भारत की हैरान कर देने वाली चमत्कारी घटनाएं

भारत की हैरान कर देने वाली चमत्कारी घटनाएं

हमने आपको पहले बहुत ही अच्छी जानकारी दी है जिसका इस्तेमाल करके आप पैसे कमा सकते हैं अपनी दिक्कत को ठीक कर सकते हैं या अपने किसी भी तरह के काम को आप आसानी से कर सकते हैं या आप किसी तरह से उन तरीकों से पैसा कमा सकते हैं लेकिन हम आपको जानकारी दें जो कि आपके लिए सोचने पर मजबूर कर देगी  हम आपको आज कुछ ऐसी जानकारी दे रहे हैं जो कि आपके लिए एक हैरान कर देने वाली जानकारी है हम आपको इस पोस्ट में भारत के कुछ ऐसे चमत्कारों के बारे में बतायेगे जो कि साइंस को भी पीछे छोड़ देती है और इसके आगे साइंस भी झुक जाता है आपने यह बात तो माननी होगी कि साइंस जो बोलता है वह सत्य होती है अगर साइंस ने किसी बात को झूठा साबित कर दिया तो वह बात बिल्कुल झूठी होती है लेकिन कुछ बातें ऐसी होती है जो कि साइंस के भी समझ से परे होती है हम आपको आज इस पोस्ट में भारत के कुछ ऐसे चमत्कारों के बारे में बताएंगे जोकि बहुत ही बड़े और सोचने वाले चमत्कार हैं इसके आगे साइंस भी चुका है और साइंस भी इस घटना को सत्य मानता है.

वैसे तो साइंस में बहुत सी चीजों को झूठा साबित कर दिया है लेकिन यह चीजें झूठी भी नहीं है और साइंस इसको सत्य भी नहीं मान सकता क्योंकि यह चीजें है ही कुछ चमत्कार अगर आप इन चीजों को देखोगे तो बिल्कुल आपको सत्य लगेगी और वास्तव में यह चीजें बिल्कुल सत्य है तो नीचे हम आपको भारत के कुछ ऐसे चमत्कारों के बारे में बता रहे हैं आपके लिए जानना बहुत ही जरूरी है हमारी पोस्ट को ध्यान से पढ़ें.

भारत के हैरान कर देने वाले चमत्कार

हमारे देश में ऐसी बहुत सी घटनाएं घटी है जो कि आज भी साइंस को चुनौती दे रही है और साइंस के पास उसका कोई जवाब नहीं है और इन घटनाओं के साक्षात्कार खुद महात्मा गांधी भी रह चुके हैं.

 1.प्रहलाद जानी की

सबसे पहले हम बात करेंगे प्रहलाद जानी की पहलाद जानी को आप दुनिया का आठवां अजूबा भी कह सकते हैं क्योंकि प्रहलाद जानी एक ऐसे इंसान हैं जिन्होंने कि पिछले 72 सालों से अन्न का एक टुकड़ा भी नहीं खाया है और भी पिछले 72 सालों से बिना कुछ खाए पिए जीवित है और प्रहलाद जानी की 87 वर्ष की आयु है और प्रहलाद जानी के इस दावे की जांच करने के लिए 35 डॉक्टरों के रिसर्चर की एक टीम ने हॉस्पिटल के सीसीटीवी कैमरे लगे हुए कमरे के अंदर बंद किया था और लेकिन फिर भी उनके शरीर में कोई भी बदलाव नहीं आया जी बिल्कुल स्वस्थ और बिल्कुल नॉर्मल बने रहे और उनके शरीर में ना ही किसी तरह के रोग की समस्या आई

विज्ञान के अनुसार अगर हम बात करें तो कोई भी इंसान 7 दिन से ज्यादा पानी पिए बिना नहीं रह सकता लेकिन 87 वर्षीय पहलाद जानी विज्ञान के को पिछले 72 सालों से विज्ञान को चुनौती देते आ रहे हैं और ना ही प्रहलाद जानी को किसी तरह का रोग है वह बिल्कुल निरोगी और स्वस्थ हष्ट पुष्ट आदमी हैं तो अगर हम बात करें प्रहलाद जानी के भूखे रहने वाले रहस्य की तो हमें कभी भी हमें भुखमरी  जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा और पृथ्वी के कठिन से कठिन हम इसके ऊपर जीवित रह पाएंगे और प्रहलाद जानी साइंस के सभी चीजों को हैरान कर दिया है अपनी 72 साल से बिना कुछ खाए पिए जीवित रहने वाली बात के कारण और यह बात बिल्कुल सत्य है इसकी डॉक्टरों ने जांच भी की है .

2. बुलेट बाबा

हम बात करते हैं बुलेट बाबा की बुलेट बाबा का नाम ओम बन्ना भी है 1987 में ओम बन्ना राजस्थान का एक आदमी था जो की अपने ससुराल से घर की ओर जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही उनकी एक पेड़ से टकरा जाने के बाद मृत्यु होगी और मृत्यु हो जाने के बाद स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और उनकी बुलेट बाइक को अपने थाने में ले गए लेकिन फिर वह बुलेट जब पुलिस थाने में लेकर गई तो वहां पर खड़ा कर दिया गया लेकिन अगले ही दिन वह बुलेट बाइक पुलिसकर्मियों को थाने के अंदर नहीं मिली क्योंकि वह Bullet बिना ही सवारी और अपने आप चल कर ठीक उसी स्थान के ऊपर चली गई जहां पर ओम बन्ना की मौत हुई थी लेकिन पुलिस फिर से उस बुलेट को थाने के अंदर ले कर गई लेकिन अगले ही दिन फिर से बुलेट वहां पर नहीं मिली और फिर पुलिस दोबारा से आई और दोबारा से पुलिस ने देखा तो वहीं पर यह बाइक मिली जहां पर ओम बन्ना की मृत्यु हुई थी.

