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ओमेगा 3 फैटी एसिड क्या है इसके फायदे और नुकसान

ओमेगा 3 फैटी एसिड क्या है इसके फायदे और नुकसान

आज आपके लिए हम एक और स्वास्थ्य से जुड़ी महत्वपूर्ण और फायदेमंद जानकारी आपके लिए लेकर आए हैं. इससे पहले पोस्ट में हमने आपको हिमालया गोक्षुरा और अश्वगंधा के बारे में कुछ जानकारी बताई थी. जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित होती है.

तो आज हम आपको इस पोस्ट में ओमेगा 3 फैटी एसिड के बारे में जानकारी देंगे. जिससे आपको ओमेगा-3 फैटी एसिड को समझने में बहुत मदद मिलेगी और यह एक बहुत ही लाभकारी तत्व है. और आप ही लाभकारी तत्वों का अपनी लाइफ में अच्छे से उपयोग कर सकेंगे.

इसमें हम आपको बताएंगे ओमेगा 3 फैटी एसिड हमारी बॉडी के लिए कितना जरूरी है. ओमेगा 3 फैटी एसिड को कैसे हम अपने भोजन से प्राप्त कर सकते हैं. ओमेगा 3 फैटी एसिड बॉडी बिल्डिंग में कितना फायदेमंद है. इस को कितनी मात्रा में लेना चाहिए और कब लेना चाहिए.

यह सभी बातें आज हम आपको इस पोस्ट में विस्तारपूर्वक बताएंगे. तो आप इस पोस्ट को अच्छी तरह से और ध्यान से पढ़िए. ताकि आप भी ओमेगा-3 फैटी एसिड का इस्तेमाल कर सकते तो नीचे हम आपको यह जानकारी बता रहे हैं. तो देखिए

ओमेगा 3 फैटी एसिड क्या है

What is omega 3 fatty acids in Hindi – जो भी आपका वजन घटाने की सोचते हैं या वजन घटाते हैं. तो आपको उस समय एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप ओमेगा एसिड को कभी भी परेशान नहीं करेंगे. ओमेगा एसिड हमारे शरीर के द्वारा नहीं बनाया जाता है. बल्कि यह हम अपने भोजन से प्राप्त करते हैं.हमारी सेहत को बैलेंस रखने में ओमेगा-3 फैटी एसिड का बहुत ही महत्वपूर्ण रोल हैं।

दरअसल, ओमेगा-3 फैटी एसिड Essential Polyunsaturated फैटी एसिड कहलाते हैं. यह हमारे बॉडी और दिमाग का बहुत ही महत्वपूर्ण है. यह हमारे दिमाग को स्वस्थ रखता है. जिससे कि हमारे दिमाग में होने वाली डिप्रेशन मानसिक बीमारियां जैसी चीजें नहीं होती है.ओमेगा 3 फैटी एसिड इन बीमारियों को दूर रखता है.

ओमेगा-3 एसिड ओमेगा फैटी एसिड तीन प्रकार के होते हैं. EPA, DHA और ALA इन तीनों में से EPA मानसिक बीमारियों के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है. DHA ओमेगा 3 फैटी एसिड हमारी आंखों के रेटिना मजबूत बनाने में हेल्प करता है. क्योंकि हमारी आंखों का रेटिना DHA से बना होता है.

और हमारी आंखों की रोशनी को बनाए रखने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को ओमेगा 3 फैटी एसिड मिलना बहुत जरूरी है. अगर इसकी मात्रा कम है. तो आंखों की बीमारी हो सकती है. दिमाग सही से काम नहीं करेगा. जिससे बच्चों में नर्वस की समस्या होती है.

तीन मुख्य ओमेगा -3 फैटी एसिड अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA), ईकोसैपेंटेनोइक एसिड (EPA) और डोकोसेहेक्सएनोइक एसिड ( DHA) हैं. ALA मुख्य रूप से वनस्पति तेलों जैसे फ्लैक्स, सोयाबीन, और कैनोला तेलों में पाया जाता है. डीएचए और EPAऔर अन्य समुद्री भोजन में पाए जाते हैं.

ALA एक आवश्यक फैटी एसिड है. जिसका अर्थ है. कि आपका शरीर इसे नहीं बना सकता है. इसलिए आप इसे खाने वाले खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों से प्राप्त करना चाहिए. आपका शरीर कुछ ALA को ईपीए में बदल सकता है और फिर DHA को बदल सकता है. लेकिन केवल बहुत छोटी मात्रा में  है.

