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बायोगैस प्लांट लगाकर हर महीने कमाए लाखों रुपए

बायोगैस प्लांट लगाकर हर महीने कमाए लाखों रुपए

इस तेजी से बढ़ते हुए समय में गरीब लोगों का घर चलाना बहुत मुश्किल हो गया है क्योंकि हमारे देश में लगातार बेरोजगारी बढ़ती जा रही है और महंगाई भी तेजी से बढ़ रही है इस महंगाई की मार हर गरीब और अमीर इंसान पर पड़ रही है क्योंकि जैसे लोग डाउन लगा है उसके बाद में बहुत सारे लोगों का कामकाज बिल्कुल ठप हो गया है .

कुछ ऐसे लोग हैं जिनका व्यवसाय पहले काफी अच्छा चलता था लेकिन अब उनका व्यवसाय बहुत कम चलता है लेकिन जब भी कभी महंगाई बढ़ने के आसार होते हैं तब सबसे पहले पेट्रोल डीजल रसोई गैस या सीएनजी गैस जैसी चीजों के रेट में वृद्धि होती है और अगर इन सभी ज्वलनशील पदार्थों की कीमत में वृद्धि होगी तो मान लीजिए महंगाई बढ़ना लाजमी है.

जब भी इन सभी ज्वलनशील पदार्थों में वृद्धि होती है तो सभी खाने पीने की चीजों से लेकर खेलने कूदने और जरूर इस्तेमाल में होने वाली चीजों का भाव बढ़ जाता है.आप सभी को पता होगा कि रसोई गैस के सिलेंडर में पिछले कुछ दिनों में काफी वृद्धि हुई है रसोई गैस हमारे दैनिक में होने वाली एक ऐसी जरूरत बन चुका है जिसकी हर इंसान को जरूरत होती है.

लेकिन जब से उन सभी गैसों व पैट्रोल आदि की कीमत में वृद्धि होने लगी है और इसी बढ़ती हुई महंगाई का बहुत सारे लोग फायदा भी उठा रहे हैं क्योंकि आप सभी को पता होगा कि सिलेंडर हर घर में इस्तेमाल किया जाता है इसलिए बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो कि बायोगैस प्लांट को लगाकर गैस बना रहे हैं और उनसे काफी अच्छा मुनाफा भी कमा रही है.

तो यदि आप एक व्यवसाय ढूंढ रहे हैं तो आप बायोगैस के प्लांट को लगाकर अच्छा पैसा कमा सकते हैं इस ब्लॉग में हम आपको बायोगैस प्लांट लगाने के बारे में विस्तार से बताने वाले है

बायोगैस क्या है

जैसा कि हम सभी जानते हैं दुनिया भर में अनेक प्रकार की प्राकृतिक जैसे हैं जिनमें से कुछ गैसों का इस्तेमाल जवलनशील पदार्थ के रूप किया जाता है उन्ही में से सीएनजी व एलपीजी भी ऐसी ही गैस है लेकिन अगर बायोगैस के बारे में बात करें तो बायोगैस एक ऐसी गैस होती है जो कि खासतौर पर बनाए गए एक प्लांट में तैयार की जाती है.

इस गैस को बनाने के लिए कई अलग-अलग प्रकार की चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं इस गैस को बनाने के लिए मुख्य रूप से गोबर, कूड़ा कचरा व दूसरे अपशिष्ट पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है इसके लिए हम पेड़ पौधे का भी इस्तेमाल कर सकते हैं बायोगैस को गोबर गैस के नाम से जाना जाता है क्योंकि बहुत सारी जगह पर सिर्फ गोबर से ही तैयार किया जाता है.

इसको हम अपशिष्ट गैस भी कह सकते है.क्योंकि यह हमारे अपशिष्ट पदार्थों से तैयार होने वाली गैस है बायोगैस में मुख्य रूप से मीथेन और कार्बन डाइऑक्साइड होती है और इसमें कुछ मात्रा में हाइड्रोजन सल्फाइड पाई जाती है और इन सभी गैसों को जलाया जा सकता है कई लोग बायोगैस प्लांट लगा रहे हैं.

क्योंकि इन गैसों का इस्तेमाल रसोई में किया जाता है. जो कि हमारे खाना बनाने और दूसरे काम करने में इस्तेमाल होती है यह गैस हम वैसे ही इस्तेमाल कर सकते है जिस तरह से हम एलपीजी सिलेंडर का इस्तेमाल करते हैं इसके अलावा इस गैस को हम किसी भी प्रकार के इंजन चलाने या किसी भी उस्मा को उत्पन्न करने के लिए कर सकते हैं.

