प्रधानमंत्री नाबार्ड योजना
प्रधानमंत्री नाबार्ड योजना
प्रधानमंत्री द्वारा इस योजना का गठन वित्त मंत्री के अध्यक्षता में किया गया है निर्मला सीतारमण वित्त मंत्री के द्वारा योजना का गठन ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उत्पन्न करने के लिए रोजगार के साधन तैयार करने के लिए की गई है। इस योजना के अंतर्गत पशु पालन विभाग द्वारा ग्रामीणों में दुग्ध डेयरी खोलने तथा उन्हें चलाने के लिए रोजगार के अवसर दिए जाएंगे। जिसे कर के ग्रामीण क्षेत्रों में जहां लोग रोजगार प्राप्त कर सकेंगे देश के सभी ग्रामीण क्षेत्र के कहीं बाहर पलायन ना करें प्रवास ना करें अपने जिले में ही रह कर रोजगार करके पैसे कमाए इसलिए केंद्र सरकार ने इस योजना का गठन किया है
इस योजना से देश के समस्त ग्रामीण नागरिकों को फायदा मिलेगा पशु विभाग की तरफ से ग्रामीण नागरिकों को दूध की डेरी तथा जानवरों से संबंधित पालन कार्य करके रोजगार शुरू कराया जाएगा। इससे रोजगार उत्पन्न होगा और ग्रामीणों को अपने जिले में रहकर पैसे कमाने के अवसर प्रदान होंगे।
केंद्र सरकार की इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक द्वारा कम ब्याज दर पर लोन मुहैया कराया जाएगा जिससे पशुपालन विभाग द्वारा आधुनिक डेयरी का निर्माण कराया जाएगा जिसमें लोगों को काम करने का अवसर मिलेगा लोगों को जोड़कर व्यापार बढ़ाया जाएगा ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया जाएगा कम ब्याज दर पर सरकार से लोन लेकर निजी तौर पर भी पशुपालन किया जा सकेगा तथा लोन लेकर डेरी भी खोली जा सकेगी।
यदि आप इसके बारे में कोई जानकारी नहीं पता कि प्रधानमंत्री नाबार्ड योजना क्या है इसे कैसे लाभ उठाया जा सकता है ।कौन पात्र होगा कि से योजना का लाभ मिलेगा कैसे आवेदन किया जाता है इन सब की जानकारी नहीं है। तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ना चाहिए आपको इस आर्टिकल में सारी जानकारियां को मिलने वाली हैं जानने के लिए बने रहे हमारे साथ चलिए शुरू करते हैं…
क्या है प्रधानमंत्री नाबार्ड योजना
नाबार्ड योजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है प्रधानमंत्री के सानिध्य में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस योजना का गठन किया ।है इसका मुख्य उद्देश्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन की व्यवस्था की जाए और आधुनिक डेरी का निर्माण कर के लोगों को रोजगार के अवसर दिया जाए इस योजना के अंतर्गत बैंक से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को पशुपालन विभाग द्वारा लोन मुहैया कराया जाएगा।
जिससे कि लोग पशुपालन करें दूध की डेरी का निर्माण करें और व्यापार करें लोगों को अधिक से अधिक रोजगार मिल सके ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध हो। योजना का सही है कि जानवर हो पाएगी पशुपालन तथा मत्स्य पालन की सहायता ली जाएगी जिससे कि ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छे से दुग्ध डेयरी का निर्माण हो सके। और उसमें से व्यापार शुरू किया जा सके। ग्रामीणों के नागरिकों को उनके रोजगार के लिए अवसर निकाले जाएं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों के लिए पैसे कमाना आसान हो जाएगा सरकार की इस स्कीम में ₹90000 करोड़ रुपए केवल नाबार्ड योजना के लिए खर्च किए गए हैं या संरक्षित किए गए। इसका फायदा पूरे देश के ग्रामीण क्षेत्रों में होगा हर जगह दूध की डेरी खुलेगी दूध की समस्या से भी निजात मिलेगा और पशुपालन को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री नाबार्ड योजना से लाभ
