जन्माष्टमी कब कैसे और क्यों बनाई जाती है
भारतीय संस्कृति दुनिया में सबसे अलग मानी जाती है क्योंकि भारतीय लोगों की आस्था भगवान के प्रति बहुत ज्यादा होती है इसीलिए हर साल भारत में अनेक प्रकार के त्यौहार व अलग-अलग पूजा-अर्चना होती है भारतीय लोगों की आस्था भगवान के साथ जुड़ी रहती है इसलिए जब भी किसी भी तरह की कोई परेशानी आती है तब भारतीय लोग भगवान को याद करते हैं हालांकि दूसरे देशों में भी भगवान को पूजा जाता है लेकिन जितना भारत में भगवान को पूजा जाता है उतना शायद ही किसी दूसरे देश में पूजा जाता होगा वैसे भी भारत में अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं
अलग धर्मों के लोग रहने के बावजूद भी लोग एक साथ मिलजुल कर रहते हैं और सभी धर्म के लोग एक दूसरे धर्म का आदर सत्कार करते हैं वह किसी भी तरह के त्यौहार या किसी भी तरह के दूसरे अवसर पर सभी धर्म के लोग एक साथ मिलजुल कर सेलिब्रेट करते हैं भारत में हर साल कई ऐसे बड़े त्यौहार आते हैं जो कि देश के हर एक कोने में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाते हैं उनमें दूसरे धर्मों के लोग शामिल होते हैं इसी तरह से भारत में हर साल जन्माष्टमी मनाई जाती है और यह भारत में मनाए जाने वाला एक बहुत ही बड़ा दिन होता है यह किसी त्योहार से कम नहीं होता
क्योंकि इस दिन कान्हा जी यानी कृष्ण भगवान की पूजा-अर्चना होती है इतिहास में बहुत लंबे समय से मनाया जा रहा है और आप में से बहुत सारे लोग जन्माष्टमी के बारे में जानते भी होंगी लेकिन कुछ लोगों को इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं है तो इस ब्लॉग में हम आपको जन्माष्टमी क्यों मनाई जाती है कैसे मनाई जाती है और कब मनाई जाती है इसके बारे में विस्तार से पूरी जानकारी देने वाले हैं.
जन्माष्टमी क्या होती है ?
What is Janmashtami? in Hindi – हिंदू धर्म में हर साल कई बड़े बड़े त्यौहार आते हैं जिनमें होली, दिवाली, रक्षाबंधन जैसे त्यौहार शामिल हैं जिनको बहुत ही धूमधाम से भारत के हर कोने में मनाया जाता है और इन त्योहारों के आने से कुछ दिन पहले ही इन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी जाती है इसी तरह से जन्माष्टमी का दिन भी भारत के हर एक कोने में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है क्योंकि जन्माष्टमी एक ऐसा दिन है जो कि खुशी प्रेम और हर्ष उल्लास का दिन होता है इस दिन सभी लोग एक दूसरे के साथ मिलजुल कर खुशियां बांटते है वैसे तो जन्माष्टमी हिंदू धर्म में ही मनाई जाती है लेकिन भारत में अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं इसलिए सभी लोग को मिलजुल कर मनाते हैं भारत के अलावा नेपाल भूटान जैसे देशों में भी मनाया जाता है
इसके अलावा जन्माष्टमी का दिन पाकिस्तान की भी कुछ शहरों में मनाया जाता है क्योंकि पाकिस्तान में आज भी भगवान श्री कृष्ण के मंदिर कई जगहों पर मौजूद है और वहां की हिंदू लोग इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं हालांकि पाकिस्तान में आज के समय में इतनी ज्यादा हिंदू कम्युनिटी नहीं रहती जन्माष्टमी के मौके पर मथुरा काशी वृंदावन जैसे शहर लगभग 1 महीने से पहले ही सजना सजना शुरू हो जाते हैं क्योंकि यहां नगरी भगवान श्री की क्योंकि यह सभी भगवान श्री कृष्ण की नगरी मानी जाती है और यहां के लोग भगवान श्री कृष्ण के रंग में बहुत दिनों पहले ही रंगना शुरू हो जाते हैं और जन्माष्टमी किस दिन को यहां पर बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है
जन्माष्टमी क्यों मनाई जाती है
Why is Janmashtami celebrated in Hindi – जन्माष्टमी के दिन को भगवान श्री कृष्ण की जन्मदिन के मौके पर मनाया जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण धरती पर प्रकट हुए थे वे भगवान श्री हरि विष्णु के आठवें अवतार माने जाते हैं और भगवान श्री कृष्ण सृष्टि के पालन करता भी माने जाते हैं भगवान श्री कृष्ण के अनेक नाम है जिनसे भक्तों को अलग अलग नाम से पुकारते हैं और भगवान श्री कृष्ण के धरती पर प्रकट होने के पीछे भी एक बहुत बड़ी कहानी है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री कृष्ण के मामा कंस एक बहुत ही अत्याचारी और विनाशकारी राजा था और उसने धरती पर बहुत पाप मचाया हुआ था इसलिए भगवान श्री कृष्ण को धरती के ऊपर अवतार लेना पड़ा और उन्होंने ही बाद में कंस का वध किया अगर और भगवान श्रीकृष्ण बहुत ही नटखट बालक थे
