मधुमेह रोग के कारण लक्षण बचाव व उपचार
आजकल तेजी से बदलते हुए खानपान और भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण हम हमारे शरीर के ऊपर इतना ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते हैं जिनके हमारे शरीर में कई ऐसी बीमारियां पनपने लगती है जिनसे हमें बहुत सारी परेशानियां होती हैं और इनमें से कुछ ऐसी बीमारियां होती है जो कि एक बार किसी रोगी को लगने के बाद पूरे जीवन उसका पीछा नहीं छोड़ती .
यह बीमारियां कई दूसरी बीमारियों को भी निमंत्रण देने लगती है इसी तरह की एक बीमारी का नाम मधुमेह है जो कि एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है तो इस ब्लॉग में हम इस बीमारी के बारे में विस्तार से बातें करने वाले हैं इस ब्लॉग में हम आपको मधुमेह रोग के उत्पन्न होने के कारण लक्षण बचाव व उपचार के बारे में बताएंगे.
मधुमेह रोग क्या है
What is diabetes in Hindi – मधुमेह रोग की एक बहुत ही खतरनाक और जानलेवा बीमारी है इस बीमारी को धीमी मौत के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह बीमारी एक बार किसी रोगी को लगने के बाद उसको पूरे जीवन परेशानी देती है और उसका पीछा नहीं छोड़ती और इस बीमारी के उत्पन्न होने के साथ-साथ रोगी को कई और बीमारियां भी अपनी चपेट में लेने लगती है
यह बीमारी हमारे शरीर के पेनक्रियाज में इंसुलिन के कम पहुंचने के कारण उत्पन्न होती है क्योंकि इस स्थिति में हमारे खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है इसको ही मधुमेह कहा जाता है जिसको डायबिटीज के नाम से भी जाना जाता है इंसुलिन एक प्रकार का हार्मोन होता है जो कि हमारे शरीर के पाचक ग्रंथि द्वारा बनता है
जिसका काम हमारे शरीर में ग्रहण किए गए भोजन को ऊर्जा में बदल ना होता है और इसका दूसरा काम हमारे शरीर की शुगर की मात्रा को नियंत्रण में करना भी होता है जब हमारे शरीर में मधुमेह रोग उत्पन्न हो जाता है तब हमारे भोजन से मिलने वाली ऊर्जा को बनने में परेशानी आती है
इस स्थिति में हमारे खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने लगती है और शरीर के अन्य भाग जैसे किडनी लीवर ह्रदय आदि में भी दिक्क्त होने लगती है पहले यह समस्या ज्यादातर 40 वर्ष की आयु के ऊपर लोगों में देखी जाती थी लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और तेजी से भोजन के कारण यह समस्या कम उम्र के लोगों को बच्चों में भी देखने को मिल रही है
कारण Reason
अगर इस समस्या के कारणों के बारे में बात की जाए तो इस समस्या के कई मुख्य कारण होते हैं जैसे रोगी की उम्र बढ़ना, रोगी के माता-पिता में मधुमेह रोग होना, शारीरिक गतिविधियों का अभाव होना, रोगी को मोटापा होना, रोगी का ज्यादा मानसिक तनाव चिंता गुस्सा अवसाद जैसी चीजों से ग्रस्त होना, महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान मधुमेह की समस्या होना
जीवन शैली में बदलाव आना, अलग-अलग प्रकार की नशीली चीजों का सेवन करना, ज्यादा कड़क उत्तेजक खाद्य पदार्थों का सेवन करना मिलावटी चीजों का सेवन करना, रोगी में उच्च रक्तचाप की समस्या होना, ज्यादा मिठाइयां व चीनी से बनी हुई खाद्य पदार्थों का सेवन करना, आदि इस समस्या की मुख्य कारण होते हैं इसके अलावा भी इस समस्या की ओर बहुत सारे कारण होते हैं
