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गठिया क्या है इसके प्रकार कारण लक्षण और इलाज

गठिया क्या है इसके प्रकार कारण लक्षण और इलाज

गठिया को arthritis व संधि शोध के नाम से जान जाता है गठिया पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होता है और उन महिलाओं को ज्यादा होता है जिनका वजन कद के अनुसार ज्यादा होता है जिसे मोटापा ज्यादा होता है उनको घटिया ज्यादा तंग करता है वैसे तो गठिया दो प्रकार का होता है लेकिन इसी दो प्रकार के गठिया को लोग 100 प्रकार का गठिया बना देते हैं

गठिया के मुख्य लक्ष्ण Main symptoms of arthritis in Hindi –

1. गठिया के रोगी को शरीर के किसी भी एक जोड़ में दर्द होता है, सूजन होती है, अकड़ आहट होती है और कई रोगियों को शरीर के .जितने भी जोड़ होते हैं उन सभी में दर्द होता है, अकड़ आहट होती है, सूजन होती है,गर्मी होती है और लाली पन होती है.
2. गठिया के कई रोगियों को बुखार हो जाता है और चलने फिरने में कमजोर हो जाते हैं.
3. गठिया के बहुत से रोगियों को जोड़ों में गांठे बन जाती है इस कारण जोड़ टेढ़े हो जाते हैं.
4. गठिया के रोगी को सुबह और शाम को दर्द ज्यादा होता है क्योंकि सुबह और शाम को बाय का प्रकोप ज्यादा रहता है.
5. ठंड के समय में गठिया वाले रोगी को दर्द ज्यादा होता है,सूजन होती है जिसके कारण से रोगी चलने फिरने में कमजोर हो जाते हैं.

गठिया दो प्रकार का होता है –
1. osteoarthritis/ऑस्टि संधि शोध
2. rheumatoid arthritis/आमवात

1. Osteoarthritis/ऑस्टि संधि शोध क्यों होता है

Why is osteoarthritis research done? in Hindi – जब हमारे शरीर में किसी जोड़ पर चोट लग जाती है. तो चोट लगने के कारण हमारे जोड़ों में हड्डियों में विटामिंस,फास्फोरस, कैल्शियम,आदि कम हो जाते हैं जिनकी वजह से हमारे जोड़ कमजोर हो जाते हैं उनके अंदर सूजन हो जाती है और फिर धीरे-धीरे दर्द होने लगता है और हड्डियां भूरने लगती है.

जिसके कारण osteoarthritis/ऑस्टि संधि शोध हो जाता है osteoarthritis/ऑस्टि संधि शोध उम्र के हिसाब से तो होता ही है. लेकिन आज के समय में कम उम्र के लोगों में भी यह बीमारी पाई जाती है .पहले तो यह 60 साल से बाद होता था लेकिन आज के समय में 20 साल से या 20 साल से कम उम्र के बच्चों में भी होने लगता है.

2. Rheumatoid arthritis/आमवात क्यों होता है

Why does rheumatism occur? in Hindi – हमारे जोड़ों को नरम उत्तक बांधे रखते हैं और हमारे जोड़ों के अंदर एक फ्लूइड होता है जिसे लुब्रिकेंट भी कहा जाता है जिससे चिकनाहट बनी रहती है और कई कारण से जैसे बुखार के कारण या कोई और बीमारी के कारण हमारी रोग प्रतिरक्षा प्रणाली में गड़बड़ी आ आती है.

जिसके कारण हमारी रोग प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे जोड़ों पर हमला कर देते हैं जिसकी वजह से उत्तक कमजोर हो जाते हैं. और जोड़ो के अंदर जो फ्लूइड होता है वह कम हो जाता है/सुख जाता है जिसकी वजह से जोड़ों में सूजन आ जाती है और चलने फिरने उठने बैठने में दिक्कत आने लगती है जिसके कारण rheumatoid arthritis/आमवात हो जाता है.