यदि आप एक जगह पर गोबर गैस प्लांट लगा लेते हैं तब आप इस प्लांट से काफी पैसे भी कमा सकते हैं हालांकि इस प्लांट को शुरू करने के लिए आपको पहले इन्वेस्ट करना पड़ता है

बायोगैस प्लांट कैसा होता है

हमारे देश में बहुत सारे लोग बायोगैस प्लांट लगाकर हर महीने काफी पैसा कमा रहे हैं बायोगैस प्लांट एक ऐसा प्लांट होता है जिसमें गोबर या दूसरे गले सड़े हुए कचर से गैस को तैयार किया जाता है इस तरह की गैस को तैयार करने के लिए सबसे पहले एक प्लांट का निर्माण होता है जिसमें अलग-अलग चीज़े बनाई जाती है.

इस प्लाट में सबसे पहले एक कंकरीट के टैंक को बनाया जाता है जो कि गले पड़े हुए कचरे और गोबर आदि के डालने के लिए इस्तेमाल किया जाता है और इसी टैंक से गैस बनने की शुरुआत होती है इसके बाद में एक फ्लोटिंग कवर बनाया जाता है जो कि टैंक के ऊपर रखा जाता है और यह फ्लोटिंग कवर टैंक में बनने वाली गैस के साथ-साथ बढ़ता रहता है.

इसके बाद में एक आउटलेट बनाया जाता है जिसके तहत एक ऐसी पाइप को टैंक के साथ जोड़ा जाता है जो कि टैंक में बनने वाली गैस को बाहर निकालने के काम आती है स्लरी कलेक्टर में गोबर को डाला जाता है फिर इसके अंदर पानी मिलाया जाता है क्योंकि गोबर में मेथनोगन्स नामक बैक्टीरिया होते हैं जो कि गाय के पेट से गोबर के साथ बाहर निकल जाते हैं.

फिर यह कंक्रीट के टैंक में जाने के बाद मीथेन गैस को बनाने का काम करते हैं सबसे अंत में स्लज कलेक्टर को बनाया जाता है जोकि टैंक में मौजूद अपशिष्ट पदार्थों के गोल को बाहर निकाल कर उसे खाद के रूप में उपयोग करने लायक बना देता है

बायोगैस का इस्तेमाल किन किन चीजों में होता है

वैसे तो बायोगैस का इस्तेमाल हम उन सभी चीजों के लिए कर सकते हैं जिस तरह से हम सीएनजी एलपीजी आदि गैस का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि यह भी एक ऐसी ज्वलनशील गैस होती है लेकिन फिर भी इस गैस का इस्तेमाल कई मुख्य कामो के लिए किया जाता है और बायोगैस प्लांट लगाने के बहुत सारे अलग-अलग फायदे भी होते हैं.

  • बायोगैस का इस्तेमाल हम घरेलू ईंधन के तौर पर भी कर सकते हैं जिस तरह से हम एलपीजी सिलेंडर का इस्तेमाल करते हैं
  • इस गैस का गैस का इस गैस का इस्तेमाल इलेक्ट्रिसिटी को बनाने के लिए भी किया जा सकता है
  • इस गैस के बनाने से हम कूड़ा करकट को भी खाद के रूप में बदल सकते हैं और इस गैस से हमें दूसरे कई काम करने में भी मदद मिलती है
  • बायो सीएनजी का ही उत्पादन माना जाता है
  • बायोगैस प्लांट से निकलने वाली गैस को हम भी सकते हैं
  • इस प्लांट से निकलने वाली खाद को बेच कर भी हम काफी पैसा कमा सकते हैं
  • इस गैस को बनाने के लिए आपको ज्यादा कच्चे माल की जरूरत नहीं होती है क्योंकि हम तो पुराने कूड़ा करकट गोबर लकड़ी आदि से आसानी से बना सकते हैं
  • इस गैस को बनाने से हम आसपास की सफाई में भी बढ़ोतरी कर सकते हैं क्योंकि बहुत सारी जगह पर पेड़ों के पत्ते इतनी ज्यादा हो जाते हैं जो कि जलाने पड़ते हैं

बायोगैस प्लांट कैसे लगाएं

अगर आप बायोगैस प्लांट को लगाना चाहते हैं तब इसके ऊपर आप सरकार से कई स्कीमों के तहत लोन भी ले सकते हैं या उसके ऊपर आपको बहुत सारे बैंक सब्सिडी भी देते हैं अगर आप इस प्लांट को बड़े स्तर पर लगाना चाहते हैं तब आप इससे काफी पैसा भी कमा सकते हैं लेकिन अगर आपको अपने घरेलू इस्तेमाल के लिए लगाना चाहते हैं तो भी आपके लिए फायदेमंद होता है.