लक्षण Symptoms
अगर इस समस्या के लक्षणों के बारे में बात की जाए तो जब किसी इंसान को मधुमेह रोग की समस्या होती है तब उसमें कई अलग-अलग प्रकार के लक्षण भी दिखाई देते हैं जिनसे रोगी इस समस्या को आसानी से पहचान सकता है जैसे रोगी को बार बार प्यास लगना, रोगी को बार बार पेशाब आना
रोगी की आंखों की रोशनी कम होना या दिखाई देना बंद हो जाना, रोगी के शरीर पर चोट या जख्म को भरने में देरी लगना या लंबे समय तक ठीक न होना, रोगी के हाथ पैरों में गुप्तांगों के ऊपर खाज खुजली होना, रोगी को बार बार फोड़े फुंसियां होना, रोगी को चक्कर आना व घबराहट जैसी समस्या होना
रोगी को उच्च रक्तचाप की समस्या होना, रोगी का स्वभाव चिड़चिड़ा, गुस्सैल, तनाव युक्त रहना, रोगी शरीर में आलस रहना व बार-बार नींद आना, रोगी के शरीर के वजन में कमी आना, रोगी के हाथ पैरों के जोड़ों में दर्द रहना, रोगी को सूनापन, जलन, झुनझुनाहट की समस्या होना आदि इस समस्या के मुख्य लक्षण होते हैं
बचाव Rescue
अगर किसी इंसान को मधुमेह रोग हो जाता है तब इस सबसे अच्छे तब इस समस्या से छुटकारा पाना नामुमकिन होता है हालांकि आप इस समस्या को आगे बढ़ने से रोक सकते हैं जिसके लिए आप तो कुछ खाने पीने की चीजों के ऊपर नियंत्रण करना होगा और आपको कुछ ऐसी चीजों का इस्तेमाल करना होगा
जो कि आप को इस समस्या से बचा सकती है यदि आपको मधुमेह रोग नहीं है तब भी आपको उन चीजों का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए जो कि इस समस्या को बढ़ाते हैं
- आपको खून में ग्लूकोज की मात्रा को कम करने के लिए उपाय करने चाहिए इसके लिए आपको डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए
- आपको हर रोज सुबह सुबह बयान व प्राणायाम आदि करने चाहिए
- आपको ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए जैसे खीरा ककड़ी, टमाटर, प्याज, लहसुन, नींबू हरी मिर्च, हरी मटर आदि
- आपको गेहूं, चना आटे की रोटी आदि का सेवन करना चाहिए
- आपको सोयाबीन मूंगफली सूरजमुखी वे सरसों के तेल को अपने भोजन में शामिल करना चाहिए
- आपको लंबे समय तक भूखे बिल्कुल भी नहीं रहना चाहिए
- आपको नशीली चीजों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए जैसे शराब बीड़ी सिगरेट तंबाकू आदि
- आपको चीनी, गुड़, घी, तेल व दूध से बनी हुई चीजों का सेवन कम करना चाहिए
- आपको आइसक्रीम मिठाई मांस अंडा चॉकलेट वह चीनी से बने हुए खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए
- आपको हाई शुगर वाले फल फ्रूट का सेवन नहीं करना चाहिए जैसे टमाटर पपीता खरबूजा अमरूद सेब संतरा केला अंगूर और खजूर आदि
- आपको हर रोज मेथी की कुछ दानों को भिगोकर सुबह खाली पेट खाना चाहिए
- आपको भोजन में मेथी पालक तुरई शलगम बैंगन लौकी मूली ब्रोकली पत्ता गोभी आदि सब्जियों का सेवन करना चाहिए
- आपको कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जैसे सब्जियां ताजा फल साबुत अनाज आदि
- आपको ज्यादा मानसिक तनाव गुस्सा व चिड़चिड़ापन नहीं रखना चाहिए
फिर भी अगर आपको यह समस्या हो जाती है तब आपको किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और लंबे समय तक दवाइयों का सेवन करने से आप इस समस्या को नियंत्रण में भी कर सकते हैं
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