गठिया के कारण Due to arthritis in Hindi –

1. गठिया का हमारी रहन-सहन खान-पान से बहुत ज्यादा मेलजोल है गठिया चाहे किसी भी प्रकार का हो इसे वात प्रधान रोग माना जाता है हमारे शरीर में तीन रोग माने जाते है वात, पीत, कफ लोगों को इन तीन रोगों की वजह से ही दिक्कत होती है

लेकिन जो जोड़ों में दर्द होता है इसमें वात प्रधान मात्रा में होता है जब हमारा खान-पान रहन-सहन गलत होता है तो इसमें वात की समस्या बढ़ जाती है और यह हमारी हड्डियों को जोड़ों को और नसों को कमजोर कर देता है और अंन्दर जो फ्लूइड होता है उसे सुखा देता है जिसकी वजय से जोड़ों में सूजन आ जाती है और गठिया की समस्या हो जाती है.

2. जो शरीर गर्म सर्द हो जाता है जैसे कि कोई खेल कर आ रहा है या किसी भी प्रकार से शरीर बहुत गर्म है और उसी समय यदि हम ठन्डे पानी से नहा लेते है या ठंडा पानी पी लेते है तो इससे शरीर के जोड़ो में हड्डियों में कमजोरी आ जाती है और सूजन हो जाती है जिसके कारण गटिया हो जाता है.

3. कई बार हमारे शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है जिसकी वजह से जोड़ों में सूजन आ जाती है इसकी वजह से भी गटिया हो जाता है.

4. अनुवांशिकता के कारण भी गटिया की समस्या हो जाती है जैसे की मान लीजिए आप में गठिया की बीमारी है तो आपकी यह बीमारी आपके बच्चो में और फिर उनके बच्चो में और फिर उनके बच्चो में इस तरह यह बीमारी पीढ़ी दर पीढ़ी चलती रहती है

5. कई बार किसी को चोट लगने पर या जीवाणु या विषाणु के संक्रमण के कारण भी घटिया हो सकता है.

6. autoimmune disease के कारण या रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रणाली में गड़बड़ी आ जाती है और यह उत्तको को खराब करने लग जाती है जिसकी वजह से भी जोड़ों में सूजन हो जाती है और गटिया हो जाता है.

गठिया को खत्म करने के उपाय

Ways to eliminate arthritis in Hindi – इस पोस्ट में आपको घटिया ठीक करने के कुछ बहुत ही आसान उपाय बताए गए हैं जिनके द्वारा आप अपने गठिया रोग को ठीक कर सकते हैं चाहे कितना भी पुराना घटिया हो

अब से ठीक कर सकते हैं लेकिन यह उपचार आप डॉक्टर की सलाह लेकर करें ताकि आपको किसी प्रकार की कोई और दिक्कत ना हो और यह उपचार करते समय आपको खाने पीने का विशेष ध्यान रखना होगा.

घरेलु उपचार Home remedies

1. 1 इंच का टुकड़ा अदरक का ले और 1 इंच का टुकड़ा कच्ची हल्दी का ले और 2 कलि लहसुन की लेले और इन सब को अच्छे से कूट के 1 कप पानी में अच्छे से पकाए और जब आधा कप पानी बाच जाए

तब उस पानी को छानकर सुबह दोपहर और शाम के समय खाना खाने के बाद उसका सेवन करें और इसमें आप हल्का सा नमक भी डाल सकते हैं और यदि आप मीठा डालना चाहते है तो हलका सा सहद डाल सकते है इसका इस्तेमाल करने से किसी भी प्रकार का घटिया हो वह जड़ से खत्म हो जाता है

2. पूरी डंडी समेत 10 ग्राम लाल मिर्च लेले, 10 ग्राम लहसुन की कलियाँ लेले, 10 ग्राम अदरक लेले, 10 ग्राम कच्ची हल्दी लेले, 10 ग्राम अजवाइन लेले और यह सभी चीजें मिलाकर कुल 50 ग्राम हो जाती है और 200 ग्राम तिलों का सफेद तेल लेकर उसमे इन सभी को अच्छे से गर्म करना है

और जब यह 200 ग्राम तेल 100 ग्राम हो जाए तब इसे छानकर एक डिब्बी में डालकर रख लीजिए और इस तेल से आपको सुबह शाम मालिश करनी है और मालिश करने के बाद आप उसके ऊपर गरम पट्टी लपेट लीजिए और इस को 15 से 20 मिनट ऐसे ही लपेटे रखें और 15 से 20 मिनट के बाद आप इसे खोल सकते हैं और इसे खोलने के बाद आप कूलर, AC कहीं पर भी बैठ सकते हैं.