इसलिए खाद्य पदार्थों (और आहार पूरक यदि आप उन्हें लेते हैं) से EPA और DHA प्राप्त करना आपके शरीर में इन ओमेगा -3 फैटी एसिड के स्तर को बढ़ाने का एकमात्र व्यावहारिक तरीका है.ओमेगा -3 एसिड झिल्ली के महत्वपूर्ण घटक होते हैं. जो आपके शरीर में प्रत्येक कोशिका को घेरे हैं DHA स्तर विशेषकर रेटिना (आंख), मस्तिष्क, और शुक्राणु कोशिकाओं में अधिक होता है.

ओमेगा -3 एस आपके शरीर की ऊर्जा देने के लिए कैलोरी भी प्रदान करते हैं और अपने दिल, रक्त वाहिकाओं, फेफड़े, प्रतिरक्षा प्रणाली और अंतःस्रावी तंत्र (हार्मोन-उत्पादन ग्रंथियों के नेटवर्क) में कई कार्य करते हैं.

ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा

Omega 3 fatty acid content in Hindi – चिकित्सकों ने ओमेगा -3 फैटी एसिड के किसी भी मात्रा निर्धारित नहीं की है. ALA को छोड़कर ALA के लिए औसत हर दिन  की ALA की लाइफ स्टेज अनुशंसित राशि मात्रा ग्राम में नीचे दी गई है. आपकी ज़रूरत की राशि आपकी उम्र और लिंग पर निर्भर करती है.

1.जन्म से 12 महीने * 0.5 ग्राम
2.बच्चे 1-3 वर्ष 0.7 ग्राम
3.बच्चे 4-8 वर्ष 0.9 जी
4.लड़कों 9-13 साल 1.2 ग्राम
5.लड़कियां 9-13 साल 1.0 ग्राम
6.किशोर लड़के 14-18 साल 1.6 ग्राम
7.किशोर लड़कियां 14-18 साल 1.1 ग्राम
8.1.6 जी पुरुष
9.महिला 1.1 ग्राम
10.गर्भवती किशोर और महिलाएं 1.4 ग्राम
11. स्तनपान कराने वाली किशोर और महिलाएं 1.3 ग्रा

क्या खाद्य पदार्थ ओमेगा -3 एसिड प्रदान करते हैं.

What foods provide omega-3 acids? in Hindi – जैसा की हमने आपको ऊपर भी बताया था लेकिन अब फिर एक बार थोड़ा आसान तरीके से समझा देते हैं.ओमेगा -3 एसिड कुछ खाद्य पदार्थों में स्वाभाविक रूप से पाए जाते हैं और कुछ दृढ़ खाद्य पदार्थ में जोड़ा जाता है.आपको विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खाने से ओमेगा -3 की पर्याप्त मात्रा मिल सकती है.

जिनके बारे में हम कुछ खाद्य पदार्थों के नाम नीचे बता रहे हैं. तो आप इन खाद्य पदार्थों में से किसी का भी सेवन कर सकते हैं. और इनसे आपको बहुत अच्छी मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड मिल जाएगा. तो देखिए

1. हर रोज फलों और सब्जियों की पांच से दस सर्विंग्स खाने और अधिक मटर, सेम और नट्स खाएं.
2. अधिक मछली, अखरोट, फ्लेक्स बीइड तेल और हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से ओमेगा -3 फैटी एसिड का सेवन बढ़ाएं.
3. पानी, चाय, गैर-वसा वाले डेयरी और रेड वाइन (दो पेय या पुरुषों के लिए रोजाना कम, एक पेय या महिलाओं के लिए रोजाना कम) पीना चाहिए.
4. दुबला प्रोटीन खाएं जैसे कि त्वचा रहित कुक्कुट, मछली, और लाल मांस के दुबले कटौती खानी चाहिए.
5. आप मछली, अखरोट, पालक, मेक्रेल फिश (छोटी समुंदरी मछली), लौकी के बीज और सोयाबीन को अपनी डाइट में शामिल कर सकते है.
6. इसके अलावा ओमेगा-3 फैटी एसिड के स्रोत अलसी, सरसों के बीज, कनोडिया या सोयाबीन, सूरजमुखी, स्प्राउट्स, टोफू, गोभी, हरी बीन्स, ब्रोकली, शलजम, हरी पत्तेदार सब्जियों और स्ट्रॉबेरी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. गाय का दूध और अंडा भी ओमेगा-3 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत है.

ओमेगा 3 फैटी एसिड फायदे

Omega 3 fatty acids benefits in Hindi – हमने आपको ऊपर भी बहुत सी बातें ओमेगा-3 फैटी एसिड के बारे में बताई है. जिनमें की कुछ ऐसी बातें थी जो कि इसके फायदे बताए गए हैं. तो अब हम आपको उन से अलग भी कुछ और ऐसे फायदे बताएंगे जो कि ओमेगा 3 फैटी एसिड के है. तो नीचे हम उस के फायदों के बारे में बता रहे हैं.

