बालों में सूजन, खुजली व झड़ने के कारण, लक्षण, बचाव व उपचार
बालों में सूजन, खुजली व झड़ने के कारण, लक्षण, बचाव व उपचार
सुंदर दिखने के लिए हम बहुत सारे अलग-अलग कपड़े पहनते हैं अलग प्रकार के मेकअप व क्रीम आदि का इस्तेमाल करते हैं और अलग-अलग प्रकार की शेव व बाल तैयार करवाते हैं लेकिन कई बार हमारे बालों में सफेद होना या बालों के गिरने की समस्या होने लगती है जो कि हमारी सुंदरता को बिगाड़ देता है.
कई लोगों के बालों की जड़ों में सूजन व पीप की समस्या हो जाती है जिससे रोगी बहुत परेशान होता है तो इस ब्लॉग में हम बालों की जड़ों में शोथ होने के कारण लक्षण बचाव इसके उपचार आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे.
बालों में शोथ होना
यह एक बहुत ही खतरनाक समस्या है इस समस्या से आजकल लगभग हर एक इंसान परेशान है जब यह समस्या उत्पन्न होती है तब रोगी के बालों की जड़ों में सूजन आ जाती है जिससे उसके बालों की जड़ें कमजोर हो जाती है और बाल गिरने लगती है या कई लोगों के बालों में तेज खुजली होने लगती है जिसे खुजाने पर उसकी जड़ें कमजोर हो जाती है और कई लोगों के बालों की त्वचा के ऊपर रूम में सूजन रहती है जिससे रोगी के सिर या दाढ़ी के बालों में फुंसियां पीपयुक्त फोड़े निकलने लगते हैं कई लोगों के बालों में है समस्या इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि उनके सिर या दाढ़ी के सारे बाल खराब हो जाते हैं और यह समस्या एक दूसरे इंसान में आसानी से फ़ैल सकती है क्योंकि यह रोग स्टेफिलोकोक्कस नामक कीटाणु के द्वारा फैलता है जो कि आसानी से एक दूसरे इंसान में जा सकता है
कारण
अगर बाल झड़ने की या बालों में खुजली के कारणों के बारे में बात की जाए तो इस समस्या के पीछे बहुत सारे कारण होते हैं जैसे लगातार लंबे समय तक हेलमेट का इस्तेमाल करना, रोगी में खून की कमी होना, बालों को अलग-अलग प्रकार के कलर, डाई करवाना, बालों की सही से देखभाल करना, लगातार धूम्रपान करना, ज्यादा तंबाकू, खैनी पान गुटखा आदि का सेवन करना, ज्यादा उत्तेजक पदार्थों का सेवन करना, लंबे बाल रखना, रोगी में अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्वों की कमी होना, रोगी का कुपोषण का शिकार होना, रोगी में विटामिन ए की मात्रा बढ़ जाना, रोगी के शरीर में प्रोटीन की कमी होना, ज्यादा लंबे समय तक एलोपैथिक दवाओं का इस्तेमाल करना, महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान हारमोंस में परिवर्तन होने के कारण बालों का झड़ना, रोगी को कैंसर जैसी घातक बीमारी होना, रोगी का बालों के प्रति ज्यादा लगाओ होना, जिसके लिए अलग-अलग प्रकार की क्रीम, साबुन, तेल और शैंपू आदि का इस्तेमाल करना, ज्यादा केमिकल युक्त शैंपू व तेल का इस्तेमाल करना, किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आना जिसको यह समस्या पहले से है, क्योंकि यह रोग स्टेफिलोकोक्कस नामक कीटाणु के द्वारा फैलता है, रोगी को किसी दूसरे व्यक्ति के कपड़े बिस्तर आदि का इस्तेमाल करना यह कुछ आम कारण होते हैं जिनसे यह रोग किसी भी इंसान के बालों में प्रवेश कर सकता है
लक्षण
