गणेश चतुर्थी कब कैसे और क्यों मनाई जाती है
अगर हिंदू कैलेंडर को उठाकर देखा जाए तो उसमें आपको बहुत सारे त्यौहार देखने को मिलेंगे क्योंकि हिंदू धर्म एक ऐसा धर्म है जिसमें सबसे ज्यादा त्योहारों व खुशी के अवसरों को मनाया जाता है और इसके साथ ही बहुत सारे ऐसे अवसर भी आते हैं जिनमें हिंदू धर्म के लोग मंदिरों में जाकर पूजा करते हैं वह भगवान के दर्शन करते हैं आप एक बार हिंदू कैलेंडर को उठाकर देखें तो पूरा कैलेंडर हिंदू त्यौहार वह देवी देवताओं के दिनों से भरा हुआ है.
इन सभी त्योहारों को हिंदू धर्म में बहुत ही धूमधाम और खुशी के साथ मनाया जाता है आपमें से भी बहुत सारे लोग ऐसे होंगे जो कि इन त्योहारों को मनाते हैं लेकिन इन त्योहारों के साथ ही भगवान की भी पूजा करते हैं और यह हमें हमारे पूर्वजों से मिली है क्योंकि भारत एक बहुत ही प्राचीन देश हैं और भारत में सबसे ज्यादा लोग भगवान के ऊपर विश्वास करते हैं हमारे देश के लोगों का मानना है.
अगर सच्चे मन से भगवान से प्रार्थना की जाए और भक्ति की जाए तो भगवान हमेशा भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं इसी तरह से भक्त भगवान के लिए व्रत वगैरह भी रखते हैं आप में से बहुत सारे लोग भगवान से शंकर भगवान कृष्ण भगवान हनुमान व श्री राम के भक्त होंगे लेकिन हमारे देश में इन सभी देवताओं के साथ भगवान गणेश को भी धूमधाम से पूजा जाता है. हिंदू धर्म में भगवान गणेश महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं.
किसी भी प्रकार की पूजा-अर्चना या शुभ काम को शुरू करने से पहले भगवान गणेश की पूजा जरूर की जाती है आप सभी को पता हो कि हमारे देश में गणेश चतुर्थी भी मनाई जाती है लेकिन आप में से बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो कि गणेश चतुर्थी के बारे में इतना ज्यादा विस्तार से नहीं जानते तो इस ब्लॉग में हम आपको गणेश चतुर्थी कब कैसे और क्यों मनाई जाती है इसके बारे में विस्तार से बताने वाले हैं.
गणेश चतुर्थी
भारत में हर साल बहुत सारे त्योहारों को मनाया जाता है उनसे भी त्योहारों के मौके पर हम भगवान की पूजा जरूर करते हैं इसके अलावा भी हमारे देश में पूजे जाने वाले सभी देवी देवताओं का एक विशेष दिन शुरू होता है उसी दिन हम उन देवी देवताओं की पूजा करते हैं और सभी देवता और सभी देवी देवताओं का एक अलग अलग होता है जिस तरह से मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा की जाती है.
उसी तरह से सभी देवताओं की अलग-अलग दिन पूजा की जाती है लेकिन हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है कि किसी भी शुभ कार्य को आरंभ करने से पहले भगवान गणेश की पूजा जरूर की जाती है क्योंकि भगवान गणेश एक बहुत ही पवित्र भगवान माने जाते हैं भगवान गणेश का हिंदू धर्म में एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है भगवान गणेश को बहुत सारे अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है.
लेकिन मुख्य रूप से गणेश या विनायक महाराज के रूप में ही जाना जाता है और जब भी किसी पूजा अर्चना की शुरुआत होती है.तब सबसे पहले भगवान गणेश की आरती जरूर की जाती है और भगवान गणेश को रिद्धि सिद्धि और बुद्धि का देवता माना जाता है भगवान गणेश को हमारे देश के हर कोने में पूजा जाता है लेकिन महाराष्ट्र राज्य में भगवान गणेश को एक अलग ही दर्जा प्राप्त है.
महाराष्ट्र के लोग भगवान गणेश को बहुत ही धूमधाम से पूजते हैं और गणेश चतुर्थी के मौके पर महाराष्ट्र के हर एक घर में भगवान गणेश की पूजा की जाती है गणेश चतुर्थी आने से बहुत समय पहले ही इस पर्व को मनाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी जाती है और गणेश चतुर्थी को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है गणेश चतुर्थी के मौके पर महाराष्ट्र के लगभग सभी क्षेत्रों में भगवान गणेश से संबंधित अलग-अलग कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है.
भगवान गणेश माता पार्वती और भगवान शिव शंकर के पुत्र हैं लेकिन जब भी भगवान गणेश की मूर्ति को घर में लाया जाता है तब इन सभी चीजों का एक शुभ मुहूर्त होता है उसके बाद ही मूर्ति को घर में लाया जाता है और शुभ मुहूर्त के मौके पर ही भगवान गणेश की मूर्ति को पानी में विसर्जित किया जाता है.
