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प्रसवोत्तर रक्तस्राव के कारण लक्षण बचाव व उपचार

प्रसवोत्तर रक्तस्राव के कारण लक्षण बचाव व उपचार

जब भी कोई महिला पहली बार गर्भवती होती है तब उसके शरीर में अनेक प्रकार के बदलाव आते हैं और कई बार महिला को पहली बार गर्भवती होने पर बहुत सारी परेशानियों का भी सामना करना पड़ जाता है लेकिन कई महिलाएं ऐसी होती है जिनको प्रसव के बाद भी बहुत सारी अलग-अलग परेशानियां होती है भी महिलाएं बच्चा होने की काफी समय तक परेशान रहती है

इसी तरह की एक समस्या प्रसवोत्तर रक्तस्राव भी है जो कि एक खतरनाक समस्या है इस समस्या के कारण महिलाएं बहुत ज्यादा परेशान होती है तो इस ब्लॉग में हम आपको इसी समस्या के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं इस ब्लॉग में हम आपको प्रसवोत्तर रक्तस्राव के कारण लक्षण बचाव व उपचार आदि के बारे में विस्तार से बताने वाले है

प्रसवोत्तर रक्तस्राव क्या है what is postpartum hemorrhage in hindi

जब भी कोई महिला पहली बार अपने बच्चे को जन्म देती है तब उस महिला के शरीर से रक्त रक्तस्राव होना एक आम बात होती है जो कि नॉर्मल प्रसव के दौरान सभी महिलाओं में होता है और यह रक्तस्राव कुछ समय बाद अपने आप रुक जाता है

अगर किसी महिला को ऑपरेशन के जरिए बच्चा होता है और उस महिला को प्रसव के 24 घंटे बाद या इससे आगे दो या तीन दिन तक रक्तस्राव हो रहा है तब महिला के लिए यह समस्या खतरनाक साबित हो सकती है

क्योंकि ज्यादा समय तक रक्तqस्त्राव होने से महिला के शरीर में खून की कमी हो जाएगी और इसके कारण महिला के शरीर में कई अलग-अलग बीमारियों में अलग-अलग समस्याएं उत्पन्न होने लगती है जिसका बुरा प्रभाव उसके बच्चे के ऊपर भी पड़ता है और कई बार अनियमित रूप से रक्त स्त्राव होने से महिलाओं की मृत्यु हो जाती है प्रसवोत्तर रक्तस्राव 2 प्रकार का होता है

जिसको  प्राथमिक और माध्यमिक प्रसवोत्तर रक्तस्राव के से नाम जाना जाता है जब किसी महिला के शरीर में लंबे समय तक रक्त स्त्राव होता रहता है तब इस स्थिति को प्रसवोत्तर रक्तस्राव या पीपीएच के नाम से जाना जाता है

प्राथमिक – जब किसी महिला के प्रसव के 24 घंटे तक रक्त स्त्राव होता है तब उस स्थिति को प्राथमिक रक्त स्त्राव के नाम से जाना जाता है और यह समस्या 5% महिलाओं में देखी जाती है

माध्यमिक – जब किसी महिला के प्रसव के बाद के 24 घंटे के बाद भी रक्त स्त्राव होता है तब उस स्थिति को माध्यमिक रक्त स्त्राव कहा जाता है यह रक्त स्त्राव महिला को प्रसव के पहले 24 घंटे के बाद कितने समय तक भी हो सकता है यह समस्या केवल 2% महिलाओं में ही देखी जाती है

प्रसवोत्तर रक्तस्राव के कारण causes of postpartum hemorrhage in hindi

अगर महिलाओं में होने वाले प्रसवोत्तर रक्तस्राव के कारणों के बारे में बात की जाए तो इस समस्या के उत्पन्न होने के पीछे कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं जैसे महिला में प्रसव के पहले स्त्राव होना, महिला के शरीर में किसी दूसरी बीमारी होना, महिला को ट्यूमर, इंफेक्शन, कैंसर, घाव, संक्रमण आदि होना, महिला का एनेस्टीसिया का प्रयोग करना, महिला का ऑक्सीटॉसिन ड्रिप लेना,

महिला के गर्भाशय का आकार सही में होना, महिला का प्रसव के दौरान किसी प्रकार की गलती कर देना, महिला में अल्पपोषण होना, महिला के शरीर में एक से अधिक गर्भ होना, महिला के गर्भाशय की चोट लगना, महिला के गर्भाशय में रक्त जमा होना,

महिला के शरीर में प्लेसेंटा के टुकड़े रह जाना ,महिला के शरीर में जहर फ़ैल जाना आदि इस समस्या के मुख्य कारण होते हैं इसके अलावा भी महिलाओं में इस समस्या के होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं

प्रसवोत्तर रक्तस्राव के लक्षण symptoms of postpartum hemorrhage in hindi

अगर इस समस्या के लक्षण के बारे में बात की जाए तो जब भी किसी महिला में यह समस्या उत्पन्न होती है तब महिलाओं में इसके कई अलग-अलग लक्षण भी दिखाई देते हैं जैसे महिला के शरीर में अनियंत्रित रक्तस्त्राव होना, महिला की योनि से अनियंत्रित रक्तस्त्राव होने से दर्द, जलन, सूजन की समस्या होना,

महिला के शरीर से ज्यादा रक्त निकलने से शरीर में खून की कमी होना, महिला को बेचैनी होना, महिला के शरीर में पीलापन आना, महिला के शरीर में कमजोरी, थकान की समस्या दिखाई देना,

महिला को लो ब्लड प्रेशर की समस्या होना, महिला की धड़कन बढ़ना, महिला को बार बार चक्कर आना व बेहोशी की समस्या होना, महिला के शरीर का वजन कम होना महिला के हाथ पैरों व शरीर की दूसरी जोड़ों में दर्द होना महिला को कमर दर्द व सिर दर्द की समस्या होना, महिला की मांसपेशियां ढीली हो जाना,

महिला के चेहरे पर उदासी छाना, महिला की आंखें अंदर की तरफ धस जाना, महिला की आंखों में अंधेरी छाना, महिला को बार-बार पसीना आना, महिला को भूख प्यास न लगना, महिला की लाल रक्त कोशिकाओं में कमी होना आदि इस समस्या के मुख्य लक्षण होते हैं इसके अलावा भी शरीर से अधिक रक्त स्त्राव होने चाहिए कई दूसरी बीमारियां हो सकती है

प्रसवोत्तर रक्तस्राव के बचाव prevention of postpartum hemorrhage in hindi

अगर आपको लग रहा है कि आपको इस प्रकार की समस्या हो सकती है या आप दूसरी बार मां बन रही है और आपको पहली बार प्रसव के दौरान अनियंत्रित रक्त स्त्राव हुआ था तब आपको कुछ ऐसी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है जो कि आपके लिए फायदेमंद हो सकती है और आप को इस समस्या से बचाने में मदद कर सकती हैं जैसे

  • सबसे पहले आपको गर्भवती होने पर हर महीने डिस्पेंसरी में चेकअप के लिए जाना चाहिए
  • आपको डॉक्टर द्वारा बताई गई सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए वह संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए
  • आपको बीड़ी सिगरेट तंबाखू वह दूसरी नशीली दवा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए
  • अगर आपको प्रसव से पहले ही रक्त स्त्राव हो रहा है तब आपको किसी अच्छे डॉक्टर से जांच करवाएं चाहिए
  • अगर आपके शरीर में पहले से ही दूसरी बीमारी है जैसे मधुमेह, लो ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड प्रेशर जैसी तब आपको इसके बारे में डॉक्टर को पहले ही जानकारी दे देनी चाहिए
  • आपको प्रसव के पहले तो 24 घंटे के बाद भी रक्त स्त्राव हो रहा है तब आपको जल्दी से जल्दी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए

प्रसवोत्तर रक्तस्राव का उपचार Treatment of Postpartum Hemorrhage in hindi

जब भी किसी महिलाओं में प्रसव के बाद में अनियंत्रित रक्त स्त्राव होता है तब उस महिला को जल्दी से जल्दी उपचार की जरूरत होती है ज्यादा समय तक रक्त स्त्राव होने पर महिला को इस समस्या से दूसरी बीमारी व महिला की मृत्यु भी हो सकती है

इसलिए महिला को तुरंत डॉक्टर को रक्तस्त्राव की जानकारी देनी चाहिए डॉक्टर सबसे पहले आपके शरीर में हो रहे इस रक्तस्त्राव के कारणों के बारे में पता लगाते हैं फिर उसके आधार पर ही आपको अलग-अलग उपचार दिए जाते हैं समय रहते इस समस्या को उपचार के जरिए नियंत्रित किया जा सकता है इसलिए आपको घबराने की जरूरत नहीं है

तो अगर आपको भी प्रसव के दौरान इस प्रकार की समस्या उत्पन्न हो जाती है तब आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए और झाड़-फूंक आदि में बिल्कुल भी विश्वास नहीं करना चाहिए वह आपको खुद से डॉक्टर बनने की कोशिश नहीं करनी चाहिए

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