जमीन 

इस प्लांट को लगाने के लिए सबसे पहले आपको प्लांट के लिए जमीन खरीदने होती है या अगर आपके पास खुद की जमीन है तब आप उसके ऊपर भी इस प्लान को लगा सकते हैं लेकिन यह खेतों में होगा उतना ही आपके लिए फायदेमंद होता है

लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन

अगर आप बायोगैस प्लांट लगाना चाहते हैं तब इसके लिए आप कुछ आपको कुछ जरूरी लाइसेंस की भी जरूरत होती है सबसे पहले आपको रजिस्टर्ड रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है उसके बाद में आपको फायर विभाग से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना होता है.

फिर आपको पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा विभाग से भी लाइसेंस की आवश्यकता होती है उसके बाद मैं आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाना होता है अंत में आपको अपने ब्रांड का नाम व ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन करवा लेना

मशीनरी

जब आपका बना जब आपका प्लांट बन कर तैयार हो जाता है कि में आपको कुछ मशीनों की भी आवश्यकता होती है जैसे एक्सकेवेशन, क्रस मशीन, स्लीज पंप, सैलरी स्टोरेज टैंक, बायोगैस टैंक, एफआरपी टैंक आदि

कच्चा माल – कच्चा माल यानी बायोगैस प्लांट में गैस बनाने के काम आने वाला कचरा इस प्लांट में फॉर्म इस प्लांट में आप गैस बनाने के लिए पेड़ पौधों के पत्ते, टूटी फूटी हुई पुरानी लकड़ी, कूड़ा करकट, गोबर, फसलों के बचे हुए अवशेष आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं जिसके लिए आपको कहीं पर ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं होती.

गैस बनाने की प्रक्रिया

जब आपका बायोप्लांट तैयार हो जाता है तब बायोगैस बनाने के लिए आपको कुछ समय का प्रशिक्षण भी देना पड़ता है उसके बाद में आप खुद से ही गैस बना सकते हैं गैस बनाने के लिए सबसे पहले आसपास के कूड़े कचरे को प्रेस मशीन में डाला जाता है जिससे सभी कचरे को कुचल दिया जाता है.

उसके बाद में इस कचरे को बाहर निकालकर स्लरी टैंक में डाला जाता है. जहां पर इसके साथ गोबर में पानी को मिलाया जाता है इसको अच्छी तरह मिलाने के बाद को बायोप्लांट में डाला जाता है और फिर बायोप्लांट में मौजूद नामक बैक्टीरिया इस कचरे से गैस बनाने का काम शुरू कर देते हैं और गैस बन कर तैयार हो जाती है.

कमाई व लागत

अगर आप एक बार प्लांट लगा लेते हैं तब इससे आप अच्छी कमाई भी कर सकते हैं क्योंकि इस प्लांट में तैयार होने वाली गैस को आप सिलेंडरो में भर कर भी बेच सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको लाइसेंस की देना होता है और इस प्लांट का सीधा कनेक्शन आप अपने आसपास के कुछ घरों में भी कर सकते हैं.

अगर आप इस प्लांट को छोटे स्तर पर लगाते हैं घरों में भी इस गैस का इस्तेमाल वैसे ही किया जा सकता है जिस तरह से एलपीजी सिलेंडर का इस्तेमाल होता है फिर आप अपने आसपास के घरों में दिए गए कनेक्शन और सिलेंडरों में भरने पर इस प्लांट की गैस से पैसा भी कमा सकते हैं.

और इस प्लांट से गैस बनने के बाद निकलने वाले कचरे को आप खाद के तौर पर भी बेच सकते हैं क्योंकि यह खाद किसानों के लिए बहुत ही उत्तम मानी जाती है.

हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताई गई बायोगैस प्लांट के बारे में जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यह जानकारी पसंद आई है और आप ऐसी और जानकारियां पाना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.

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