- इसलिए योजना का गठन किया गया है वित्त मंत्री ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि अब बैंकों द्वारा कम ब्याज दर पर ग्रामीण क्षेत्रों में आधुनिक दुग्ध डेयरी का निर्माण कराया जाएगा।
- पशुपालन विभाग की देखरेख करेगा तथा ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों को इस योजना के माध्यम से रोजगार दिया जाएगा।
- जिससे कि नागरिक दूसरे प्रदेश या दूसरी जगह कमाई के लिए ना जा पाए अपने गृह क्षेत्र में रहकर रोजगार करें तथा आर्थिक रूप से अपना भरण-पोषण करें।
- सरकार ने इस योजना का बजट 30,000 करोड़ रुपए किसानों की पुनरावृति के लिए रखा गया है
- 90 हजार करोड़ रुपए नाबार्ड योजना के लिए अलग से दिए जाएंगे जिसका फायदा पूरे देश के ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिक को मिलने वाला है।
- ज्यादा से ज्यादा पशु पालन को बढ़ावा मिलेगा दूध डेरी का निर्माण होगा तो गाय-भैंसों को संरक्षण मिलेगा उनके पालने पहुंचने से ही दूर मट्ठा दही पैदा होगा।
- जिससे देश में दूध के प्रोडक्ट की आपूर्ति मेला पहुंचेगा ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को रोजगार प्राप्त होगा ।
योजना के मुख्य तथ्य
- योजना की शुरुआत करने के लिए योग्य उत्पादन तथा प्रोडक्ट बनाने के लिए मशीन भी उपलब्ध कराई जाएगी साथ ही मशीन को खरीदने के लिए सब्सिडी भी सरकार द्वारा दी जाएगी।
- लोन द्वारा डेयरी को शुरू करने के लिए अच्छे लेवल पर शुरू करने के लिए बैंक से कम दर पर ब्याज में लोन भी दिलाया जाएगा मशीनरी व अन्य डेयरी मैं प्रयोग होने वाले उपकरण तथा प्रोडक्ट को तैयार करने के लिए मशीनरी को सब्सिडी के द्वारा कम दाम में मुहैया कराया जाएगा सरकार की तरफ से ।
- यदि आप दूध को के प्रोडक्ट को बनाने के लिए मशीनरी भी खरीदते हैं तो आपको तेरह लाख रुपए का खर्च आता है सरकार की तरफ से आपको सब्सिडी के तौर पर साडे ₹300000 दिए जाएंगे जिससे आपको सामान को मशीनरी को खरीदने में आसानी होगी।
- एससी एसटी वर्ग के लोगों को मशीनरी के सामान खरीदने के लिए साडे ₹400000 का सब्सिडी के तौर पर लाभ दिया जाएगा ।
- यदि आप 5 गायों के साथ अपना डेरी का व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सरकार को प्रूफ देना पड़ेगा प्रूफ देने के बाद आपको सरकार द्वारा 50% का अनुदान दिया जाएगा योजना से लाभ आपको होने वाला है।
प्रधानमंत्री नाबार्ड योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य है कि अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अपना जीवन यापन के लिए गायब है तो कोपालकर दूध बेचने का काम करते हैं जिसमें ज्यादा अच्छा मुनाफा नहीं मिल पाता क्योंकि वह बिजनेस करने का सही तरीका नहीं जानते और बिजनेस में हमेशा घाटे में रहते हैं इसलिए सुव्यवस्थित ढंग से सरकार ने इस दुग्ध डेयरी व्यवस्था को योजना से जोड़कर एक सही राह पर विश करने की योजना बनाई है जिससे कि लोगों को रोजगार भी मिल सके और सही दिशा में काम करने पर अच्छी इनकम भी हो सके।