1. इसका नियमित सेवन जोड़ों में दर्द और पीठ दर्द में बहुत ही आराम देता है.
2. ओमेगा-3 फैटी एसिड हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद करता है.
3. इसके अलावा ओमेगा-3 फैटी एसिड खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और धमनियों में ब्लॉकेज नहीं होने देता.
4. कुछ अध्ययनों से पता चलता है. कि ओमेगा-3 फैटी एसिड टाइप 2 मधुमेह, अल्जाइमर रोग और उम्र से संबंधित मस्तिष्क की गिरावट से भी रक्षा कर सकते हैं.
5. यह न केवल बच्चों के नर्वस सिस्टम में लाभकारी है. बल्कि मानसिक और शारीरिक विकास में फायदेमंद है.
6.  ओमेगा-3 फैटी एसिड आंखों के स्वास्थ्य में सुधार आ सकता है. अवसाद और चिंता से लड़ सकते हैं. अपने आहार में इसे शामिल करने से गर्भावस्था के दौरान मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है.
7.  यह मानसिक विकारों में भी सुधार लाता है. यह लिवर में फैट कम को कम करता है.
8. यदि शरीर में ओमेगा-3 फैटी एसिड न हो तो अपचन की समस्या उत्पन हो सकती है. इसकी कमी की वजह से दिल की बीमारी, ब्लड प्रेशर, उच्च कॉलेस्ट्रॉल, डायबिटीज और सूजन हो सकता है.
9. ओमेगा-3 फैटी एसिड की सही खुराक ट्यूमर होने के प्रोसेस को भी स्लो कर देता हैं. ब्रेस्ट और इंटेस्टिन के कैंसर में. ALA बेस्ड ओमेगा-3 में नेचुरल एंटी इनफ्लमेटरी एजेंट हैं. जो कैंसर होने के प्रोसेस को 53% कम कर देता हैं.
10. डॉक्टर्स का कहना हैं. की महिलाओं में पीरियड्स और मेनोपॉज़ के दौरान होने वाले दर्द की एक मुख्य वजह बॉडी में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा का कम होना हैं.
11. अगर आप सोचते हैं की बालो को हेल्दी रखने के लिए शैम्पू और कंडीशनर ही काफ़ी हैं, तो आप ग़लत हैं। दरअसल बालो को स्ट्रोंग बनाने के लिए भी ओमेगा-3 फैटी एसिड बहुत ही ज़रूरी होता हैं। ओमेगा-3 में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड ALA, EPA और DHA पाया जाता हैं. यह 3 जादुई एसिड बालो की रूखेपन को ख़त्म करने, गिरने से रोकने, शाइनिंग देने और ब्लड सर्क्युलेशन को ठीक रखने का काम करते हैं.
12.  शुक्राणुओं को अधिक सक्रिय बनाने और गर्भधारण करने में सक्षम होता है. और कोशिका झिल्ली को मजबूत करता है.

3 फैटी एसिड के नुकसान

Disadvantages of 3 fatty acids in Hindi – वैसे तो ओमेगा-3 फैटी एसिड के बहुत सारे फायदे हैं. यह हमारे लिए बहुत उपयोगी है. यह लगभग हमारे पूरे शरीर के लिए किसी न किसी काम जरूर आ रहा है लेकिन अगर इसकी मात्रा ज्यादा है. तो यह हमारे लिए नुकसानदायक भी हो सकता है तो नीचे हम आपको इसके कुछ दुष्परिणामों के बारे में बता रहे हैं. तो देखिए

1.इसका ज्यादा सेवन करने से पेट दर्द की समस्या हो सकती है. आपको मितली भी आ सकती है.
2.असामान्य थकान या कमजोरी, छाती में जकड़न, तेजी से दिल धड़कना, निगलने में कठिनाई और खुजली या त्वचा लाल चकत्ते इसके नुकसान में शामिल है.
3.ओमेगा-3 फैटी एसिड का ज्यादा सेवन से शरीर की कोशिकाओं में अतिरिक्त वसा जमा होने लगती है. जिससे वजन बढ़ने लगता है.
4.निम्न रक्तचाप को जन्म दे सकता है.

आज हमने आपको ओमेगा-3 फैटी एसिड, ओमेगा 3 के स्रोत ओमेगा 3 की कमी से होने वाले रोग ओमेगा 3 के नुकसान ओमेगा

6 ओमेगा ३ साइड इफेक्ट्स इन हिंदी ओमेगा 6 लाभ ओमेगा 6 के लाभ  The advantages and disadvantages of omega 3 fatty acids in hindi के बारे में पूरी और विस्तार से जानकारी दी है.

तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आए तो शेयर करना ना भूलें और यदि आपका इसके बारे में कोई सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं.

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