लेकिन पुलिस ने एक बार फिर से उस बुलेट बाइक को थाने में ले गई और वहां उसने लोहे की चेन से उस बाइक को बांध दिया चेन से बांधने के बाद भी वह बुलेट बाइक वहां पर नहीं रही और अपने आप ही फिर से चलकर ओम बन्ना की मृत्यु स्थल पर आकर खड़ी हो गई और यह कोई अकेले में चलकर नहीं आई थी  है वह बुलेट बाइक सबके सामने अपने आप चल कर बनना बाबा की मृत्यु किस स्थान पर आई कई बार ऐसी घटना होने पर देख कर ग्रामीणों ने और पुलिसकर्मियों ने यह चमत्कार बताते हुए उस बाइक को उसके मालिक के पास ही छोड़ दिया और आज भी वह बुलेट बाइक वहां पर मौजूद है वहां पर कोई भी दुर्घटना नहीं हुई है हालांकि दुर्घटना फिर भी राजस्थान की सबसे बड़ी दुर्घटना के क्षेत्र में आती है लेकिन फिर भी यहां पर कोई भी दुर्घटना नहीं हुई लेकिन अब इस बुलेट को भगवान का रूप मानते हैं और इसकी पूजा करते हैं और इसकी पूजा करने के लिए लोग दूर दूर से इस के दर्शन करने के लिए आते हैं देखने में तो यह घटना बिल्कुल फिल्म जैसी लगती है लेकिन यह घटना सत्य है.

3. पिछले जन्म याद

अब हम बात करते हैं एक ऐसी लड़की की जो कि अपने पिछले जन्म को याद करके सब चीजें बताती थी उसका नाम शांति देवी है  शांति देवी जब 4 साल की थी तभी से उनको पिछले जन्म की जन्म की बातें यादें परेशान करने लगी दिल्ली में रहने वाली शांति देवी अपने माता-पिता से कहती थी कि उनका घर मथुरा में है और उनके पति वहां पर उनके इंतजार कर रहे हैं लेकिन जब घर वालों ने उनकी इस बात को नजरअंदाज कर दिया तो शांतिदेवी महज 6 साल की उम्र में ही घर से मथुरा जाने के लिए भाग निकले जब उनको स्कूल में दाखिला दिलाया गया तब वह भी वह सभी छात्रों को और स्कूल के अध्यापकों को यही बात बताती थी की वह शादीशुदा है और उनकी शादी मथुरा में किसी केदारनाथ के साथ हुई थी

और उनकी मृत्यु बच्चे को जन्म देने के 10 दिन बाद हो गई थी जब उनके स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से और उसके अध्यापकों से बात की गई और सभी यह कहते थे कि वह मथुरा की क्षेत्रीय भाषा में बातें करती है और बार-बार अपने पिछले जन्म के प्रति केदारनाथ की बातें करती हैं और फिर स्कूल के हेडमास्टर ने इस घटना को ज्यादा दिलचस्पी से लेते हुए उन्होंने मथुरा में रहने वाले केदारनाथ के परिवार को ढूंढ निकाला जिनकी पत्नी की मौत बच्चे के जन्म देने के महज 10 दिन बाद ही हो गई थी उसके बाद केदारनाथ और उनके बेटे को दिल्ली बुलाया गया शांति देवी के सामने होने अलग अलग नाम से पेश किया गया लेकिन शांति देवी ने उन्हें देखते ही पहचान लिया की लुगदी देवी का परीवार है और उसके बाद शांति देवी ने अपने परिवार की बहुत सारी घटनाओं के बारे में बताया जिससे केदारनाथ को यह विश्वास हो गया.

कि वह उसकी पत्नी है इस घटना ने विज्ञान जगत के अंदर बहुत से प्रश्न खड़े कर दिए महात्मा गांधी की जांच करने के लिए एक जांच टीम का गठन किया उन्हें उन्हें उन्होंने इस मसले के ऊपर पूरी तरह से जांच करने के आदेश दिए उसके बाद जांच टीम के साथ शांति देवी को मथुरा ले जाया गया जहां पर शांति देवी सभी को पहचानती थी वह केदारनाथ और सभी परिवार वालों को और घर आदि सभी चीजों को बिल्कुल अच्छी तरह से पहचानती थी और  अंत में जांच करने वालों ने यही निष्कर्ष निकाला की शांति देवी ने लुगदी देवी के रूप में दूसरा जन्म लिया है  इस घटना ने विज्ञान जगत के अंदर बहुत से प्रश्न खड़े कर दिए.

तो हमने आपको आज इस पोस्ट में एक हैरान कर देने वाली जानकारी दी है जिसे पढ़कर आप भी शायद सोचने पर मजबूर हो जायेंगे झूमने आपको इस पोस्ट में भारत के कुछ ऐसे चमत्कार के बारे में बताया जिन्होंने कि साइंस के सामने बहुत ही बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं और उन प्रश्न के उत्तर साइंस के पास अभी तक नहीं है और साइंस को भी इस पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया है तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आए तो शेयर करना ना भूलें और यदि आपका इसके बारे में कोई  सवाल या सुझाव हो तो हमें नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं.

3 Comments

  • Ye sb andhvishwas hain
    Main punarjanm me nhi mantaa

    Maine hindu dharm bhi chor diya kyunki iske bahut sare sawal ka mujhe uttar nhi mila
    Main patthar ko nhi puj skta

  • Ye sb andhvishwas hain
    Main punarjanm me nhi mantaa

    Maine hindu dharm bhi chor diya kyunki iske bahut sare sawal ka mujhe uttar nhi mila
    Main patthar ko nhi puj skta

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