इसके लिए विशेषज्ञों की सलाह भी ली जाएगी तथा मत्स्य पालन और पशुपालन विभाग के अंतर्गत देवियों का निर्माण होगा पशुपालन की योजना से पशुपालन को प्रोत्साहन मिलेगा और सड़क में घूमने वाले आवारा पशुओं को भी संरक्षण मिलेगा प्रधानमंत्री की इस योजना का उद्देश्य यही है कि लोगों को रोजगार के अवसर मिले। जो लोग पहले से दूध का बिजनेस कर रहे हैं। वह योजना के तहत सही दिशा में बिजनेस करें और अच्छा पैसा कमाए।
नाबार्ड योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता
- योजना की लाभ लेने के लिए पात्रता की आवश्यकता पड़ेगी जो भी इस योजना से जुड़कर लाभ लेना चाहते हैं उनको ग्रामीण क्षेत्र से होना जरूरी है।
- गैर सरकारी संस्थान से होना जरूरी है
- संगठित संगठन होगा तो भी चलेगा
- योजना का लाभ देश के नागरिक को ही मिलेगा उधमी कंपनी को इस योजना का लाभ मिलेगा
- योजना के तहत इच्छुक नागरिक एक बार भी लाभ उठा सकता है
- प्रधानमंत्री कृषि योजना के तहत एक ही परिवार के 1 से ज्यादा लोगों को भी योजना का लाभ दिया जाएगा।
- किंतु योजना का लाभ लेने के लिए अलग-अलग स्थानों का चयन करना पड़ेगा एक साथ कई लोगों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
- इसके लिए अलग से डेरी का व्यापार आप को शुरू करना पड़ेगा यदि आप एक परिवार से हैं तो आपको अलग स्थान पर डेरी का काम शुरु करना होगा। डेरी स्थान की दूरी कम से कम 500 मीटर की होनी चाहिए।
कैसे करें प्रधानमंत्री नाबार्ड योजना में आवेदन
प्रधानमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना में आवेदन करने के लिए इच्छुक नागरिक को प्रधानमंत्री की योजना की ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होता है योजना ऑनलाइन तरीके से की जाएगी। इच्छुक आवेदक को आवेदन करने के लिए किसी नजदीकी बैंक शाखा या सहज जन सेवा केंद्र में जाना चाहिए। जहां पर सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर विजिट करना होता है। यह करने के बाद रजिस्ट्रेशन के फॉर्म में जो भी जानकारियां मांगी गई हैं। जो भी डॉक्यूमेंट मांगे गए हैं।
उन्हें फिलउप करके ऑनलाइन सबमिट कर देना होता है। यदि आवेदक को फॉर्म भरने का ज्ञान नहीं है तो किसी अधिकारी की मदद तथा किसी दूसरे व्यक्ति की मदद लेकर फार्म को सही-सही भर सकते है। साथ ही फार्म भरने के बाद ऑनलाइन सबमिट कर देना होता है इसके बाद मोबाइल में नोटिफिकेशन के द्वारा आपको बता दिया जाएगा कि आपका आवेदन स्वीकार हुआ है या नहीं यह जानकारी है सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट पर भी प्राप्त कर सकते हैं।
इसके लिए आपको सरकार की ऑफिशल वेबसाइट http//www.nabard.org पर जाना होता हैयह सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट है यहां पर नागरिक जाकर योजना के लिए अप्लाई भी कर सकता है तथा योजना से जुड़ी सारी जानकारियां भी प्राप्त कर सकता है। आवेदन करने के लिए आपको सी वेबसाइट पर जाना होगा ऑनलाइन और अप्लाई करने के बाद सारी चीजें पढ़ने को भी यहां मिलेगी
नाबार्ड बैंक लोन स्कीम फॉर डेयरी फार्मिंग डेयरी फार्म लोन ऑनलाइन अप्लाई मिनी डेयरी योजना नाबार्ड योजना में कितने प्रकार के ऋण उपलब्ध हैं नाबार्ड योजना मराठी डेयरी फार्म लोन ऑनलाइन अप्लाई MP डेयरी फार्म लोन ऑनलाइन अप्लाई UP प्रधानमंत्री पशुपालन योजना 2021 राजस्थान