जन्माष्टमी की कुछ दिन पहले ही भगवान श्री कृष्ण के भक्त अलग-अलग तैयारियां शुरू कर देते हैं और जन्माष्टमी के मौके से पहले ही कृष्ण लीलाएं भी शुरू कर दी जाती है जिसमें अलग-अलग प्रकार की झांकियां निकाली जाती है और मथुरा वृंदावन जैसे शहर भगवान श्री कृष्ण के रंग में रंग जाते हैं और यहां पर बहुत ही दूर दूर से भगवान श्री कृष्ण के भक्त पैदल यात्रा भी निकाल कर आते हैं इसके अलावा भारत के लगभग सभी कृष्ण मंदिर सज धज कर तैयार हो जाते हैं और जन्माष्टमी के दिन यहां पर भक्तों की बहुत ही लंबी लंबी कतारें लग जाती है
भगवान कृष्ण ने जन्म क्यों लिया
Why was Lord Krishna born? in Hindi – धरती पर भगवान श्री कृष्ण के अवतार लेने के पीछे एक बहुत ही बड़ी और अलग कहानी है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण की माता देवकी ने 7 पुत्रों को जन्म दिया और जन्म के 1 दिन बाद ही देवकी के सभी पुत्रों को उसके उसका भाई कंस मार देता था क्योंकि एक बहुत ही अत्याचारी और पापी राजा था और निर्दोष लोगों को भी अपनी सजा के जरिए मार डालता था और कंस ने अपनी बहन और उसके पति वासुदेव को काल कोठरी में डाल दिया था दिन प्रतिदिन धरती के ऊपर कंस का अत्याचार बढ़ता जा रहा था और इसी अत्याचार को देखते हुए भगवान श्री कृष्ण ने धरती पर अवतार लेने की सोचते है और फिर भगवान श्री कृष्ण ने माता देवकी के आठवें पुत्र के रूप में धरती के ऊपर जन्म लिया
जब भगवान श्री कृष्ण ने धरती पर जन्म लिया तब मानो सारी सृष्टि अचानक उथल-पुथल हो चुकी थी क्योंकि हर जगह पर तेज आंधी तूफान और खतरनाक वर्षा हो रही थी लेकिन माता देवकी को लगता है कि उसका भाई कंस उसको भी मार देगा क्योंकि कंस एक बहुत ही पापी और अत्याचारी राजा था इसलिए माता देवकी वासुदेव से कहती है कि वह इस पुत्र को अपने दोस्त नंद गोप के पास ले जाए फिर वासुदेव भगवान श्री कृष्ण को टोकरी रखकर यमुना नदी को पार करते हुए अपने अपने दोस्त के पास ले जाते हैं और फिर वहां पर माता यशोदा भगवान श्री कृष्ण का पालन पोषण करती है इसीलिए भगवान श्री कृष्ण को दो माताओं का पुत्र भी कहा जाता है फिर बाद में भगवान श्री कृष्ण अपने मामा कंस का वध करके अपनी प्रजा को अत्याचारों और निर्दोष सजाओ से मुक्ति दिलाते हैं
जन्माष्टमी कैसे मनाई जाती है
How is Janmashtami celebrated? in Hindi – भारत के सभी कोनो में जन्माष्टमी के दिन को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है और भारत के ज्यादातर कृष्ण मंदिरों में इस दिन मेले लगते हैं वह बहुत ही धूमधाम से अलग-अलग प्रकार के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है लेकिन जन्माष्टमी की 8 दिन पहले की कृष्ण लीला शुरू कर दी जाती है जिसमें भगवान श्री कृष्ण के जन्म से लेकर उनकी सभी प्रकार की लीलाओं की झांकियां निकाली जाती है जिसमें छोटे बच्चे भाग लेते हैं और फिर जैसे ही भगवान श्री कृष्ण के जन्म का दिन आता है तब सभी भक्तों अलग-अलग प्रकार के लोक नृत्य करते हैं वह गीत संगीत भी गाते हैं और भगवान श्री कृष्ण के रंग में रंग कर नाचने लगते हैं
जन्माष्टमी के मौके पर बहुत सारे बच्चे बूढ़े जवान वे महिलाएं व्रत भी रखती है जन्माष्टमी के मौके पर मंदिरों में लंबी-लंबी कतारें लग जाती है इस दिन सभी लोग आपस में एक दूसरे को गले मिलकर बधाई देते हुए वह कई जगह पर अलग-अलग नदियों में स्नान किया जाता है जन्माष्टमी के मौके पर कई जगह पर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिसमें दही हांडी कार्यक्रम एक बहुत ही दिलचस्प कार्यक्रम माना जाता है और इस कार्यक्रम में सभी छोटे बच्चे भगवान श्री कृष्ण की भैंस में उनके तरीके से ही मटकी से माखन चुरा कर खाते हैं इस दिन सभी लोग अपने अपने घरों में भी भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना करते हैं और उनसे अपने सुखी में जीवन की कामना करते हैं बहुत सारे लोग भगवान श्री कृष्ण से अलग अलग मनोकामनाएं मांगते हैं
जन्माष्टमी कब मनाई जाती है
When is Janmashtami celebrated in Hindi – हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले सभी विशेष दिन व त्योहार भारतीय कैलेंडर के अनुसार ही मनाए जाते हैं इसी तरह की कृष्ण जन्माष्टमी भी भारतीय कैलेंडर के अनुसार ही मनाई जाती है भारतीय कैलेंडर के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी भद्रपद माह के कृष्ण पक्ष के आंठवे दिन मनाई जाती है और हर साल इसी आठवें दिन मनाया जाता है इसलिए इसे जन्माष्टमी कहा जाता है हालांकि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस दिन की तारीख आगे पीछे होती रहती है.