई अलग-अलग सेमेस्टर होते हैं.
इन सभी समेस्टर में आपको कई अलग अलग विषयों में पढ़ाया जाता हैं. इन सभी कोर्स में आपको इंजीनियरिंग मैकेनिक्स, वर्कशॉप टेक्नोलॉजी, फ्लूइड मैकेनिक्स, मैटेरियल साइंस लैब, मरीन इंजीनियरिंग, एडवांस मरीन टेक्नोलॉजी, शिप ऑपरेशन्स एंड मैनेजमेंट जैसे विषयो में पढ़ाया जाता है.
मरीन इंजीनियर बनने के लिए स्किल
अगर आप मरीन इंजीनियरिंग फील्ड में कैरियर बनाना चाहते हैं. तो इस फील्ड में कैरियर बनाने के लिए आपको कोर्स तो करनी पड़ती ही हैं. इसके साथ ही इस फील्ड में आपको बहुत सारी जरूरी स्किल की भी आवश्यकता पड़ती हैं. क्योंकि यह फील्ड एक बहुत ही कठिन फील्ड होता हैं. जिसमें आपको इन जरूरी स्किल के जरिए मदद मिलती है
- आपके अंदर क्रिएटिव माइंड होना बहुत जरूरी हैं. ताकि आप मरीन इंडस्ट्री में अलग-अलग डिजाइन तैयार कर सकें
- आपके अंदर प्रॉब्लम सोलिंग स्किल का होना जरूरी हैं. ताकि आप अलग-अलग परेशानियों का हल निकाल सके
- आपके अंदर गणित साइंस और इंग्लिश जैसे विषयों की अच्छी जानकारी होना बहुत आवश्यक हैं. क्योंकि इस फील्ड में इन सभी चीजों की बहुत जरूरत होती है
- आपके अंदर टीमवर्क करने की क्षमता होनी चाहिए मरीन इंजीनियरिंग फील्ड में ज्यादातर काम टीम वर्क होता है
- आपके अंदर कम्युनिकेशन स्किल का होना भी जरूरी हैं. मरीन इंजीनियरिंग में आपको अलग-अलग लोगों से कम्युनिकेट करना पड़ता है
- आपके अंदर Researching स्किल होनी चाहिए ताकि आप अलग-अलग चीजों की रिसर्च करके अच्छी से अच्छी चीज बना सके है
- आपके अंदर धैर्य व सहनशीलता का होना काफी आवश्यक है
- आपको कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान होना बहुत जरूरी हैं. क्योंकि मरीन इंजीनियरिंग में कंप्यूटर का भी काफी बड़ा रोल होता है
- आपके अंदर डिसीजन मेकिंग स्किल होनी चाहिए ताकि आप किसी भी चीज में तुरंत निर्णय ले सके
- आपके अंदर कन्वेंशनल स्किल का होना भी काफी जरूरी है
- आप के बात करने बोलने व रहने देने का तरीका अच्छा होना चाहिए
मरीन इंजीनियर के लिए जॉब के अवसर
मरीन इंजीनियरिंग इंजीनियरिंग में एक ऐसा फिल्ड हैं. जिसमे डिग्री प्राप्त करने के बाद में आपके सामने जॉब के बहुत सारे अवसर खुल जाते हैं. इस फील्ड में आपको जॉब के लिए अलग-अलग मरीन इंडस्ट्री, नौसेना, एजेंसी सरकारी एजेंसी जैसी फील्ड में आसानी से जॉब मिल जाती हैं.
इसके अलावा ऐसी बहुत सारी और बड़ी-बड़ी कंपनियां हैं. जोकि मरीन से जुड़े हुए अलग-अलग काम करती हैं. जिनमें Shipping Corporation of India, Synergy Marine Group, Indian Navy tom, MSc Cruises, Fleet Management Limited, SMEC Automation Pvt. Ltd.,
American Cruise Lines, Marinetek Design & Engineering Pvt. Ltd., GMMCO LTD, GE Shipping Company Limited, Carnival Cruise Line TMC Shipping Pvt. Ltd., IT Shipping Private Limited, maersk group जैसी कंपनियां शामिल हैं. इन कंपनियों में आपको आसानी से जॉब मिल जाती है.
मरीन इंजीनियर की सैलेरी
मरीन इंजीनियरिंग में किसी भी पद पर जॉब मिलने के बाद में आपको ₹50000 मासिक सैलरी आसानी से मिल जाती हैं. क्योंकि यह एक बहुत बड़ा और कठिन फील्ड होता हैं. इसके अलावा अगर आपके पास कुछ समय का एक्सपीरियंस हैं.
आप किसी बड़ी कंपनी के साथ जुड़ जाते हैं. तो आपको ₹1 लाख तक मासिक सैलरी भी मिल जाती हैं. और अगर आप भी देशों में जॉब करना चाहते हैं. तो यूके यूएस कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में आपको हर साल 30 से ₹50 लाख का पैकेज मिल जाता है.
हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताई गई मरीन इंजीनियरिंग के बारे में हैं. जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हैं. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.