इस समस्या के उत्पन्न होने पर रोगी में इतनी ज्यादा लक्षण दिखाई नहीं देते इसके कुछ आम लक्षण होते हैं जो कि आप आसानी से पहचान सकते हैं जैसे रोगी के बालों का गिरना, रोगी के बालों में खुजली आना, रोगी के बालों की जड़ों में पीप होना, रोगी के बालों की जड़ों में सूजन आना, रोगी के बालों का लगातार गिरते रहना, रोगी के नहाते समय बाल ज्यादा उतरना, रोगी के बालों की जड़ें कमजोर होना, रोगी के बाल न बढ़ना, रोगी के बाल कमजोर होना, रोगी के बालों का रंग भूरा होना, रोगी के बालों में पिपयुक्त फोड़े फुंसियां होना आदि की समस्या के लक्षण होते हैं
बचाव
अगर आपके बालों में यह समस्या उत्पन्न हो जाती है या आप कोई समस्या के शुरुआती लक्षण दिखाई देते हैं तब आप इसके लिए कुछ ऐसे उपाय कर सकते हैं जिनसे आपको इस समस्या को रोकने में मदद मिलती है जैसे
- आपको अपने बालों में अलग-अलग प्रकार की साबुन और शैंपू का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
- आपको अलग-अलग प्रकार की सुगंधित तेलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
- आपको बालों में सूजन व खुजली की समस्या होते ही तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाना चाहिए
- आपको ज्यादा बीड़ी सिगरेट तंबाकू व शराब आदि का सेवन नहीं करना चाहिए
- आपको ज्यादा तले भुने हुए मिर्च मसालेदार भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए
- आपको उत्तेजित खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए
- आपको लगातार एलोपैथिक दवाओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
- आपको लगातार हेलमेट आदि के इस्तेमाल से बचना चाहिए
- आपको अपने बालों में कलर डाई व ड्रायर का इस्तेमाल नहीं करवाना चाहिए
- आपको इस समस्या के रोगी के संपर्क में आने से बचना चाहिए
- आपको अपने शरीर में विटामिन ए की मात्रा की जांच करवानी चाहिए
- आपको गंदे पानी से स्नान नहीं करना चाहिए
- आपको ज्यादा लंबे बाल नहीं रखनी चाहिए
- आपको ज्यादा मानसिक तनाव चिंता वह क्रोध मन में नहीं रखना चाहिए
उपचार
यदि आपके बालों में यह समस्या उत्पन्न हो जाती है तब आपको तो घरेलू चीजों का इस्तेमाल करके इस समस्या को आसानी से नियंत्रण में कर सकते हैं जैसे
- आपको ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जैसे मांस, मछली, मुर्गी, सोया, बादाम, दही व दालें और अंडा आदि
- आपको ज्यादा से ज्यादा अखरोट नेट आदि का सेवन करना चाहिए
- आपको ज्यादा से ज्यादा कच्ची हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए जैसे मटर टमाटर गाजर मूली शलगम पालक आदि
- आपको अपने सिर में सरसों की तेल से मालिश करनी चाहिए आपको 250 ग्राम घी सफेदा और कपूर, सिंदूर और चंदन का तेल आपस में मिलाकर अपने सर व दाढ़ी के बालों में लगाना चाहिए
- आपको नीम के तेल के साथ आंवलासार गंधक चियराता और सौंफ का चूर्ण मिलाकर गोली बना ले और हर रोज एक एक गोली लेनी चाहिए
- आपको नीम के पत्ते उबालकर उबले हुए पानी को हुए पानी से नहाना चाहिए
लेकिन फिर भी लंबे समय तक आपके बालों में यह समस्या रहती है तब आपको किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाना चाहिए और अच्छे से टेस्ट आदि करवा कर दवाइयां लेनी चाहिए या आप कुछ आयुर्वेदिक औषधियों में दवाइयों का इस्तेमाल करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं जिनके बारे में हमने आपको नीचे बताया है इन सभी को अब डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इस्तेमाल करें
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