आयुर्वेदिक औषधियों

1. आयुर्वेदिक औषधियों में गोंद कुंदरू आती है तो आप 50 ग्राम गोंद कुंदरू लेले और शुद्ध गूगल लेले और इन दोनों को आप बराबर मात्रा में मिलाकर अच्छी तरह से पीसकर इसका पाउडर बना लें और सुबह श्याम एक – एक चम्मच गर्म दूध के साथ ले इससे किसी भी प्रकार का गठिया हो धीरे धीरे चला जाता है.

2. दो या तीन गिलास पानी ले उस पानी में आप 10 ग्राम फिटकरी डालें 10 ग्राम नमक डाल कर अच्छे से उबाल ले और उबलने के बाद उस पानी में कपड़ा डालकर जहां पर आपको सूजन है जकड़न है वहां पर आप इससे सेक सकते हैं और इस तरह सेकने से आपका गठिया खत्म हो जाएगा.

रेडीमेंट औषधि

1. महायोगराज गुग्गुलु गोलियां आती है तो हर रोज आपको सुबह शाम खाना खाने के बाद इनमें से दो गोली को गर्म पानी के साथ लेना है जो लोग गोली खाना नहीं जाते उनके लिए पीने वाली दवाई है महारास्नादि काढ़ा इसके 3 से 6 चम्मच आपको आधा कप गर्म पानी में मिलाकर खाना खाने के बाद इसका इस्तेमाल करना है.

2. मालिश करने के लिए तेल तो मालिश करने वाले तेल में दो तेल हम आपको बता रहे हैं 1. महानारायण तेल 2. महाविषगर्भ तेल और इन दोनों तेल को आप आपस में बराबर – बराबर मिलाले और गर्म पानी से आप नहाले नहाने के बाद इस से मालिश करें.

गठिया में क्या नहीं खाना चाहिए

  • आपको फ्रिज का पानी फ्रिज का खाना आदि को बिल्कुल भी नहीं इस्तेमाल करना है.
  • आइसक्रीम, कोल्डड्रिंक, राजमा, चावल, सफेद छोले, उड़द की दाल, मटर, गोबी, इन सभी का इस्तेमाल करना आप कम कर दें और आलू को भी आप कम ही खाएं.
  • जो लोग मांस खाते हैं मीट खाते हैं वह भी बंद कर दें और यदि आप शराब पीते हैं तो शराब भी आप बंद कर दें.
  • ना ही आप ज्यादा मीठा खाए ना ही आप ज्यादा नमकीन खाए और ज्यादा घी या तला हुआ भोजन खाने से परहेज करें.
  • आपको खट्टी दही, खट्टी लस्सी और मक्खी का भी परहेज करना है.

गठिया में क्या खाना चाहिए

  • अखरोट भिगोकर खाना आपके लिए फायदेमंद है.
  • मेथी भिगोकर खाना फायदेमंद है .
  • मेथी का सूप पीना फायदेमंद है.
  • अदरक और लहसुन का इस्तेमाल भी फायदेमंद है.
  • अजवाइन का इस्तेमाल करना भी आपके लिए फायदेमंद है.
  • हल्दी वाला दूध इस बीमारी के लिए फायदेमंद है
  • शहद का इस्तेमाल करना फायदेमंद है.
  • किशमिश भिगोकर खाना फायदेमंद है
  • आंवले का जूस पीना फायदेमंद है
  • यदि आप मांसाहारी हैं तो मछली का इस्तेमाल करना फायदेमंद है.
  • 4. एलोवेरा का रस पीना फायदेमंद है असगंध खाना फायदेमंद है.
  • आज अश्वगन्धा को लाकर इसका पाउडर बनाकर सुबह-शाम गर्म दूध के साथ एक-एक चम्मच लेना फायदेमंद है.
  • 5. तुलसी खाना फायदेमंद है.
  • अंगूर खाना फायदेमंद है.
  • गर्म पानी से नहाना और गर्म पानी पीना फायदेमंद है.
  • मूंग का इस्तेमाल करना फायदेमंद है.

इस पोस्ट में आपको गठिया के यौगिक उपचार गठिया के प्रकार गठिया के कारण लक्षण एवं यौगिक उपचार का वर्णन कीजिए गठिया को जड़ से खत्म करने के उपाय गठिया कारण लक्षण और यौगिक उपचार गठिया कितने प्रकार का होता हैं गठिया के लिए योग गठिया का अचूक इलाज से संबधित जानकारी दी गयी है .

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