गणेश चतुर्थी कैसे मनाई जाती है
जिस तरह से हमारे देश में रामनवमी और कृष्ण अष्टमी मनाई जाती है उसी तरह से गणेश चतुर्थी भी एक धूमधाम से मनाया जाने वाला पर्व है गणेश चतुर्थी को भगवान गणेश के जन्म दिवस के मौके पर मनाया जाता है क्योंकि चतुर्थी के दिन भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था इसीलिए भगवान गणेश के सभी भक्त उनके जन्मदिवस को धूमधाम से मनाते हैं इस मौके पर सभी लोग अपने घरों में 10 दिन पहले भगवान गणेश की एक छोटी, बड़ी मूर्ति लाते हैं.
फिर उस मूर्ति को अलग अलग तरीके से सजाते हैं सभी गणेश भक्तों हर रोज सुबह स्नान करके लाल कपड़े पहनकर गणेश जी की पूजा करते हैं 10 दिन तक गणेश जी की पूजा करने के बाद 11 दिन रवि रीति-रिवाजों के साथ भगवान गणेश की मूर्ति को पूजा के साथ पानी में विसर्जित कर दिया जाता है ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश की मूर्ति को पूजने के बाद पानी में विसर्जित करने से भगवान गणेश बहुत खुश होते हैं.
इसके अलावा इन सभी 10 दिनों तक भगवान गणेश से जुड़े हुए भजन कीर्तन व कार्यक्रमों का आयोजन होता है.इस मौके पर बहुत सारे लोग अलग-अलग भंडारे भी करवाते हैं शाम के समय में भगवान गणेश की आरती के दौरान लड्डू का प्रसाद चढ़ाया जाता है क्योंकि भगवान गणेश लड्डू को बहुत ही चाव से खाते थे और गणेश चतुर्थी के मौके पर दूर-दूर से लोग भगवान गणेश के मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना करते हुए भगवान गणेश के दर्शन भी करते हैं.
गणेश चतुर्थी के मौके पर महाराष्ट्र जैसे राज्यों के लगभग सभी क्षेत्रों में सभी गणेश मंदिरों व शिव शंकर के मंदिरों को सजाया जाता है इस दिन सभी मंदिरों में बहुत ज्यादा भीड़ देखी जाती है गणेश चतुर्थी के मौके पर बहुत सारे भक्त व्रत भी रखते हैं और भगवान गणेश से अपनी मनोकामना पूरी करने की चाहत करते हैं.
सच्चे मन से भगवान गणेश की आरती करने पर भगवान गणेश अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करते और वह उनकी मनोकामना हमेशा पूरी करते हैं लेकिन जब भी भगवान गणेश की मूर्ति को घर में लाया जाता है तब इन सभी चीजों का एक शुभ मुहूर्त होता है उसके बाद ही मूर्ति को घर में लाया जाता है और शुभ मुहूर्त के मौके पर ही भगवान गणेश की मूर्ति को पानी में विसर्जित किया जाता है.
गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है
भारत एक बहुत ही देवी-देवताओं भारत एक ऐसा देश है जहां पर अलग-अलग देवी-देवताओं को पूजा जाता है इसी तरह से भगवान गणेश को भी हमारे देश में धूमधाम से पूजा जाता है और इसीलिए गणेश चतुर्थी मनाई जाती है गणेश चतुर्थी के मौके पर सभी गणेश भक्तों भगवान गणेश की पूजा करते हैं.
वह रीति-रिवाजों के साथ उनकी मूर्तियों को पानी में विसर्जित करते हैं और ऐसा करने पर भगवान गणेश अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं इसीलिए सभी लोग अपने अपने मनोकामना पूर्ण करने के लिए भगवान गणेश की पूजा करते हैं और गणेश चतुर्थी के पर्व को भारत में बहुत ही प्राचीन समय से मनाया जा रहा है.
गणेश चतुर्थी कब मनाई जाती है
जैसे कि आप गणेश चतुर्थी के नाम से ही समझ सकते हैं कि यह पर्व भारतीय कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है गणेश चतुर्थी के पर्व को भारतीय कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष चतुर्थी को मनाया जाता है यह पर्व मुख्य रूप से अगस्त और सितंबर के बीच आता है यह पर्व में हिंदू धर्म के लोग बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं और यह पर्व लगभग 11 दिनों तक चलने वाला पर्व है भगवान गणेश की मूर्ति के विसर्जन के साथ यह पर्व समाप्त हो जाता है.
F&Q
Q. गणेश चतुर्थी कब मनाई जाती है ?
Ans. हर साल भाद्रपद मास की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी कब मनाई जाती है
Q. गणेश उत्सव भारत के मुख़्यत किन राज्यों में मनाया जाता है ?
Ans. महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक
Q. गणेश चतुर्थी का पर्व भारत के अलावा किन किन देशों में मनाया जाता है
Ans.नेपाल भूटान पाकिस्तान थाईलैंड इंडोनेशिया
Q. गणेश चतुर्थी का पर्व कितने दिन तक चलता है
Ans. 11 दिनों तक
Q. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार गणेश चतुर्थी का पर्व किस महीने में आता है
Ans. अगस्त 4 सितंबर के बीच
Q. 1893 में बाल गंगाधर तिलक द्वारा गणेश उत्सव का आरम्भ क्यों किया गया?
Ans. अंग्रजो के विरुद्ध एक जुट करने के लिए एक बड़े पैमाने पर इस उत्सव का आयोजन किया गया.
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